The Sabarmati Report review hindi:निर्देशक धीरज शर्मा और एकता कपूर की नई फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ का आज प्रीमियर कर दिया गया है जो की 15 नवंबर को भारत के सभी सिनेमाघर में रिलीज की जा रही है क्या इस फिल्म को आप अपना कीमती वक्त दे सकते हैं पढ़िए हमारा रिव्यू जिससे आपको ये फैसला करने में आसानी रहेगी कि आप इस फिल्म को देखें या ना देखें।
फिल्म में दिखाई गई स्टोरी बहुत ज्यादा कंट्रोवर्सी से भरी हुई है। जब इस फिल्म का सबसे पहले अनाउंसमेंट किया गया था और इसके टीजर को रिलीज किया गया , तब इस फिल्म पर बहुत सारी बंदिशे लगाई गई थी और इसे रिलीज नहीं किया जा रहा था।
फ़िलहाल अब फिल्म को देखने के बाद ये समझ आजायेगा कि इस फिल्म को क्यों नहीं रिलीज किया जा रहा था और अब वह क्या वजह रही हैं जब इस फिल्म को रिलीज करने की अनुमति मिल गयी।
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स्टोरी-
फिल्म की कहानी सन 2000 में हुए “गोधरा कांड” पर आधारित है, जब गुजरात के गोधरा में स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस की बोगी में आग लगा दी गई थी।
जिस हादसे में तकरीबन 59 लोग मारे गए थे, तब कुछ सोर्स से ये खबर निकल कर सामने आई थी कि गोधरा कांड को एक षड्यंत्र के तहत किया गया था एक कमियूनिटी को टारगेट बना कर ।
इस घटना के बाद दो समुदाय के बीच दंगे होना शुरू हो गये थे और इन दंगो ने बहुत से लोगो की जान ले ली थी मीडिया के मुताबिक ये इसे एक पोलिटिकल एंगल बताया जा रहा था । फिल्म की कहानी में दिखाया है कि विक्रांत मैसी को रिपोर्टर बनने का शौक है और यह मीडिया में काम करना चाहते हैं पर उनके साथ एक सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह होती है कि इन्हें अंग्रेजी बोलना नहीं आती।
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उस समय इंग्लिश मीडिया चैनल बहुत तेजी के साथ ग्रो कर रहे थे। और यह सभी इंग्लिश मीडिया इस साबरमती के इस हादसे का सच छुपा कर इसे सिर्फ एक एक्सीडेंट का रूप दे रहे थे।
आज के समय में ज्यादातर लोगों का या मानना है कि मीडिया बिक चुकी है अब यह समझ नहीं आता कि मीडिया सन 2000 से ही बिकी हुई थी या अब बिकी है क्योंकि उस समय इस एक्सीडेंट को पूरी तरह से छुपाने की कोशिश मीडिया द्वारा की गई थी।
फिल्म को बहुत सारी अटकलें के बाद अब साबरमती रिपोर्ट को सिर्फ इसलिए रिलीज किया गया है की फिल्म में किसी एक समुदाय को बहुत ऊपर रखकर दिखाया गया।
फिल्म में विक्रांत मैसी को मीडिया के पीछे पड़ते दिखाया जाता है कि मिडिया सच्चाई को सामने क्यों नहीं लारही । विक्रांत का मानना था कि यह सिर्फ एक एक्सीडेंट नहीं बल्कि प्रीप्लान तरह से किया गया था, जिसकी सच्चाई दुनिया के सामने आनी चाहिए।
फिल्म में जब राशि खन्ना की एंट्री होती है तब राशि खन्ना इस केस की इन्वेस्टीगेशन में लग जाती हैं और वे एक-एक करके लोगों से मिलती हैं और तब जो चीज निकल कर सामने आती है वह आपके रोंगटे खड़ा कर देगी।
