Boyhood:दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में जिस फिल्म की बात कर रहे है, उस फिल्म को बनने में 40 दिन या महीने नहीं बल्कि 144 महीने लगे है। इसके पीछे की वजह आपको पूरी तरह से हैरान करने वाली है, क्यूंकि ज़्यादातर फिल्मों की लम्बी शूटिंग या मेकिंग के पीछे या तो लम्बा चौडा vfx होता है
या फिर कोई और नई टेक्नोलॉजी को लाना लेकिन इस फिल्म की शूटिंग में 12 साल का समय लगने के पीछे डायरेक्टर की अपनी सोच थी फिल्म में वास्तविकता डालने के लिए मेकर्स ने फिल्म की शूटिंग को इतने लम्बे समय में पूरा किया।
अगर आपको को फ़िल्में देखना पसंद है और आप रिलीज हुई फिल्मों के बारे में जानकारी रखते हैं तो आपको पता होगा कि 2014 में एक फिल्म आई थी जिसका टाइटल था “बॉयहुड”। आज इस आर्टिकल में हम इस फिल्म के बारे में जानेंगे आपको अपना कीमती समय इस फिल्म को देना चाहिए या नहीं? क्या यह फिल्म देखने लायक है।

फिल्म की कहानी-
इस फिल्म की कहानी में आपको मेसन जूनियर की कहानी देखने को मिलेगी जो 6 साल के बच्चे से 18 साल तक का एक कॉलेज बॉय का सफर पूरा करता है। इस लड़के का यह सफर आपकी आंखों में आंसू लाने वाला है। मेसन का कैरेक्टर प्ले करने वाला लड़का किस तरह रियल में बड़ा हो रहा है और उसके जीवन में बदलाव आ रहे हैं ये सारी कहानी वास्तविकता के साथ दिखाने के लिए मेकर्स ने इस फिल्म को बनाने में पूरे 12 साल लगाए है ।
You give her attitude but she still loves you always. Happy #MothersDay! pic.twitter.com/XFVPFXoMJe
— Boyhood (@BoyhoodMovie) May 13, 2018
फिल्म का रनिंग टाइम भी है लंबा चौड़ा –
जिस तरह इस फिल्म को बनाने में इतना लंबा समय लगा है उसी तरह फिल्म का रनिंग टाइम भी काफी लाम्बा चौडा है पूरे तीन घंटे की ये फिल्म आपको देखने को मिलेग।
क्यों देखें ये फिल्म –
अगर आप एक अच्छी कहानी देखना चाहते है तो इस फिल्म को देख सकते है जिसमें मैसन के माता पिता अलग अलग रहते है लेकिन बच्चों की परवरिश के लिए बीच बीच में दोनों माता पिता एक साथ आते है और मैसन और उसकी बहन की हर छोटी बड़ी ज़रूत का ध्यान रखते है। फिल्म की कहानी से आप इमोशनली टच होने वाले।

अगर आपके भी छोटे भाई बहन हैं और आप उनके साथ अपना बचपन बीता चुके हैं तो यह भी आपको आपके बचपन के खूबसूरत पल याद दिलाने वाले।
इस फिल्म में न सिर्फ मैसन की जिंदगी के बदलाव आपको देखने को मिलेंगे बल्कि किस तरह इसकी पूरी फैमिली मैं कई तरह के डायनामिक बदलाव आते हैं यह भी दिखाया गया है। इस फिल्म में आपको हंसी और दुख का एक अच्छा संतुलन देखने को मिलेगा।
जहां आप फिल्म की कहानी से खुद को रिलेट कर पाएंगे और करैक्टर्स की खुशी के साथ खुद को भी खुश महसूस करेंगे और जब कोई इमोशनल सीन आता है तो आप खुद भी रोने लगेंगे।
निष्कर्ष :
अगर आपको इस फिल्म में इंटरेस्ट है तो आप मेसन के बचपन से कॉलेज तक के इस सफर को एक बार जरूर इंजॉय कर सकते हैं। इस फिल्म की आईएमडीबी रेटिंग की बात करें तो 7.9 स्टार है जिसे मेरी तरफ से 8 स्टार की रेटिंग की जाती है।