blink kannada movie:एक ऐसा साइंस एक्सपेरिमेंट जिसमें आप बिना पलके झपकाए फ्यूचर में जा सकते हैं और किसी भी टाइम लाइन में प्रवेश कर सकते हैं।मतलब यह है कि आप टाइम ट्रेवल कर सकते हैं और अब यह संभव है। डायरेक्टर बेंगलुरु श्रीनिधि Bengaluru Srinidhi ने अपनी फिल्म ब्लिंक Blink से कुछ इसी तरह के कांसेप्ट को हमारे सामने रखने की कोशिश की है।
हालांकि Blink मूवी को 22 मार्च 2024 को ही रिलीज कर दिया गया था पर अब फाइनली ओटीटी प्लेटफॉर्म्स अमेजॉन प्राइम वीडियो और आहा पर इसे रिलीज किया गया है और यह सभी भाषाओं में उपलब्ध है।
फिल्म की लंबाई की बात करें तो या 2 घंटा 16 मिनट की है जिसका जॉनर साइंस फिक्शन और थ्रिलर की कैटेगरी में आता है। फिल्म के मुख्य किरदार में दीक्षित शेट्टी Dheekshith Shetty नजर आते हैं जिन्होंने साल 2023 में आई फिल्म टोबी Tobi से खासा नाम कमाया है।
PIC CREDIT IMDB
स्टोरी लाइन-
फिल्म की स्टोरी अपूर्वा Dheekshith Shetty नाम के एक नौजवान पर रची गई है, जो कि काम की तलाश में रहता है और फिलहाल बेरोजगार है।जिसकी एक गर्लफ्रेंड भी है जिसका नाम स्वप्न है और वह एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती है और यह एक दूसरे के प्यार में दीवाने हैं।
स्वप्न जो की अपूर्वा से शादी करना चाहती है इसी कारण से वह हमेशा चिंतित रहती है क्योंकि अपूर्वा फिलहाल बेरोजगार है। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब देखने को मिलता है जब अपूर्वा को एक अनजान व्यक्ति नजर आने लगता है और हद तो तब हो जाती है।
जब यह व्यक्ति अचानक पलक झपकते ही गायब भी हो जाता है और यह प्रक्रिया बार-बार चलती रहती है जिससे तंग आकर अपूर्वा इस मिस्ट्री को सुलझाने की खोज में निकल पड़ता है।जहां पर उसकी मुलाकात साइंटिस्ट ओल्ड अरिवू Suresh Anagali से होती है।
जो कि उन्हें एक ऐसी दवा ब्लिंक blink के बारे में बताते हैं जो उन्होंने साइंस के जरिए बनाई है जिसे आंख में डालने पर जब तक हम अपनी पलकें नहीं झपकाते हैं तब तक हम टाइम ट्रेवल कर सकते हैं और साथ ही अरिवू के पिता के बारे मैं कुछ गहरे राजों का खुलासा करता है।
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— Fancy Cinema (@Fancycinema) November 22, 2024
अब क्या है वे गहरे राज़ जिन्हें फिल्म में देख कर आपका दिमाग सुन्न हो जाता है जिसमें वह बताता है कि अपूर्वा अपने पिता को फिर से जीवित कर सकता है जिसके लिए उसे भी टाइम ट्रेवल करना होगा।
आगे की कहानी में अपूर्वा ब्लिंक नाम की इस दवाई का इस्तेमाल करके पास्ट में ट्रेवल करता है और अपने पिता को बचाने की कोशिश में लग जाता है।
जहां पर अरिवू इस बात का भी खुलासा करता है कि इस दवा से केवल एक दिन में तीन बार ही ट्रैवल किया जा सकता है। इसी तरह से कहानी आगे बढ़ती है और फिल्म के क्लाइमेक्स में इस बात का खुलासा होता है कि वह अरिवू नाम का व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि अपूर्वा ही है। और ओल्ड अरिवू अपूर्वा को यह भी बताता है कि वह इस चक्रव्यूह में कैसे फंसा।
जिसे दिखाने के लिए पास्ट की कहानी में फिल्म आपको फिर से वापस ले जाती है और यहां पर दिखाया जाता है कि अपूर्वा की गर्लफ्रेंड स्वप्न छोड़ कर चली जाती है और मां यशोदा की मौत हो जाती है जिससे अपूर्वा पूरी तरह से अकेला रह जाता है।
जिसके कुछ सालों बाद साल 2032 में वह काम के सिलसिले में कोलकाता चला जाता है जहां पर उसकी मुलाकात अरविंदु सेन से होती है जो की एक साइंटिस्ट है अरविंद अपूर्वा को अपनी आई ड्रॉप के बारे में बताता है जिससे फ्यूचर और पास्ट में ट्रेवल किया जा सकता है।
जिसे सुनकर अपूर्वा उस आई ड्रॉप को हासिल कर लेता है ताकि वह फिर से पास्ट में जाकर अपनी मां और गर्लफ्रेंड की वापस पा सके। जिसके बाद अपूर्वा उस ड्रॉप को इस्तेमाल करके 1996 की टाइमलाइन में चला जाता है और अपनी एक नई दुनिया बसा लेता है जहां पर उसकी एक बीवी और बच्चा भी होने वाला था ।
पर वहां पर हालात कुछ ऐसे बनते हैं कि उसे ना चाहते हुए भी इस टाइमलाइन को छोड़ना पड़ता है,
जिससे उसे फिर से अपनी दुनिया में वापस जाना पड़ता है। हालांकि बाद में जब अपूर्वा फिर से अपनी बीवी के पास वापस आने की कोशिश करता है तब उसे ढूंढ नहीं पाता जहां पर वह फंसकर रह जाता है।
लेकिन कहानी में आगे अपूर्वा की मुलाकात अरिवू से हो जाती है जहां पर वह अपनी बीती पूरी घटना के बारे में बताता है। अरिवू उसे बताता है कि इस लूप को तोड़ने के लिए अपूर्वा को मरना होगा लेकिन यह सब करने से पहले अपूर्वा अरिवू से एक दिन का वक्त मांगता है जिससे वह अपनी मां और गर्लफ्रेंड से अच्छे से मिल सके।हालांकि अंत में अपूर्वा अरिवू को ही मार देता है और फाइनली यह लूप टूट जाता है।
फिल्म में दिखाई गई अजीब चीजें-
मूवी में टाइम ट्रेवल करने के दौरान कुछ अजीब आवाजें सुनाई देती हैं जोकि सुनने में काफी अटपटी सी लगती हैं, क्योंकि फिल्म में दिखाया गया टाइम ट्रैवल एक दवा के जरिए किया जा रहा है ना कि किसी मशीन का सहारा लेकर।
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