सस्पेंडेड पुलिस की वापसी, खोई नौकरी पाने की कहानी !

Napad (Juctice) Movie Review In Hindi

Napad (Juctice) Movie Review In Hindi:6 अक्टूबर 2024 को नेटफ्लिक्स के प्लेटफार्म पर एक पॉलिश फिल्म स्ट्रीम की गयी है जिसकी ज़्यदातर शूटिंग पोलैंड में ही हुई है। इस फिल्म को आप हिंदी इंग्लिश और पॉलिश तीनों लैंग्वेज में देख सकते है।

फिल्म की कहानी आपको क्राइम ड्रामा जोनरा की देखने को मिलेगी।फिल्म के डायरेक्टर है मिशल गाजदा और फिल्म की कहानी के लेखक है दाना लुकसिंस्का,बारटोज़ स्टासजिसजिन। फिल्म की कहानी खूब सारे रोमांच के साथ आगे बढ़ती है। मुख्य कलाकारों में आपको ओलाफ लुबसेंसको, जेद्रेज हिकनार,विकटोरिया गोरोडेका आदि की बेहतरीन एक्टिंग देखने को मिलेगी।

आइये जानते है फिल्म की कहानी के बारे में, कैसी है फिल्म की कहानी क्या आपको ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं।

कैसी है फिल्म की कहानी?

इस पॉलिश फिल्म की कहानी एक ऐसे ससपेंडेड पुलिस ऑफिसर के चारो ओर घूमती है जो एक बैंक की डकैती को रोकने ओर डाकुओ को पकड़ने का काम करता है।


सन 1990 के ज़माने की बात है जब एक पुलिस कर्मी अपने खोये हुए पद की प्रतिष्ठा को वापस पाने के लिए एक बड़ा काम करता है। कहानी की शुरुआत में आपको एक बहुत बड़ी बैंक में कुछ डाकू डकैती करते हुए दिखाए जायेंगे और साथ ही इस डकैती में तीन महिलाये भी मारी गयी है।इस सस्पेंड किये गए पुलिस के सामने ये बड़ी शर्त रखी जाती है की अगर उसको अपना खोया हुआ पद वापस लेना है तो इस डाकू को पकड़ना होगा और डकैती को रोकना होगा।


अपनी सभी चुनौतियों का सामना करते हुए ये पुलिसमैन बैंक में डाका डालने वाले सभी डाकुओ को पकड़ने में कामयाब रहता है जिसके बदले में वहाँ की सरकार के द्वारा सस्पेंड किये गए पुलिस को उसकी नौकरी और पद वापस मिल जाता है एक रिवॉर्ड के तौर पर।इस फिल्म की कहानी आपको एक सच्चे इंसिडेंट पर आधारित देखने को मिलेगी जो सच में पोलैंड के एक बैंक में पड़ने वाले डाके को रोकने के लिए एक ससपेंडेड पुलिस ऑफिसर की कहानी हमारे सामने रखती है।

कैसी है फिल्म, क्या आपको ये फिल्म देखनी चाहिए?

एक नॉर्मल फिल्म है, कहानी न तो बहुत यूनिक है और न ही किसी अलग लेवल की फिल्म वाली विशेषताओं वाली है, लेकिन फिल्म की उसी नॉर्मल कहानी को बहुत ही यूनिक और बेहतरीन तरीके से हमारे सामने रखा गया है जिसे देखकर आपको मजा आएगा।


जिस तरह बैंक में तीन महिलाओं की मौत को दिखाया गया है एक बेहतरीन रिप्रेजेंटेशन के साथ फिल्म के लिए प्लस पॉइंट साबित हुए है। एक क्राइम थ्रीलर फिल्म है तो आपको इसमें वो सारे मज़े मिल पाएंगे।

निष्कर्ष :

एक बेहतरीन फिल्म जिसमें आपको थोड़ा सा इंट्रेस्ट की कमी फील होगी। कहानी आपको बहुत ज्यादा इंगेजिंग नहीं लगेगी क्यूंकि जो कुछ हो रहा होता है वो सब एक दम खुला हुआ है कुछ भी फिल्म में बंद करके नहीं रखा गया है जिसे जानने के लिए फैन्स की उत्सुकता हो। तीनों महिलाओं को किसने मारा, पुलिस का अपराधियों को पकड़ना आपको पहले से ही फील होगा के क्या होने वाला है।


अगर आपके पास कुछ बहुत अच्छा नहीं है देखने के लिए तो आप 1 घंटा 53 मिनट की इस फिल्म को देख सकते है जिसे मेरी तरफ से 5 में से 2* की रेटिंग दी जाती है।

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  • arshi

    दोस्तों मेरा नाम अर्शी खान और मै एक प्रोफेशनल ब्लॉगर हूँ मै २१ वर्ष की आयु से मनोरजन से सम्बंधित सामग्री विभिन्न कार्य स्थलों को प्रदान कर चुकी हूँ मैंने भारत के कुछ बड़े मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है जिनमे से एक है अमर उजाला मुझे फिल्मे देखना बहुत पसंद है और बॉलीवुड के विभिन्न प्रकार के मुद्दे पर चर्चा करना भी। अभी मै अपनी सभी सेवाये फिल्मी ड्रिप को दे रही हूँ मै आशा करती हूँ के मेरे द्वारा लिखे गए कॉन्टेंट लोगो को पसंद आये धन्यवाद।

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