Panda plan review in hindi:70 वर्षीय जैकी चैन जिन्होंने इससे पहले बहुत सारी बड़ी-बड़ी ‘कराटे’ फिल्मों में काम किया है, जिनमें वह अपने ‘कुंग फू आर्ट’ के लिए काफी प्रसिद्ध माने जाते हैं।
1 अक्टूबर को ‘जैकी चैन‘ सिनेमाघर में लेकर आ गए हैं अपनी नई फिल्म जिसका नाम ‘पांडा प्लान‘ है।
हालांकि उनकी ओरिजन कंट्री में इस फिल्म को पहले ही रिलीज कर दिया गया था लेकिन 1 अक्टूबर को यह फिल्म भारतीय थिएटर्स में हिंदी में रिलीज की गई है।
फिल्म की लेंथ की बात करें तो यह तकरीबन एक घंटा 39 मिनट की है, बात करें इसके जॉनर की तो यह थ्रिलर और कॉमेडी ड्रामा कैटेगरी में आता है। “फिल्म की कहानी चिड़ियाघर में मौजूद काफी स्पेशल जाती के पांडा पर आधारित है” जिसे किडनैप करने कुछ किडनैपर आते हैं जो कि उस पांडा को ब्लैक मार्केट में बेचना चाहते हैं।
कास्ट– जैकी चैन, सियाग़ वी, डैनी रे, एंडी फ्रैंड, यानबो हा, बिंग जिया,सियान कोहनके।
कहानी– फिल्म की स्टोरी में जैकी चैन ने फिल्म स्टार की ही भूमिका निभाई है जो की उनके रियल लाइफ की तरह ही काफी फेमस है।
क्योंकि वे फिल्म में एक सुपरस्टार हैं जिस कारण से रोज़ उनके पास हजारों मैसेज और प्रमोशन के लिए ऑफर्स आते रहते हैं तभी एक दिन इन्हीं में से एक ब्रांड प्रमोशन के ऑफर को वह सेलेक्ट कर लेते हैं
जिसमें जैकी को ‘नोहा’ नाम के एक चिड़ियाघर की ओपनिंग में जाना होता है जहां पर मुख्य रूप से एक बहुत ही स्पेशल प्रजाति के ‘पांडा’ को लाया गया है। इसके बाद कहानी में असली ट्विस्ट देखने को मिलता है
क्योंकि वहां पर जैकी चैन के साथ-साथ कुछ किडनैपर भी उसी जू में आ जाते हैं और उस काफी खास प्रजाति के पांडा को अपने साथ ले जाने की कोशिश करते हैं जिस पर इस फिल्म की कहानी को बुना गया है।
फिल्म का एक्शन काफी स्पेशल है जिसमें किसी भी तरह का ब्रूटल सीन नहीं दिखाया गया है यह फिल्म सभी तरह की ऑडियंस को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
क्या कहानी में आगे जैकी उस पांडा को बचा पाते हैं या फिर वह किडनैपर्स उस स्पेशल प्रजाति के पांडा को अपने साथ ले जाकर ब्लैक मार्केट में बेच देते हैं यह सब जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी या फिल्म जो फिलहाल आपके नजदीक के सिनेमाघर में हिंदी लैंग्वेज में रिलीज कर दी गई है।
खामियां– फिल्म की कमियों की बात करें तो सबसे बड़ी कमी इसकी कॉमिक स्टोरी है, जो देखने में काफी आर्टिफिशियल नजर आती है।
फिल्म की दूसरी कमी इसका लाइट एक्शन है जिसे सभी ऑडियंस के लिए बनाते-बनाते शायद फिल्म के मेकर्स से एक बड़ी चूक हुई है जिसके कारण फिल्म पूरी तरह से “मिस्टर बीन की कॉमिक मूवी” बनकर रह जाती है।
फिल्म की तीसरी कमी की बात करें तो वह इसके लूप सीन्स है, जैसे-जैसे आप फिल्म को आगे देखते चले जाते हैं वैसे-वैसे आप एक तरह का लूप फील करने लगते है और आप को लगता है सभी दृश्य एक जैसे ही दिख रहे हैं।
अच्छाइयां– मूवी के अच्छे पॉइंट्स की बात करें तो सबसे पहले यह अपने फाइट सीन्स में हंड्रेड में से हंड्रेड स्कोर हासिल करती है
क्योंकि सभी सीन्स भले ही ब्रूटल ना थे लेकिन फिर भी जैकी चैन को फिर से एक पुराने रूप में देखकर दर्शक खूब इंजॉय करेंगे। फिर चाहे बात हो फिल्म के किरदारों की एक्टिंग की या फिर लोकेशंस की सभी चीजें हर मायने में उम्दा है।
फाइनल वर्डिक्ट– अगर आप जैकी चैन की फिल्मों के बड़े फैन हैं और 90s के दशक को फिर से इंजॉय करना चाहते हैं तो यह तोहफा आपके लिए जैकी लेकर आए हैं।
जैकी चैन की बाकी फिल्मों की तरह ही यह फिल्म भी पूरी तरह से क्लीन है जिसमें किसी भी तरह का कोई भी न्यूडिटी सीन नहीं दिखाई देता।
फिल्म की लोकप्रियता को देखते हुए इसे भारत में काफी देरी से रिलीज किया गया है क्योंकि फिल्म के मेकर्स को बखूबी मालूम है कि जैकी चैन के फैन इंडिया में काफी ज्यादा तादाद में शामिल हैं।
हमारी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5/3.5 ⭐.