The wild robot movie review in hindi:हॉलीवुड की तरफ से एक नई एनिमेटेड फिल्म वीओडी पर 1 दिन के लिए रिलीज़ की गई है,जिसका नाम ‘द वाइल्ड रोबोट‘ है,
जिसे 18 अक्टूबर को इंडिया के सिनेमाघरों में रिलीज़ किया जाएगा।फिल्म का जॉनर फैमिली और एडवेंचर है,इसकी लेंथ की बात करें तो यह तकरीबन 1 घंटा 42 मिनट की है।
मूवी का डायरेक्शन ‘क्रिस सैंडर्स’ ने किया है जिन्होंने इससे पहले सन 2020 में आई फिल्म ‘द क्रूड्स‘ और ‘डिज्नी इनफिनिटी’ जैसी बहुत सी दर्जनों फिल्मों का निर्देशन किया है।
फिल्म की कहानी ‘यूनिवर्सल डायनेमिक’ द्वारा बनाए गए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंट रोबोट की है जिसकी मदरशिप एक्सीडेंटली जंगल में क्रैश हो जाती है,और वह जंगल में ही फंस जाता है।
कहानी–
मूवी की स्टोरी ‘रोज़’ नाम के एक इंटेलीजेंट रोबोट की है जिसे जल्द ही उसकी क्रिएटर कंपनी द्वारा डीसअसेंबल किया जाने वाला है,क्योंकि यह आउटडेटेड हो चुका है।
लेकिन यह नौबत आने से पहले ही रोज़ की शिप जंगल में क्रैश हो जाती है। जिसके गिरने के दौरान जंगल का बहुत सारा नुकसान होता है
उसी दौरान उसे बहुत सारे चिड़िया के फूटे हुए अंडे मिलते हैं जिनमें से एक अब भी सही सलामत होता है। इसी अंडे से ‘बराइटबिल’ निकलता है जोकि एक चिड़िया का बच्चा है।
क्योंकि ‘बराइटबिल’ ने सबसे पहले रोज़ को देखा होता है, तभी उसे लगता है वही उसका डैड है।
जैसे जैसे कहानी आगे बढ़ती है
रोज़ इसकी सुरक्षा करता है और पालन पोषण भी करता है।
पर जब एक दिन बराइटबिल बड़ा हो जाता है तब वह रोज़ से सवाल करता है कि वह भी बाकी पंछियों की तरह क्यों नहीं उड़ सकता?
वह रोज़ पर इल्जाम भी लगाता है कि रोज़ उसका पिता नहीं है जिस कारण से उसने बराइटबिल को उड़ना नहीं सिखाया।
जिसके बाद कहानी बहुत इमोशनल एंगल ले लेती है,और ये सभी बराइटबिल को उड़ना सिखाने में जुट जाते है।जिनमे ‘रोज़’ और ‘कैथरीना ओहरा’ जोकि एक गिलहरी है यह भी इसकी मदद करते है।
फाइनली बराइटबिल हवा में उड़ान भरना सिख जाता है और ठंड का मौसम आने से पहले बाकी सभी पंछियों के साथ एक नए लंबे सफर पर अपने साथियों के साथ निकल जाता है।
लेकिन कहानी में एक नया ट्विस्ट तब आता है जब रोज़ को ले जाने के लिए यूनिवर्सल डायनेमिक वाले अपनी एक रोबोट को भेजते हैं,
हालाकि अब रोज़ कंपनी में वापस नहीं जाना चाहता और जंगल में ही रह कर बराइटबिल का इंतजार करना
चाहता था।क्या रोज़ रोबोट को डायनेमिक वाले अपने साथ ले जाते है?
क्या बराइटबिल अपना सफर खत्म करके जंगल में वापस आता है?
यह सब जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी यह फिल्म जोकि 18 अक्टूबर को भारत के सभी सिनेमाघरों में हिंदी में उपलब्ध होगी।
टेक्निकल एस्पेक्ट-
बैकग्राउंड म्यूज़िक
मूवी का म्यूजिक काफी इंगेजिंग है जिसे बच्चों को ध्यान में रख कर डाला गया है। जिसे फिल्म के हर सीन में काफी खूबसूरती से डाला गया है।
सिनेमेटोग्राफी–
फिल्म के सभी कैमरा एंगल्स पर अच्छे से काम किया गया है,जिससे कहानी में उत्सुकता बनी रहती है।
एडिटिंग–
इसकी एडिटिंग की बात की जाए तो इसकी लेंथ को थोड़ा कम किया जा सकता था।हालाकि फिल्म की यह डोरेशन भी आपको बोर नहीं करती।
विज़ुअल इफेक्ट–
एनीमेशन की क्वाल्टी अच्छी और क्रिस्प है,जिसका सही मायनों में अंदाज़ा आपको इस फिल्म के 3D वर्जन में देखने को मिलता है।
प्रोडक्शन क्वालिटी–
मूवी की प्रोडक्शन क्वालिटी बढ़िया है,जिसमे किसी भी प्रकार से बजट की कमी नहीं की गई है।
खामियां-
फिल्म की सबसे बड़ी कमी यह है कि ये कहानी एक एनिमेटेड फिल्म को लेकर बनाई गई है। जिससे कि एक चुनी हुई ऑडियंस तक ही सीमित रह जाएगी।
यदि यह स्टोरी नॉर्मल फिल्मों की तरह रियल कैरेक्टर्स को लेकर बनाई जाती तो छप्पर फाड़ इसका बॉक्स ऑफस कलेक्शन होता।
फाइनल वर्डिक्ट-
अगर आपको एनिमेटेड फिल्म देखना पसंद है और ‘आइस एज‘ जैसी फिल्मों को आप पूरे मन से देखते हैं।तो यह फिल्म इस फ्राइडे आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन है।
क्योंकि यह जरूरी नहीं कि सिर्फ बच्चे ही इस फिल्म को देखे सकते है,फिल्म की कहानी हमें इस प्रकार से संदेश देती है जोकि सभी वर्ग के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।
हमारी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते है 10/8* star।