फिल्म एक सीरियस टोन को लेकर आगे चलती है, जिसमें विक्रांत मैसी को एक फ्रस्ट्रेड मीडिया कर्मी के तौर पर दिखाया गया है जिन्हें मीडिया पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं। यह सिर्फ सच जानना चाहता है हालांकि इस सच को जानने के लिए उनके सामने बहुत सारी समस्याए आ रही होती हैं।
पर फिल्म में राशि खन्ना के आने के बाद बहुत सारी चीज बदलती हुई नजर आती हैं। फिल्म का क्लाइमैक्स बहुत ज्यादा प्रिडिक्टेबल है जिसका अंदाजा पहले से ही लग जाता हैं के आगे क्या दिखाया जाने वाला है ।
विक्रांत मैसी ने अपने इस किरदार को इस तरह से निभाया है जिसे देखकर आपको या लगेगा कि उनके अलावा इस रोल को इतना बेहतर और कोई नहीं निभा सकता था, साथी राशि खन्ना ने भी अपने रोल को बहुत बढ़िया निभाया है जो की एक पत्रकार के रूप में दिखाई दी हैं। फिल्म की कास्टिंग हर तरह से परफेक्ट है।
रिद्धि दोघरा ने भी अपने रोल को अच्छे से निभाया है। फिल्म में जो भी घटना को दिखाने की कोशिश की जा रही है और जो भी चीज हमारे सामने लाई जा रही हैं, वो सब इस गोधरा कांड को एक नई रोशनी के साथ हमारे सामने रखना चाहती हैं की असल में उस दिन पर हुआ क्या था। इस पूरे घटनाक्रम के फैक्ट को जानने के लिए आपको या फिल्म देखनी होगी जो कि आपके नजदीकी सिनेमाघर में आज 15 नवंबर को रिलीज कर दी गई है।
प्रदर्शन-
धीरज शर्मा का डायरेक्शन बहुत अच्छा है जिन्होंने फिल्म की लंबी कहानी को बहुत ज्यादा ना खींच कर सिर्फ दो घंटे 7 मिनट में ही खत्म कर दिया है। फिल्म का बजट 50 करोड़ बताया जा रहा है जो की फिल्म को देखने से बिल्कुल भी नहीं लगता। अगर इसका बजट सिर्फ 50 करोड़ है तब यह फिल्म अपने बजट के अनुरूप नहीं बनाई गई है।
फिल्म के प्रोडक्शन वैल्यू 50 करोड़ जैसी नहीं लगती। इतना बड़ा बजट होने के बावजूद भी इस फिल्म का प्रमोशन आखिर क्यों नहीं किया गया। छोटे शहरों में तो इस फिल्म को स्क्रीन्स ही नहीं दी गई है, हालांकि हमें तो फिल्म ठीक-ठाक लगी है। पर हमारे अनुमान के अनुसार या फिल्म लोगों को दो तरह से हिट कर सकती है ,या तो पॉजिटिव वे में या फिर नेगेटिव में।
अगर यह फिल्म पॉजिटिव वे में हिट करेगी तो लोगों के बीच इसका वर्ड ऑफ माउथ बढ़ेगा जिससे फिल्म को देखने और भी दर्शक आ सकेंगे। पर अगर इसके उलट यह फिल्म अगर नेगेटिव वे में जाएगी, तो इस फिल्म की, कहीं बात ही नहीं होगी और बाकी फिल्मों की तरह ही यह भी कहीं विलुप्त हो जाएगी।
क्योंकि इससे पहले केरला स्टोरी का भी यही टॉपिक था जिसमें खास समुदाय को टारगेट किया गया था अगर केरल स्टोरी की तरह इस फिल्म ने भी अपनी जगह दर्शकों के बीच बना ली तो यह फिल्म भी आग की तरह फैल जाएगी। आप इस फिल्म को अपनी पूरी फैमिली के साथ भी देख सकते हैं क्योंकि इसमें किसी भी तरह की न्यूडिटी वह वल्गैरिटी नहीं दिखाई गई है।
हमारी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5/2 ⭐.
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