‘देव’ की यह फिल्म देख कर आपका फिल्मो से भरोसा उठ जायेगा

Aho Vikramaarka movie review in hindi

Aho Vikramaarka movie review in hindi:एस एस राजामौली की फिल्म मगाधीरा मैं अपनी एक्टिंग का जलवा बिखेरने के बाद एक्टर ‘देव गिल‘ नजर आ रहे हैं अपनी नई फिल्म ‘ओहो विक्रमार्का’ में जोकी आज सिनेमाघर में अपनी दस्तक दे चुकी है फिल्म की लेंथ की बात करें तो यह 2 घंटे 16 मिनट की है फिल्म के जोनर की बात करें तो ये एक एक्शन फिल्म है जिसे देखकर आपको राउडी राठौर और दबंग जैसी फिल्मों की याद जरूर आएगी।फिल्म की थीम पूरी तरह से मराठी है जिसे देख कर आप को एक अलग एक्सपीरियंस फील होगा।

कास्ट- देव गिल,चित्र शुक्ला, प्रवीन टरदे।
डायरेक्टर- पेटा त्रिकोटी।
भाषा- हिंदी,तमिल,तेलगु।

कहानी-

फिल्म की स्टोरी की बात करें तो यह ऐसे पुलिस ऑफिसर पर बेस्ड है जो की विलन ‘असुरा’ की सत्ता को खत्म करने उस शहर में नया आता है जहां पर फिल्म के विलन ने अपना राज्य स्थापित किया होता है फिल्म में एक्शन सीन्स भर भर के देखने को मिलते हैं।

जो देखने में काफ़ी अच्छे लगते हैं हालाकि फिल्म की कहानी में कोई नया पन नही है जिसके कारण इसकी स्टोरी काफी लेंथी फील होने लग जाती है। इस फिल्म से पहले देव मगाधिरा फिल्म में भी नजर आए थे जो की साउथ की सफल फिल्मों में से एक है क्यू की देव इससे पहले भी ऐसी डार्क एक्शन फिल्म कर चुके है जिससे वो अपने रोल को अच्छे से निभाते हैं।

अगर बात करें फिल्म के फीमेल लीड रोल में नजर आई ‘चित्रा शुक्ला’ की तो वो भी अपने रोल में काफी खूबसूरत नजर आई है। हालाकि इतने टैलेंटेड कलाकारों के होते हुए भी यह फिल्म एक अच्छी मास्टर पीस बनते बनते रह गई क्यों की फिल्म की स्टोरी में ज़रा भी नयापन देखने को नही मिलता है ।

खामियां-

इसकी सबसे बड़ी कमी इसमें दिखाई गई कहानी है जिसमे कोई भी नयापन देखने को नही मिलता है। फिल्म में मराठी माहौल को दिखाना,जो की एक्टर्स पर जरा भी सूट नही करता।फिल्म में कुछ कलाकारों ने ओवर एक्टिंग भी जम कर पेश की है फिल्म का फस्ट हाफ काफी अच्छा है लेकिन सेकंड हाफ में बिलकुल भी दम नही है।

क्यों देखें यह फिल्म-

अगर आपको डार्क एक्शन सीक्वेंस और के.जी.एफ जैसी फिल्मे देखना पसंद है तो आप इस फिल्म को देख सकते हैं,क्यू की इसका एक्शन बाहुबली जैसी फिल्मों की टक्कर का है। जिसे देख कर लगता है की फिल्म के बजट में कोई भी कंजूसी नहीं की गई है। इसका स्क्रीन प्ले काफी बेहतर है लेकिन कहानी को ठीक से न इंप्लीमेंट कर पाने के कारण यह काफी बोरिंग फील होने लगती है।

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Aho Vikramaarka Review hindi:डायरेक्टर त्रिकोटी पेटा की मराठी और साऊथ इंडस्ट्री दोनों के मिश्रण से बनी फिल्म अहो विक्रमार्का सिनेमा घरो में रिलीज़ की जा चुकी है। फिल्म की कहानी में बहुत उतार चढ़ाव नहीं है एक सिंम्पल तरीके से स्ट्रेट फॉरवर्ड कहानी हमें देखने को मिलती है।


फिल्म में वही पुरानी स्टोरी दिखाई गयी है जैसे की एक गांव है गांव में हीरो और विलन है हीरो पुलिस वाला है हीरो और विलन में लड़ाई झगड़ा होता है और इसका एन्ड वही होता है जैसे के एक टिपिकल बॉलीवुड फिल्म का होता है।

फिल्म के बारे में अगर कुछ कैपिटल लेटर में लिखना होगा तो यही लिखा जा सकता है के ये एक ऑउटडेटेड फिल्म है।

अगर आपने मराठी फिल्मे देखि होगी तो मराठी फिल्मो की कहानी अव्वल दर्जे की होती है पर इस फिल्म की कहानी तो लगती ही नहीं के ये कोई मराठी फिल्म है। फिल्म को देख कर तो ऐसा ही लगता है के 1990 की फिल्म को अब 2024 में रिलीज़ किया गया है। फिल्म का कंटेंट बहुत पुराना और घिसा पिटा सा है फिल्म में रावडी राठौर ,वॉरियर ,पोलिस गिरी जैसी बहुत सी फिल्मो को मिक्स कर दिया गया है। इस खिचड़ी को खा कर आपका पेट खराब ही होगा।

ये एक टॉर्चर करने वाली फिल्म है जो आपके दिमाग को फिर कभी किसी फिल्म को देखने लायक नहीं छोड़ेगी । फिल्म में ऐसा कुछ भी अलग नहीं दिखाया गया है जिसके बारे में बात की जा सके। बात की जाये अगर इस फिल्म के बीजीएम की तो वो इतना ख़राब है के बीजीएम के आगे फिल्म के डायलॉग सुनाई ही नहीं देते है। बीजीएम सुन कर ऐसा लगता है जैसे दो बराते एक साथ निकल रही हो।

फिल्म को देख कर एक बात दूसरे डायरेक्टरो को सीखने को ये मिलती है के किस तरह से एक मॉस फिल्म को आज के टाइम प्रजेंट नहीं करना चाहिए।बिना मतलब के बीजीएम बिना मतलब वाले हीरो की इंट्री फिल्म हर एक चीज़ इतनी ओवर दिखा दी गयी है जिसे देख कर गुस्सा आता है।


फिल्म के हीरो देव गिल साऊथ फिल्म इंडस्ट्री में विलन बनते है पर न जाने क्यों क्या वजह रही के इन्हे इस फिल्म का हीरो बनाया गया है। फिल्म के सभी कलाकारों ने अपने-अपने जीवन की सबसे खराब एक्टिंग की है।अगर आप इस फिल्म को देखना चाहते है तो बिलकुल भी न देखे हमारी तरफ से इस फिल्म को एक भी पॉइंट नहीं दिए जाते है

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    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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