Here movie review in hindi:कैसा हो जब एक नहीं बल्कि ३ पीढ़ियों की कहानी एक ही घर के एक ही डाइनिंग रूम के रास्ते आपके सामने परोसी जाए।
कैसे एक व्यक्ति अपने पेंटिंग के शौक को साइड में रखकर अपने परिवार के पालन के लिए वही करता है जो उस वक्त उसके परिवार के लिए सही होता है ना कि वह गिरिडी होकर अपने पैशन को फॉलो करे।
जी हां हम बात कर रहे हैं ‘टॉम हैंक्स‘ की फिल्म ‘हेयर‘ की जिसका डायरेक्शन ‘रॉबर्ट ज़ेमेकिस‘ ने किया है ‘ जिन्होंने इससे पहले साल 1994 में आई फिल्म ‘फॉरेस्ट गंप‘ का निर्देशन किया था।
हाल ही में आमिर खान ने भी उनकी फिल्म फॉरेस्ट गम की कहानी को अडॉप्ट किया और खुद की एक फिल्म भी बनाई जो लाल सिंह चड्ढा थी हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाई।
फिर भी रॉबर्ट ज़ेमेकिस को एक सफल डायरेक्टर के रूप में माना जाता है। जो कि अपनी फिल्मों से एक अलग पहचान बनाते हैं और दर्शकों के दिलों में एक अलग छाप छोड़ जाते हैं।
आईये बात करते हैं उनकी एक नए कॉन्सेप्ट पर बनी फिल्म हेयर के बारे में ऐसी स्टोरी जिसे आपने इससे पहले किसी भी फिल्म में ना सुना होगा और ना ही देखा होगा।
कास्ट– टॉम हैंक्स,रोबिन राइट ,केली रैल्ली ,पॉल बेटनी ,लेज़ली ज़ेमेकिस ।
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— Here Movie (@HereMovie) June 26, 2024
Tom Hanks and Robin Wright star in Robert Zemeckis’ #HereMovie – exclusively in movie theaters November 15. pic.twitter.com/HkQxUegg0i
स्टोरी– फिल्म की कहानी में तीन पुश्तों को दिखाया गया है जिसकी यूनिक नेस है कि कैमरे को पूरी फिल्म में स्टिल रखा गया है यानी कि कैमरा ना तो हिलता डुलता नजर आता है और ना ही अपने एंगल को चेंज करता है वह एक ही एंगल पर स्थिर रहता है वह पूरी फिल्म को फिल्माता है।
बात करें फिल्म की तो इसमें रॉबर्ट फैमिली की स्टोरी को दिखाया गया है। जिनकी एक बीवी है जिसका नाम ‘मारग्रेट’ और एक छोटी बच्ची जोकि ‘वेनेसा’ है। और वही रॉबर्ट के माता-पिता का नाम ‘रोज़’ और ‘एल’ है।
यह सभी शांति से अपनी फैमिली में रहते हैं लेकिन जब रॉबर्ट की शादी मार्गरेट से हो जाती है तब वह रॉबर्ट के माता-पिता के साथ उस घर में नहीं रहना चाहती जिससे इन दोनों मियां बीवी के बीच विवाद बढ़ता चला जाता है।
और इन सब चीजों को देखते हुए रॉबर्ट सोचता है कि वह मनो चिकित्सक की हेल्प ले और खुद की और अपनी बीवी की काउंसलिंग करवाएं जिसे शायद चीजें बदल सके, और यह विवाद खत्म हो जाए।
हालांकि बाद में होता कुछ उल्टा ही है और वह काउंसलर इन दोनों को या सलाह देता है कि यह दोनों एक दूसरे के लिए नहीं बने इन्हें जल्दी अलग हो जाना चाहिए।
जिसे सुनकर इन दोनों के रिश्ते और भी ज्यादा खराब हो जाते हैं और मारग्रेट अपनी छोटी बच्ची वेनेसा को लेकर घर छोड़कर चली जाती है।
आगे की कहानी इसी तरह की भावुकता पर आधारित है जिसे देखते देखते आपकी आंखों में पानी जरूर आ जाएगा, यह फिल्म ऐसा यादों का समंदर है जिसमें आप खुद को ढूंढने से नहीं रोक पाएंगे।
