Silence 2 Full Movie Review:मनोज बाजपाई की फिल्म साइलेंस २ जो की ज़ी 5 पर रिलीज़ की जा चुकी है। आप अपना कीमती समय इस फिल्म को दे सकते है या नहीं आईये अपने इस आर्टिकल में हम आपको बताने की कोशिश करते है। साइलेंस 2 साइलेंस 1 का सीक्वल है पर इसका पिछली स्टोरी से कोई लेना देना नहीं है।
कहानी
फिल्म कहानी में दिखाया गया है के एक बियर बार में कुछ हत्याएं होती है इन्ही हत्याओं में मनिस्टर का एक P.A भी होता है और वो तो हम सब लोग जानते ही है के अगर मर्डर किसी बड़े इंसान का हो जाए तो केस को लाइटली नहीं लिया जाता है। तभी इस केस की जिम्मेदारी स्पेशल यूनिट के पास पहुँचती है और वहा होते है अपने मनोज बाजपेयी जो इस केस की भाग दौड़ को अपने हाथो में लेते है और इन्वेस्टीगेशन को आगे बढ़ाते है।
इस फिल्म को आप लोग ज़ी ५ पर देख सकते है अगर फिल्म की लेंथ की बात की जाए तो इस फिल्म की लेंथ है दो घंटे बाइस मिनट की। साइलेंस फिल्म को देखने के लिए आपको इसके पहले पार्ट को देखने की कोई जरूरत नहीं पड़ती है क्युके ये कही से भी पार्ट वन से रिलेट करती हुई नज़र नहीं आती हुई दिखाई देती है। इस फिल्म से आप कुछ ज़ादा अपेक्षा नहीं कर सकते है फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जो की आपको इम्प्रेस करने वाला हो फिल्म को देख कर ही ऐसा लगता है के मेकर ने इस फिल्म को बेहद कम बजट में तय्यार किया है।
पूरी फिल्म में आप शुरू से लेकर लास्ट तक बने रहते है पर कही पर भी ऐसा सीन नहीं आता है जिसको देख कर आप उत्सुकता से भर जाए।
क्या कुछ पॉज़िटिव नज़र आरहा है साइलेंस में
साइलेंस फिल्म की अगर बात की जाए तो फिल्म में एक बात अच्छी दिखाई गयी है के फिल्म को ज्यादा बेमतलब के खींचा नहीं गया है फिल्म में टू द पॉइंन्ट बात कही गई है। फिल्म में आपको साफ तौर पर हर चीज़ समझ आएगी के केस में किस तरह से काम किया जा रहा है। मेकर अगर चाहते तो इस फिल्म को बिना मतलब के बढ़ाते रहते पर इन्होने ऐसा नहीं किया जो की एक अच्छा प्रयास किया गया इस फिल्म के साथ।
अगर आप को इमोशनल सीन देखना पसंद है तो फिल्म में आपको बहुत से ऐसे सीन देखने को मिल जाएगे जो की आपको अंदर तक कनेक्ट कर सकता है
साइलेंस फिल्म का म्यूज़िक भी ठीक ठाक है न ही बहुत अच्छा है और न ही बहुत बुरा बस बैलेंस बनाकर चलता है।
मनोज बाजपेयी की अगर एक्टिंग की बात की जाए तो उन्होंने ज़बरदस्त काम किया है उन्होंने इस फिल्म में अपना बेस्ट दिया है साहिल वैध और प्रीति डिसाई ने भी ज़बरदस्त एक्टिंग की है।
फिल्म का कलाइमेक्स और ट्विस्ट और टर्म देख कर आपको मज़ा आता है बस मेकर ने एक गलती ये कर दी है के फिल्म में किसी भी तरह का सस्पेंस नहीं रक्खा जो भी है वो हमें पहले ही पता लग जाता है अगर वही चीज़ दर्शक को बाद में पता चले तो बात ही कुछ अलग होती है मज़ा ही अलग आता है उस चीज़ का।
अगर आप ने क्राइम थिरलर फिल्म पहले ज्यादा नहीं देखि होगी तो ये फिल्म आपके लिए बेस्ट है अगर आप क्राइम फिल्म के प्रो हो चुके है अपने ढेरो क्राइम फिल्मे पहले ही देख रक्खी है तो साइलेंस फिल्म आपको ज़्यादा समझ नहीं आने वाली है।