Release Date: 14 मार्च 2025
Director: स्विनीथ एस.सुकुमार
Cast: रियो राज,गोपिका रमेश,रेन्जी पनिकर,रेडिन किंग्सले,अरुणाचलेश्वरन पी.ए.फौजी
Music: युवान शंकर राजा
Genre: रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा
Rating: 2.5/5
Tamil movie Sweetheart review:तमिल इंडस्ट्री की ओर से 14 मार्च 2025 के दिन एक बेहतरीन फिल्म रिलीज कर दी गई है,जिसका नाम “स्वीटहार्ट” है। यह एक रोम-कॉम फिल्म की श्रेणी में आती है जिसमें आपको कॉमेडी का तड़का भी देखने को मिलेगा।
फिल्म के मुख्य किरदारों की बात करें तो इनमें वासु (रियो राज) और मनु (गोपिका रमेश) नजर आते हैं। यह दोनों ही एक प्रेमी जोड़े हैं, जिनकी सोच आपस में नहीं मिलती। आईए समझते हैं क्या है फिल्म की कहानी और करते हैं इसका रिव्यू।
कहानी:
फिल्म की कहानी वासु (रियो राज) और मनु (गोपिका रमेश) के इर्द गिर्द बुनी गई है। वासु जो कि पेशे से एक एनिमेशन एक्सपर्ट है। बचपन में ही वासु की मां उसे अपने शराबी पिता के पास अकेला छोड़कर चली गई थी और यह सदमा उसके जहन पर ऐसा छाया था,कि बड़े होने पर भी उसे बच्चों से नफरत हो गई थी।
क्योंकि वासु को ऐसा लगता था कि उसकी मां उसी के कारण घर छोड़कर चली गई। वहीं दूसरी ओर मनु है,जो कि बचपन से ही ऐसे व्यक्ति से शादी करने का सपना देखती है। जिसके साथ मिलकर वह अपना नया परिवार बना सके। मनु काफी शांत स्वभाव की लड़की है। तभी एक म्यूजिकल कॉन्सर्ट के दौरान वासु और मनु एक दूसरे से टकराते हैं।
दोनों की आंखें चार होती हैं और प्यार शुरू हो जाता है। हालांकि इन दोनों के बीच प्यार तो था,पर अलग सोच होने के कारण मुश्किलें भी पनप रही थीं। क्योंकि मनु इस रिश्ते को शादी तक के सफर में ले जाना चाहती थी। तो वहीं वासु जो कि सिर्फ इसे एक टाइमपास के रूप में ले रहा था।

PIC CREDIT IMDB
जिसके चलते यह रिश्ता ज्यादा समय तक टिक नहीं पाता और टूट जाता है। लेकिन कहानी में एक बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब मनु को एक चौंकाने वाली बात पता चलती है। जिसके चलते मनु यह बात वासु को बताती है और वासु जो कि पहले से ही बच्चे नहीं चाहता था,वह काफी घबरा जाता है।
फिल्म का सेकंड हाफ इसी तरह से दर्शाया गया है जिसमें यह दोनों प्रेमी जोड़े फिर से एक होकर इस मुश्किल समय में एक दूसरे का साथ देते हैं। हालांकि मनु का परिवार काफी सख्त मिजाज है। साथ ही उसका एक छोटा भाई भी है जो मनु की जासूसी करता है और इस बात का ध्यान रखता है कि मनु वासु से फोन पर बात न करे।
तो वहीं दूसरी ओर वासु अभी भी पूरी तरह से कन्फर्म नहीं कर पाया कि यह बात सच है या नहीं। जिसकी पुष्टि के लिए वह अपने दोस्त सेंथिल (रेडिन किंग्सले) की हेल्प लेता है। कहानी में और भी बहुत सारे फ्लैशबैक सीन दिखाए गए हैं जिनमें वासु और उसकी मां की जिंदगी को दिखाया गया है।
फिल्म के क्लाइमेक्स तक अब क्या वासु और मनु एक दूसरे से मिल सकेंगे या फिर वासु अभी भी अपनी जिम्मेदारियों से भागेगा इसका जवाब तो फिल्म देखने के बाद ही आपको पता लगेगा।
कैसी है फिल्म:
फिल्म के फर्स्ट हाफ की बात करें तो यह थोड़ा स्लो है। हालांकि इसमें कुछ मजेदार कॉमेडी सीन को भी डाला गया है पर ज्यादातर इनमें हंसी नहीं आती जोकि ओवर एक्टिंग जैसा फील होता है।
कैसी है कलाकारों की एक्टिंग:
रियो राज:
वासु के किरदार में नजर आए रियो राज, जिन्होंने अपने फेस एक्सप्रेशन से दर्शकों का दिल जीत लिया है। उनके चेहरे पर नजर आती परेशानी फिल्म के हर एक सीन को और भी ज्यादा भावात्मक बनाती है।
गोपिका रमेश:
तो वहीं मनु के किरदार में नजर आई एक्ट्रेस गोपिका रमेश,जिनकी एक्टिंग में वह सादगी दिखती है जो फिल्म में उनकी एक सॉफ्ट हार्टेड इमेज को पेश करती है। और उनकी एक्टिंग फिल्म को एक अलग आयाम प्रदान करती है।

PIC CREDIT IMDB
म्यूजिक:
फिल्म के बैकग्राउंड म्यूजिक की बात करें तो यह युवान शंकर राजा ने दिया है। फिल्म में कई गाने हैं, पर कोई भी ऐसा नहीं है जो आपकी जुबान पर टिक जाए। जिसके कारण इसके म्यूजिक को एवरेज कैटेगरी में ही रखना बेहतर होगा।
पॉजिटिव और नेगेटिव पॉइंट
कमियां:
फिल्म की लंबाई काफी ज्यादा है जिससे यह बहुत सारे सीन में खिंची हुई नजर आती है। जिसका साथ इसमें दिखाए गए कॉमेडी भी नहीं देती है और अधिकतर फ्लैशबैक वाले सीन कहानी को और भी ज्यादा कमजोर बनाते हैं।
अच्छी बातें:
फिल्म पूरी तरह से ड्रामेटिक वे में दिखाई गई है, जिससे कई सीन में आप बंधे हो सकते हैं। साथ ही क्लाइमेक्स बढ़िया है जो आपको अंत तक जोड़े रखता है। रियो राज और गोपिका रमेश की केमिस्ट्री दमदार है और यह बढ़िया कपल्स वाली फीलिंग भी दिलाती है।
फिल्म आज के नए जमाने के रिश्तों पर सवाल उठाती है और यह समझाने की कोशिश करती है कि जमाने के हिसाब से लोग कितने बदल गए हैं। पर इस तरह से बदलना उनके लिए कितना हानिकारक हो सकता है यह फिल्म आपको अच्छे से सिखाती है।
निष्कर्ष:
“स्वीटहार्ट” एक साधारण कहानी पर बनाई गई सिंपल सी फिल्म है जो आपको कुछ एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी देने का तो वादा करती है,पर पूरी तरह से कामयाब नहीं होती। क्योंकि कॉमेडी कमजोर है। हालांकि अगर इसके इमोशनल सीन्स और ड्रामेटिक एंगल्स को देखा जाए तो इसे ठीक ठाक सी एक बार देखने वाली फिल्म कहा जा सकता है।
फिल्मीड्रिप रेटिंग: २.५/५
READ MORE
Dirty Angels:अफगानिस्तान के स्कूल में फसे बच्चो को छुड़ाने की कहानी