स्कूल की चीटिंग,जीवन की परेशानियां,क्या बैड जीनियस गुड बन पाएंगे?

Bad genius netflix

Bad genius netflix नेटफ्लिक्स के ओटीटी प्लेटफार्म पर एक नई फिल्म रिलीज की गई है जिसका नाम ‘बैड जीनियस’ है। बात करें फिल्म के जॉनर की तो यह थ्रिलिंग एंड ड्रामा है। जिसकी लेंथ 1 घंटा 37 मिनट की है। फिल्म का डायरेक्शन ‘बाज़ पूनपिरिया’ ने किया है जिन्होंने इससे पहले साल 2012 में आई फिल्म ‘काउंटडाउन’ का निर्देशन किया था। फिल्म की कहानी ‘थाई’ इंडस्ट्री से जुड़ी हुई है जिसमें कुछ स्टूडेंट्स के द्वारा स्कूल में चीटिंग करते हुए दिखाया गया है।

कहानी-

फिल्म की स्टोरी स्कूल टाइम पर एग्जाम में की गई चीटिंग पर आधारित है। जिनमें कुछ बच्चों से मिलकर बना हुआ गिरोह शामिल है। जिसमें मुख्य तौर पर ३ बच्चे शामिल है। जिनके नाम चुतिमोन चुएंगचारोएनसुकिंग, वसुधोर्न पियारोम्ना, बाज़ पूनपिरिया है। जो कि अपने हर एग्जाम के टाइम पर कुछ इस तरह से चीटिंग करते हैं जिससे किसी को भी कानो कान इसकी खबर नहीं लगती।

इन तीनों बच्चों को शुरू से ही नकल करने की आदत पड़ जाती है जिसमें यह सभी महारथ हासिल कर लेते हैं। और जैसे-जैसे वक्त बीतता है वैसे वैसे ही अपने हर एक क्लास में यही तरीका अपनाते हैं जिसके कारण उनकी लाइफ में आने वाली परेशानियों से यह तीनों बिल्कुल अनजान होते हैं।

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PIC CREDIT PLEX.TV

क्योंकि जब यह बड़े होकर किसी जॉब के लिए अप्लाई करेंगे तब वहां पर उनसे लाइव क्वेश्चन आंसर किए जाएंगे ना की चीटिंग हाल में की गई नकल इनके काम आएगी। फिल्म के आगे की कहानी इसी पर चलती है किस प्रकार से इन सभी की लाइफ में आगे परेशानियां आती हैं और साथ ही साथ उनके पैरेंट्स भी सफर करते हैं और भी बहुत सारे ट्विस्ट एंड टर्न देखने को मिलते हैं जिन्हें जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी यह फिल्म जो की नेटफ्लिक्स के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।

खामियां-

क्योंकि यह एक थाई फिल्म का रीमिक्स है जिसके कारण कहानी में कोई भी यूनीकनेस नहीं रह जाती, और स्टोरी काफी प्रिडिक्टेबल दिखने लगती है। फिल्म की दूसरी सबसे बड़ी कमी इसका स्क्रीन प्ले है। और इसकी तीसरी कमी की बात करें तो इस फिल्म की प्रोडक्शन क्वालिटी काफी लो है।

टेक्निकल एस्पेक्ट-

फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक काफी सॉफ्ट है जो की इसकी कहानी को मजबूत बनाने में बिल्कुल भी साथ नहीं देता। फिल्म को नॉर्मल कैमरा एंगल से शूट किया गया है जिसमें कोई भी अलग तरह का मूवमेंट फील नहीं होता।

फाइनल वर्डिक्ट-

अगर आप स्टूडेंट लाइफ को फिर से जीना चाहते हैं और स्कूल लाइफ में की गई नादानियों का मजा उठाना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए एक बेहतरीन तोहफा है जिसे देखकर आप हसेंगे और मनोरंजन भी फील करेंगी। हालाकि कहानी में उस तरह की ग्रिपिंग नहीं दिखाई देती और ना ही यह कोई एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी फिल्म है।मूवी को वन टाइम वॉच किया जा सकता है। जिसे देखकर आप बिल्कुल भी मायूस नहीं होंगे।

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  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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