फिल्म में टॉम हैंक्स ने अपने किरदार से जान फूंक दि है जिसके हर एक सीन से आप इतना ज्यादा जुड़ा महसूस करते हैं मानो खुद की कहानी ही बड़े पर्दे पर देख रहे हो।
मूवी आजकल के बदलते रिश्तों की सच्चाई को भी हमारे सामने रखती है जो सिर्फ और सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, और इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता की परिवार की खुशियों के लिए बलिदान देना कोई बड़ी बात नहीं है।
टेक्निकल एस्पेक्ट– फिल्म की सिनेमाटोग्राफ का अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं की पूरी फिल्म को एक ही एंगल में शूट किया गया है।
जोकि किसी भी डायरेक्टर के लिए मामूली काम नहीं है। फिर चाहे बात हो इसके बैकग्राउंड म्यूजिक की या फिर वही इमोशनल सींस सभी हमारे दिमाग पर अलग छाप छोड़ जाते हैं। टॉम हैंक्स ने फिर से एक दमदार रोल किया है जो उनके पिछली फिल्मों पर भी भारी पड़ने वाला है।
खामियां– वैसे तो फिल्म में ज्यादा कमियां नहीं दिखाई देती पर हां अगर कुछ की बात करनी हो तो मेरा मानना है फिल्म थोड़ी स्लो है हालांकि एक बार जब कहानी में शामिल हो जाते हैं तो यह फिल्म पूरी देखे बिना नहीं रह पाते।
पर हां कुछ लोगों के लिए यह नेगेटिव पॉइंट माना जाएगा क्योंकि हर इंसान के अंदर इतना ठहराव नहीं होता जो की कहानी के बिल्ड अप होने का इंतजार करे।
फिल्म को स्टील कैमरा शॉर्ट में शूट किया गया है जो की कैमरा वर्क के लिए एक काफी यूनीक कॉन्सेप्ट के रूप में नजर आया है हालांकि यह एक नेगेटिव पॉइंट भी हो सकता है क्योंकि सभी दर्शक इसे पसंद नहीं करेंगे।
अच्छाइयां– फिल्म की अच्छाइयों की जितनी भी बात की जाए उतनी कम है इसकी कहानी रिश्तो का ऐसा समंदर है जिसमें आप एक बार डूब जाते हैं तो बाहर नहीं निकल पाते।
फिल्म आपको इस कदर रुलाएगी जिसकी आपने कामना भी नहीं की होगी। हालांकि यह रुलाना नेगेटिव वे में नहीं बल्कि पॉजिटिव में होगा।
फिल्म के सभी किरदारों ने बढ़िया एक्टिंग की है फिर चाहे बात हो टॉम हैंक्स के द फॉरेस्ट गंप वाले किरदार की उन्होंने अपने फिल्मी करियर में शायद इस फिल्म में सबसे ज्यादा अच्छी एक्टिंग की होगी।
डायरेक्टर ने जिस तरह से एक नया कैमरा एंगल इजाद किया है वह काबिले तारीफ है क्योंकि किसी फिल्म को एक ही एंगल में शूट करना बहुत रिस्की काम है जिसे रॉबर्ट ने सफलतापूर्वक किया है।
फाइनल वर्डिक्ट– अगर आपको स्लो फिल्में देखने में कोई हर्ज नहीं है तो आप इस फिल्म को जरूर रिकमेंड कर सकते हैं।
फिल्म भले ही थोड़ी स्लो है पर जैसे-जैसे आप इस फिल्म के यूनिवर्स में घुसते चले जाते हैं वैसे-वैसे आप इसकी कमियों को भूल जाते हैं और पूरी तरह से फिल्म में खो जाते हैं।
रॉबर्ट फैमिली की यह कहानी शायद आपकी जिंदगी को पूरा का पूरा बदल कर रख दे। क्योंकि यह समाज की उस कड़वी सच्चाई को बयां करती है जिससे एक न एक दिन हर व्यक्ति गुजरता है। फिल्म इतनी ज्यादा इमोशनल है कि आपका हार्ट पूरी तरह से मेल्ट हो जाएगा।
हमारी तरफ से इस फिल्म को दिये जाते हैं 5/3.5 ⭐.