नंदमुरी बालकृष्ण की फिल्म ‘डाकू महाराज’ आज 12 जनवरी को देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज़ कर दिया गया है। जो इसलिए भी काफी खास मानी जा रही है। क्योंकि यह नंदमुरी की 109वीं फिल्म है, हालांकि फिलहाल इस फिल्म को सिर्फ तेलुगु भाषा में ही लाया गया।
फिल्म भारत के अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी रिलीज़ की गई है,जिसे ओवरसीज़ से भी अच्छा रिस्पॉन्स मिलता दिखाई दे रहा है। फिल्म में नंदमुरी बालकृष्ण के अलावा भी कई कलाकार हैं जिनमें बॉबी देओल, प्रज्ञा जयस्वाल, श्रद्धा श्रीनाथ, उर्वशी रौतेला, प्रकाश राज और रोनित रॉय शामिल हैं।
डाकू महाराज की कहानी एक ऐसे व्यक्ति के सफर पर आधारित है जिसमें आम इंसान के डाकू बनने तक के सफर को दर्शाया गया है। हालाँकि फिल्म के ट्रेलर ने पहले ही दिन 1 करोड़ व्यूज़ बटोर लिए थे जिससे इस बात का अंदेशा पहले ही मिल गया था कि इसकी हाइप काफी ज़्यादा है।
कास्ट
नंदमुरी बालकृष्ण, उर्वशी रौतेला, प्रज्ञा जयस्वाल, बॉबी देओल, रोनित रॉय, प्रकाश राज,श्रद्धा श्रीनाथ।
कहानी
फिल्म की कहानी मुख्य रूप से नंदमुरी बालकृष्ण पर रची गई है जिसमें फिल्म एनिमल के बाद एक बार फिर बॉबी देओल नेगेटिव रोल में विलेन के रूप में नज़र आए हैं। मूवी की कहानी एक ऐसे इंसान पर है जो कि चंबल में सिविल इंजीनियरिंग का काम करता है पर हालात कुछ ऐसे बनते हैं, जिसके कारण उसे डाकू बनना पड़ता है,जिसमें वह अच्छे लोगों को बुरे लोगों से बचाता है।
फिल्म में उर्वशी रौतेला भी नज़र आती है जिनका रोल कुछ खास नहीं। इसकी कहानी काफी सिंपल है साथ ही इसी रूपरेखा पर बनी इससे पहले आपने दर्जनों फिल्में देखी होंगी। साथ ही कहानी में छोटी बच्ची का एंगल भी डाला गया है,
अब किस तरह से डाकू महाराज फिल्म के अत्याचारी विलन बॉबी देओल से लोगों को और उस बच्ची को बचाता है,इसी रूपरेखा पर इसकी कहानी को तैयार किया गया है। आगे की कहानी जानने के लिए आपको देखनी होगी ये फिल्म जो कि देश भर के सिनेमाघरों में उपलब्ध है।
नेगेटिव पॉइंट्स
फिल्म की पहली बड़ी कमी इसकी स्टोरी लाइन है जो काफी घिसी पीटी है, भले ही कहानी को थोड़ा मॉडिफाई करके दिखाया गया हो पर फिर भी यह देखने में उतनी कारगर नज़र नहीं आती, जितनी होनी चाहिए थी। इसकी अगली कमी फिल्म का सेकंड हाफ है जो इसके फर्स्ट हाफ से काफी कमज़ोर है और दर्शकों को इंगेज करने में कामयाब नहीं हो पाता।
पॉजिटिव प्वाइंट
क्योंकि यह नंदमुरी बालकृष्ण की 109वीं फिल्म है जिस कारण इसे बेस्ट बनाने की कोशिश की गई है हालांकि कहानी भले ही पुरानी हो पर जिस तरह के एक्शन सीक्वेंस, डाकू महाराज की एंट्री, गज़ब के डायलॉग डिलीवरी और दमदार बैकग्राउंड म्यूज़िक को दर्शाया गया वह काबिले तारीफ़ है।
ऐसे महान एक्टर को उसके इस बेहतरीन फिल्मी सफर में सम्मान के रूप में इससे बेहतर शायद कुछ भी नहीं दिया जा सकता।
बुलेट पॉइंट्स
फिल्म की जान इसका एक्शन है जोकि इसका की-पॉइंट है।अगर आप एक्शन से भरी मास मसाला फिल्में देखना पसंद करते हैं तो डाकू महाराज आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन साबित होगी।
निष्कर्ष
अगर आप तेलुगु इंडस्ट्री से बिलॉन्ग करते हैं या फिर इस भाषा को समझने का ज्ञान रखते हैं तो इस वीकेंड डाकू महाराज को ज़रूर रिकमेंड कर सकते हैं। क्योंकि यह फिल्म फिलहाल सिर्फ तेलुगु भाषा में ही आई है, जिस कारण हिंदी दर्शकों को फिल्म के हिंदी डबिंग का इंतज़ार करना होगा।
मूवी में किसी भी प्रकार की न्यूडिटी या वल्गैरिटी नहीं दिखाई गई है, जिसके कारण आप इस फिल्म को अपनी पूरी फैमिली के साथ भी इंजॉय कर सकते हैं।
फिल्मीड्रिप की ओर से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5/⭐ ⭐।
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