My old ass review in hindi:समय और रिश्ते यह दो इंसानी जीवन की बहुत महत्वपूर्ण कड़ियां हैं जिन्हें हम अपने यौवन के समय समझ नहीं पाते अर्थात जब हम काफी यंग होते हैं।
उस समय यह सभी चीजें जरूरी नहीं लगती इसी पर डायरेक्टर ‘मेगन पार्क‘ की फिल्म ‘माई ओल्ड ऐस‘ आधारित है। जिसमें हमें रिश्तो की गहराइयों और समय के गुजरने के बाद उसका पछतावा होने की कहानी को दर्शाया गया है।
फिल्म की कहानी ‘इलियट’ नाम की लड़की पर आधारित है “जो कि अपने 18 साल पूरे करने वाली है और इससे पहले हुआ अपनी दो दोस्तों के साथ जंगल में पिकनिक मनाने चाहती है”
जहां पर यह सभी खूब धूम मचाते हैं और सारी रात पार्टी करते हैं। ‘माई ओल्ड ऐस’ फिल्म का डायरेक्शन ‘मेगन पार्क’ ने किया है। जिसकी लेंथ की बात करें तो यह तकरीबन १ घंटा २९ मिनट की है।
फिल्म का जोनर कॉमेडी और ड्रामा की कैटेगरी में आता है।
स्टोरी– माई ओल्ड ऐस ऐसी फिल्म है जो युवा अवस्था में होने वाली अतरंगी कहानियों को दर्शाती है फिर चाहे वह अपने तीन दोस्तों के साथ जंगल में पार्टी करने के लिए निकल जाना हो या फिर सारी रात धूम मचाना इस फिल्म में लड़कपन की वह सारी यादें दिखाई गई है जिन्हें देखकर आप खुद को उनमें सम्मिलित फील करोगे।
कहानी इलियट नाम की एक लड़की पर बुनी गई है जो कि फिलहाल 18 साल में कदम रखने वाली है। जिससे पहले वह जंगल में अपने कुछ दोस्तों के साथ पिकनिक का प्लान बनाती है।
जहां पर पार्टी करते वक्त वे सभी खूब सारा नशा करते हैं। जिनमें इलियट कुछ ज्यादा ही नशीली चीजों का उपयोग कर लेती हैं जिसके कारण जब जब वह खुद को होश में पाती है तो उसके सामने खुद का ही प्रतिबिंब उसे दिखाई देता है।
यानी वह खुद को ही अपने सामने पाती है जो कि उससे उम्र में दुगनी है। क्योंकि इलियट पूरी तरह से नशे में धुत है जिस कारण से वह ज्यादा सदमे में ना आकर अपनी हमशक्ल औरत से बात करती है।
जिसमें वह बड़ी उम्र की इलियट उसे बताती है कि उसकी आने वाली जिंदगी के बारे में हालांकि शुरुआत में उसे इसकी बातों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं होता लेकिन जैसे-जैसे बातें आगे बढ़ती चली जाती है वैसे-वैसे वह बहुत सारे इलियट की जिंदगी में आने वाले पलों का खुलासा करती है।
जिसके बाद अचानक वह बड़ी उमर की इलियट गायब हो जाती है और अगले दिन इलियट होश में आती है और खुद को जंगल में पाती है।
किस तरह से अपने से बड़ी उम्र की इलियट से मिलने के बाद इस 18 साल वाली एलिट की जिंदगी बदल जाती है और किस तरह से वह अपने उन रिश्तो को तवज्जो देने लगती हैं।
जिन्हें वह इससे पहले कुछ भी ना समझती थी इन्हीं सब चीजों को फिल्म के आगे की कहानी में दिखाया गया है जिसे और ज्यादा जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी या फिल्म जो कि फिलहाल आपके नजदीकी सिनेमाघरों में उपलब्ध है।
खामियां– फिल्म की कमियों की बात करें तो इसकी सबसे बड़ी कमी इसकी प्रोडक्शन क्वालिटी है जो की देखने में काफी एवरेज सी दिखाई देती है।
फिर चाहे बात हो इस फिल्म की स्टोरी की तो यह भी हमें कुछ नया नहीं दिखाती। वही पुराना घिसा पिटा कॉन्सेप्ट देखने को मिलता है जिसमें एक युवती दुनिया से बेखबर होकर पिकनिक मनाने निकल पड़ती है।
फिल्म का कैरेक्टर डेवलपमेंट काफी कमजोर है जिससे आप किसी भी कैरक्टर से जुड़ाव महसूस नहीं कर पाते।
अच्छाइयां– फिल्म की खूबियों की बात करें तो इनमें सबसे पहले इसकी लोकेशंस आती हैं शुरुआती फिल्म मैं यानी के इसके फर्स्ट हाफ में जो भी लोकेशन दिखाई गई हैं।
वह काफी सुंदर है फिर चाहे वह जंगल में दिखाया गया कॉन्सेप्ट हो या फिर वह खुले आसमान के वाइब्रेंट कलर सभी को देखकर काफी मीठा एहसास होता है।
हालांकि फिल्म में कुछ ऐसी चीज़े भी दिखाई गई है जिनका इस आर्टिकल में खुलासा करना ठीक ना होगा क्योंकि यह एक बड़े स्पॉयलर के रूप में नजर आता है।
फाइनल वर्डिक्ट– अगर आप बॉलीवुड की फिल्में देखते हैं और आपको दोस्ती यारी वाली फिल्में देखना पसंद है जिनमें आमिर खान की फिल्म दिल चाहता है भी शामिल है तो आप इस फिल्म को दिल खोलकर इंजॉय करेंगे।
हालांकि फिल्म एक युवती की जिंदगी पर आधारित है पर फिर भी मेल हो या फीमेल सभी वर्ग के लोग फिल्म को इंजॉय कर सकते हैं।
हमारी ओर से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5/2.5 ⭐.