IC 814: The Kandahar Hijack 4 mistakes: पिछले सप्ताह ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई वेब सीरीज ‘आई सी 814 दा कंधार हाईजैक‘ काफी सुर्खियों में है लेकिन यह जानकर
आपको हैरानी होगी यह फिल्म अपने कहानी या उसके कलाकारों के कारण नहीं बल्कि फिल्म की कहानी में इसके कैरक्टर्स के नाम को बदलकर हिंदू धर्म के नाम पर रखने के कारण या विवाद में है।
जो की 24 दिसंबर 1999 में घटित हुई थी इस घटना पर इस फिल्म की कहानी को बुना गया है।
हालांकि फिल्म के मेकर्स इसे रिलीज करने से पहले आने वाले मुसीबत के तूफान से अनजान थे जैसे ही
इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया उसके अगले ही दिन यह विवादों के घेरे में आ गई क्योंकि इस फिल्म में दिखाए गए कैरक्टर्स जो कि आतंकवादी हैं इन दोनों के नाम बदलकर हिंदू धर्म के रख दिए गए। इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हल्ला मचा हुआ है,
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जिसके कारण अब इस फिल्म को बैन करने की मांग की जा रही है।
इसी बीच एक और खबर निकलकर सामने आ रही है ।
कैप्टन देवी शर्मा जो की असल में इस कहानी मैं कप्तान थे फिल्म में जिनका रोल विजय वर्मा ने निभाया है, फिल्म के मेकर्स के सामने इस फिल्म की दो और बड़ी गलतियों को उजागर किया है।
कैप्टन देवी शर्मा ने एक बड़े टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए इस फिल्म की दो बड़ी गलतियों को उजागर किया है जिसमें उन्होंने बताया कि दो आतंकवादियों के हिंदू नाम रख देने के अलावा भी इस फिल्म में और भी बड़ी गलतियां हैं।
विदेश मंत्री द्वारा सलामी दी जाना– जिसकी पहली गलती की बात करें तो इस फिल्म में दिखाया गया है कि हमारे देश इंडिया के विदेश मंत्री इस मिशन के सुरक्षित कामयाब हो जाने के बाद फिल्म के अंत में हमें सलामी देते हुए दिखाया गया है।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह बिल्कुल भी सही नहीं है विदेश मंत्री ने हमें सलामी नहीं दी थी उन्होंने बस अपनी आंखों से एक इशारा किया था।
The hijackers of IC-814 were dreaded terrorists, who acquired aliases to hide their Muslim identities. Filmmaker Anubhav Sinha, legitimised their criminal intent, by furthering their non-Muslim names.
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 1, 2024
Result?
Decades later, people will think Hindus hijacked IC-814.
Left’s…
पाइप लाईन वाला दृश्य– देवी ने दूसरी गलती के बारे में भी बहुत स्पष्ट रूप से बताया की फिल्म के एक सीन में देवी शरण अकेले ही पाइपलाइन को सही कर देते हैं उन्होंने कहा यह सीन बिल्कुल ही
गलत था उस पाइप लाइन को सही करने के लिए तालिबानी कमांडर ने अपनी ओर से एक आदमी को भेजा था जिसे मैंने जहाज के डक में ले जाकर पाइप्स की स्थिति के बारे में समझाया था तालिबान के
उसी आदमी ने इस पाइपलाइन को ठीक किया था हालांकि फिल्म में यह दिखाया गया है कि इस पाइपलाइन को मैंने ठीक किया है जो कि सरासर गलत है।
देवी शरण जी ने यह भी बताया कि हाईजैक के बाद भी वह उस प्लेन में मौजूद पैसेंजर के टच में थे जिसके कारण जब यह फिल्म रिलीज की गई तब उसमे उन पैसेंजर का भी नाम आया जिससे कि वह सभी बहुत खुश हुए और उन्होंने मुझे फोन करके काफी सारी बधाइयां दी और अपनी खुशी भी जाहिर की।