तैयार हो जाइए खुद को असली हीरो समझने वाले कथालन को देखने के लिए। ये कोई एक्शन हीरो या सुपर हीरो नहीं है, बल्कि इस कैरेक्टर का नाम है ‘विष्णु’ और इसे अपनी सपनों की दुनिया बहुत प्यारी है। पर असल ज़िंदगी में ये सिर्फ एक आम इंसान है। गिरीश ए.डी. की मलयालम फिल्म “आई एम कथालन” एक अपराध से भरी थ्रिलिंग फिल्म है। गिरीश ए.डी. की कुछ पिछली फिल्मों से अगर हम इसकी तुलना करते हैं, तो ये फिल्म उनसे थोड़ी कमज़ोर नज़र आती है।
कहानी
विष्णु एक साधारण सा इंसान है, पर ये अपने दोस्तों के बीच और खुद के सपनों में किसी हीरो से कम नहीं है। नास्लेन के. गफूर ने विष्णु के कैरेक्टर को प्ले किया है। ये अपने क्यूट और फनी कैरेक्टर से दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं। विष्णु की ज़िंदगी के स्ट्रगल और प्यार फिल्म को और भी असल बनाते हैं।
विष्णु कंप्यूटर में होशियार है और इसकी टेक्निकल नॉलेज अच्छी है। विष्णु अपने टेक्निकल दिमाग के इस्तेमाल से एक बैंक के सर्वर को हैक कर लेता है। अब विष्णु किस तरह से हैकिंग करता है और इसका परिणाम क्या निकलता है, ये सब आपको फिल्म देखकर पता लगेगा।
विष्णु अपने सपनों में खोया रहता है, और ये खुद को किसी हीरो से कम नहीं समझता। ये फिल्म रियल लाइफ और इमोशन को एक सिम्पल वे में हमारे सामने प्रेजेंट करती है। जिस तरह से विष्णु को अपने दोस्तों के साथ चिल करते दिखाया गया है, वो इतना असल है कि आपको लगेगा कि आप अपने दोस्तों के साथ बैठकर मस्ती मज़ाक कर रहे हैं।
फिल्म के बाकी कैरेक्टर, जिसमें अनिश्मा अनिलकुमार, लिजोमोल जोस, दिलीश पोथन, सभी ने अच्छी एक्टिंग की है। फिल्म का निर्देशन गिरीश ए.डी. ने किया है, जो कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अपनी रियलिस्टिक फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। गिरीश ए.डी. अपनी सभी फिल्मों में केरल को एक खूबसूरत अंदाज़ में पेश करते हैं, जो कि हमें इस फिल्म में भी दिखाई देता है।
विष्णु का प्यार और उसका स्ट्रगल थ्रिल मूवमेंट आपको फिल्म से जोड़े रखते हैं। हर सीन में सिम्पलिसिटी और रियलिस्टिक को शानदार तरह से दर्शाया गया है।
सिनेमैटोग्राफी
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी शरण वेलायुधन ने की है और ये बहुत अच्छे नेचुरल तरह से की है, जिसे देखकर कहीं पर भी आर्टिफिशियल जैसा फील नहीं होता।
म्यूज़िक
म्यूज़िक सिद्धांत प्रदीप ने दिया है। बीजीएम सिम्पल होने के बावजूद फिल्म पर अपना प्रभाव छोड़ता है। फिल्म में काफी रिलेटेबल सीन हैं, जो आपको अपनी फैमिली और दोस्तों की याद ज़रूर दिलाएंगे।
निष्कर्ष
अगर आप मलयालम सिनेमा के फैन हैं, तो इस फिल्म को देख सकते हैं। ये एक एवरेज फिल्म है। विष्णु का नेचुरल और रिलेटेबल कैरेक्टर आपके दिल को टच कर सकता है। कुछ सीन थोड़े वीक हैं, जो स्टोरी को स्लो करते हैं। हमारी तरफ से इस फिल्म को पांच में से तीन स्टार दिए जाते हैं।
READ MORE