Mechanic Rocky review:गामी और गैंग्स ऑफ गोदावरी फिल्म के बाद Vishwaksen की बेस्ट परफॉर्मेंस।

Mechanic Rocky review:

Mechanic Rocky review in hindi“जो हमें चाहिए उसको हम नहीं चाहिए, जिसको हम चाहिए वो किसको चाहिए” यह डायलॉग अक्षय कुमार (Akshay kumar) की एक बहू प्रचलित फिल्म गरम मसाला’ से लिया गया है, जो कि इस मैकेनिक रॉकी (Mechanic Ricky) फिल्म की कहानी के साथ एकदम फिट बैठता है।

जिसमें त्रिकोण एंगल लव दिखाया गया। फिल्म के मुख्य किरदार में हमें एक्टर विश्व सेन (Vishwaksen) नजर आते हैं जो इससे पहले अपनी फिल्म गामी (Gami) में भी नजर आए थे।

फिल्म के डायरेक्शन की बात करें तो यह रवि तेजा मुल्लापुडी (Ravi Teja Mullapudi) ने किया है जिन्होंने इस फिल्म से अपने डायरेक्शनल करियर में डेब्यू किया है।फिल्म का जॉनर एक्शन और ड्रामा की कैटेगरी में आता है।

कहानी-

फिल्म की स्टोरी की बात करें तो यह नागोमोमू राकेश/रॉकी (Vishwaksen) के किरदार पर बेस्ड है जो की बीटेक की पढ़ाई कर रहा था जिसे उसने कुछ कारण वश बीच में ही छोड़ दी, और अब अपने पिताजी के गैराज में ही काम करता है और फ्री समय में लोगों को ड्राइविंग भी सिखाता है।

वहीं पर श्रद्धा श्री नाथ (मीनाक्षी चौधरी) से रॉकी की मुलाकात होती है जो कि इस फिल्म की हीरोइन है। और आंखों ही आंखों में दोनों को प्यार हो जाता है लेकिन कहानी में एक ट्विस्ट है, क्योंकि रॉकी के दोस्त की बहन को भी रॉकी से बचपन का प्यार होता है। जिससे स्टोरी में बहुत सारे रोचक तथ्य देखने को मिलते हैं।

जो कि आपको हंसाने और गुदगुदाने के लिए काफी है। अब क्या इस लव स्टोरी का अंत होता है और कहानी में क्या-क्या ट्विस्ट टेंशन देखने को मिलता है यह सब जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी या फिल्म जो कि फिलहाल आपके नजदीकी सिनेमा घरों में उपलब्ध है।

Mechanic Rocky review 2

PIC CREDIT X

खामियां-

फिल्म की कहानी काफी नाटकीय है अंदाज से बनाई गई है, जिसका फर्स्ट आप तो कुछ खास नहीं दिखाई देता लेकिन इसका सेकंड हाफ फिल्म की जान है जिसे देखकर आपको मजा आने वाला है। फिल्म के लेंथ को थोड़ा बढ़ाया गया है।

जिसे एडिटिंग के दौरान कम किया जा सकता था, स्टोरी में कॉमेडी एंगल्स का भी इस्तेमाल किया गया है हालांकि बहुत सारे सीन्स में यह ज्यादा कारगर नजर नहीं आते। क्योंकि हाल ही में विश्व सेना की दो फिल्में रिलीज हुई थी जिनका नाम गामी और गैंग्स ऑफ़ गोदावरी था उन दोनों फिल्मों की कहानी के सामने मैकेनिक रॉकी थोड़ी फीकी जरूर दिखाई देती है।

अच्छाइयां-

फिल्म के सबसे बड़ी अच्छाई है इसका सेकंड हाफ है जिससे इसकी कहानी अपनी पकड़ को मजबूत रखती है और आपको अंत तक फिल्म का क्लाइमेक्स देखने पर मजबूर करती है।

फिल्म में डाले गए ट्विस्ट अपने काम को बखूबी करते हैं और इसकी कहानी को एक नया आयाम प्रदान करते हैं। कुछ दर्शकों को फिल्म की लेंथ थोड़ी ज्यादा लग सकती है लेकिन यह उस तरह की मूवी नहीं जो साउथ की टिपिकल फिल्मों की तरह फास्ट चलती है, यह धीमी गति से अपनी रफ्तार को तेज करती है और आपके मनोरंजन का ऐसा हैवी डोस देती है, जिससे आपके टिकट के पैसे वसूल हो सके।

फाइनल वर्डिक्ट-

अगर आप इस वीकेंड थिएटर में फिल्म देखने का प्लान बना रहे हैं और एक फैमिली ड्रामा फिल्म देखना चाहते हैं जिसमें कॉमेडी और एक्शन का तड़का भी हो तो यह फिर मैं आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन के रूप में निकल कर सामने आती है।

फिल्मी ड्रिप की ओर से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5/2 ⭐ ⭐.

READ MORE

Fauji 2 Tv Series 1st Episode Review : 35 साल बाद आगया है शाहरुख़ खान के पहले शो फ़ौजी का सीक्वेल

Rate this post

Author

  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

    View all posts
Social Share

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment