Touch Me Not Review hindi:इन दिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो हॉटस्टार अपने सुपर हीरो कॉन्सेप्ट पर बने “पावर ऑफ 5” शो के लिए काफी सराहा जा रहा है,जिसके अब तक तकरीबन 49 एपिसोड रिलीज हो चुके हैं। ठीक इसी तर्ज पर चलते हुए जियो हॉटस्टार लेकर आए हैं अपना एक और नया सुपरनैचुरल पावर के कॉन्सेप्ट पर बना शो “टच मी नॉट” जिसे 5 अप्रैल 2025 के दिन से प्रीमियर कर दिया गया है।
अभी फिलहाल शो के सिर्फ 6 एपिसोड ही हैं। जिनमें से हर एक की लंबाई तकरीबन 24 से 38 मिनट के बीच है और इसका जॉनर क्राइम,थ्रिलर कैटेगरी के अंतर्गत आता है। शो की स्टोरी लाइन साल 2019 में आई कोरियन ड्रामा सीरीज “ही इज साइकोमेट्रिक” पर बेस्ड है, जिसे मूल रूप से तेलुगु में बनाया गया और हिंदी में भी रिलीज किया गया है। चलिए जानते हैं शो की कहानी और करते हैं इसका रिव्यू।
कहानी:
“टच मी नॉट” वेब सीरीज की कहानी ‘मारुति अपार्टमेंट’ से शुरू होती है,जहां कई परिवार साथ रहते हैं। एक दिन एक घर का दरवाजा खटखटाया जाता है। दरवाजा खोलते ही एक महिला को चाकू मार दिया जाता है। यह एक शातिर कातिल का काम है, जो उस घर की तीनों महिलाओं को मार डालता है।
कातिल यहीं नहीं रुकता,वह टेबल को नाश्ते से सजाता है जैसे मेहमान आने वाले हों,ताकि पुलिस को शक न हो। फिर वह पूरी बिल्डिंग में आग लगा देता है,जिसमें कई लोग मर जाते हैं जिसमें ऋषि (दीक्षित शेट्टी) के माता पिता भी शामिल हैं। ऋषि को राघव (नवदीप) नाम का लड़का बचा लेता है। दोनों अनाथ हैं, और अब वर्तमान में ऋषि राघव के साथ रहता है,जो एक पुलिस ऑफिसर बन चुका है।
ऋषि कोई साधारण इंसान नहीं बल्कि उसके पास साइकोमेट्री की शक्ति है। यानी वह किसी चीज को छूकर उसका अतीत जान सकता है। राघव इस शक्ति का इस्तेमाल अपने पुलिस केस सुलझाने में करता है। कहानी में मेघा (कोमली प्रसाद) नाम की लड़की भी है,जिसके पिता “देवी प्रसाद” मारुति अपार्टमेंट में सिक्योरिटी गार्ड थे। आग के हादसे का दोष उन पर लगा और वे फिलहाल जेल में हैं।
मेघा अपने पिता को बेगुनाह साबित करने के लिए सुराग ढूंढती है। आगे चलकर मेघा और ऋषि एक कॉलेज में मिलते हैं। दोनों के अनाथ होने के कारण उनकी दोस्ती गहरी हो जाती है। चार साल बाद वर्तमान में एक अस्पताल में वैसी ही घटना होती है,जैसी मारुति अपार्टमेंट में हुई थी।
राघव इसे सुलझाने में जुटा है। उसकी सहकर्मी को लगता है कि दोनों मामले जुड़े हैं और कातिल बहुत चालाक है, जो हमेशा बच निकलता है। इस बार राघव,ऋषि और मेघा मिलकर कातिल को पकड़ना चाहते हैं। क्या वे इस रहस्य को सुलझा पाएंगे या कातिल फिर बच जाएगा? यह जानने के लिए सीरीज देखनी होगी।
शो की अच्छाइयां:
कहानी में खूब सारा थ्रिलर और सस्पेंस डाला गया है, जिसमें ऋषि के पास मौजूद वह सुपर पावर, जिन्हें साइकोमेट्री पावर का नाम दिया गया है शामिल है।
हर एक एपिसोड को काफी फास्ट पेसिंग रखा गया है, जिसमें एक के बाद एक ट्विस्ट आते रहते हैं और आप बोरियत महसूस नहीं करते।
दीक्षित शेट्टी और नवदीप दोनों के ही किरदार बढ़िया हैं, जिनकी एक्टिंग दमदार है।
सीरीज का कॉन्सेप्ट काफी नया है जो पहले किसी भी शो में दिखाया नहीं गया।
निगेटिव पॉइंट्स:
ऋषि और हत्यारे के अलावा कहानी अन्य चीजों पर ठीक से फोकस नहीं करती है,जिससे कई बार थोड़ा अजीब लग सकता है।
बहुत सारे सवालों के अधूरे जवाब,जैसे ऋषि के पास अलौकिक शक्तियां कब कैसे और क्यों आई इस बात का खुलासा पूरी तरह से नहीं किया जाता।शो में सस्पेंस की भरमार है पर जिस तरह से बहुत सारे कैरेक्टर्स को दिखाया गया है,इनमें से किसी से भी इमोशनल कनेक्शन बन नहीं पाता।
निष्कर्ष:
यह वेब सीरीज थ्रिलर और सस्पेंस पसंद करने वालों के लिए एक तोहफा है। इसका एंटरटेनमेंट से भरा डरावना सस्पेंस माहौल और डार्क मर्डर कॉन्सेप्ट इसे देखने के लिए दर्शकों को मजबूर करता है। फिलहलाह ६ एपीसोड मौजूद हैं। जिनकी हिंदी डबिंग क्वालिटी टॉप नोच है,तो देर किसी बात की देखें ओर लुत्फ उठाए।
फिल्मीड्रीप रेटिंग: 4/5
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