The Miranda Brothers Review In Hindi : जिओ सिनेमा के प्लेटफार्म पर एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म 25 अक्टूबर को रिलीज की गई है जिसमें आपको हर्षवर्धन राणे,जेनीफर,राहुल देव, मिजान ज़ाफ़री,साहेर बाम्बा आदि कलाकार नजर आएंगे।
फिल्म के डायरेक्टर है संजय गुप्ता जिन्होंने इससे पहले कांटे,काबिल, प्लान और मुसाफिर जैसी फ़िल्में दर्शकों को दी है।इस स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म की कहानी के लेखक है समीर हाफिज और मिलाप जावेरी।फिल्म का प्रोडक्शन वाइट फेदर फिल्म्स के द्वारा किया गया है।
फिल्म की कहानी –
इस स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म की कहानी दो भाइयों पर आधारित है जो फुटबॉल खिलाड़ी बनने का सपना देखते है। इनके लिए फुटबॉल ही सब कुछ होता है एक जूनून सवार होता है फुटबॉल के क्षेत्र में आला मुकाम हासिल करने के लिए लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब बड़ा भाई कुछ ड्रग्स माफियाओं की संगत में पड़ जाता है
और अपने मार्ग से भटक जाता है लेकिन छोटा भाई उसका मार्गदर्शन करता है और दोनों भाई अपने सपने को पूरा करने के लिए कोशिशों में लग जाते है।एक दिन अचानक से इनकी माँ की मौत हो जाती है और इन दोनों के सपने को पूरा करने के बीच एक एक करके कई ऑब्सटेकल्स सामने आती है।
क्या ये दोनों भाई अपने सपने को पूरा कर पाएंगे और इनकी माँ की मौत के पीछे क्या रहस्य है ये सब जानने के लिए आपको इस फिल्म को देखना होगा। फिल्म का रनिंग टाइम है 1 घंटा 40 मिनट
कैसा है प्रोडक्शन वर्क?
फिल्म के प्रोडक्शन को आप इसके सिर्फ शुरुआती एक्सपीरियंस से ही नहीं जज कर सकते है क्यूंकि फिल्म का फर्स्ट हाफ आपको बहुत ज्यादा पावरफुल नहीं लगेगा जो एक दम से आपको आकर्षित कर सके या फिर कहानी से जोड़ सके।
आपको लगेगा हम क्यों इस फिल्म को देखने बैठे है लेकिन जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती है और आप एक एक करैक्टर से जुड़ते जाते है कहानी और भी ज्यादा इंट्रेस्टिंग होती जाती है।फिल्म का क्लाइमैक्स बहुत ही बेहतरीन है जो और भी बेहतर हो सकता था।
करैक्टर्स की एक्टिंग है बेस्ट –
फिल्म के सभी करैक्टर्स चाहे वो हर्षवर्धन राणे हो या फिर संजय सूरी सबने अपनी बेस्ट एक्टिंग दी है। एक बेटे के रोल को हर्षवर्धन ने बहुत ही बखूबी से निभाया है। लेकिन अगर मिजान ज़ाफ़री की एक्टिंग की बात करें तो आप पुरी तरह से इनकी एक्टिंग से सेटिसफाई नहीं हो पाएंगे।
एक अच्छा कलाकार होने के बाद भी मिजान ज़ाफ़री ने अपनी वॉर्स परफॉरमेंस इस फिल्म में दी है।मिजान की पहली फिल्म थी “मलाल” जिससे उन्होंने एक बेस्ट एक्टर की तरह अपनी पहचान बनाई थी लेकिन बाकी की फिल्मों में बजाए इम्प्रूवमेंट के एक्टिंग से एक्सप्रेशन खत्म होता जा रहा है।
फिल्म के माईनस पॉइंट्स –
इस फिल्म का म्यूजिक जो आपके कानो को सुकून देने के बजाए सिर दर्द देने वाला है। फिल्म का म्यूजिक बहुत ही बेकार रखा गया है जिसे बेहतर किया जा सकता था। इसके अलावा फिल्म का क्लाइमैक्स जिसमें आपको और अच्छा हो सकता था, ऐसा फील होगा। संजय की सभी फिल्मों की तरह इस फिल्म में भी पर्टिकुलर एक कलर पर फोकस किया गया है। ब्राइट येलोइश कलर जो आपको कुछ ज्यादा ही चुभने वाला लगेगा।
निष्कर्ष : फिल्म की सभी कमियों को नज़रअंदाज़ करते हुए एक अच्छी स्टोरीलाइन और एक्टर्स की अच्छी परफॉरमेंस के लिए आप इस फिल्म को देख सकते है, अगर आपको स्पोर्ट्स से जुड़ी एक इमोशनल कहानी देखना पसंद है। फिल्म में आपको खेल से जुड़े काफी इमोशनल पहलू देखने को मिलेंगे। इस फिल्म को मेरी तरफ से 5 में से 3* की रेटिंग दी जाती है।