इस फिल्म की प्री रिलीज़ स्क्रीनिंग से मिले पॉजिटिव रिव्यू को देखते हुए फिल्म ने पहले दिन ठीक-ठाक कलेक्शन किया है। अगर पहले दिन फिल्म की कमाई की बात की जाए तो इस फिल्म ने,
रिलीज़ के पहले दिन: 16 लाख
रिलीज़ के दूसरे दिन: 20 लाख
रिलीज़ के तीसरे दिन: 26 लाख
रिलीज़ के चौथे दिन: 7 लाख
रिलीज़ के पांचवें दिन: 3 लाख (अर्ली कलेक्शन)
हालांकि बंदा सिंह चौधरी फिल्म से इससे भी ज्यादा कलेक्शन करने की उम्मीदें की जा रही थी। इसके पहले दिन के कलेक्शन को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यह फिल्म पूरे सप्ताह लोगों को खूब एंटरटेन करेगी।
फैंस अरशद वारसी के इस मजबूत किरदार को देखने के लिए काफी ज्यादा उत्सुक देखे जा रहे हैं।
अभिषेक सक्सेना
इन्होंने इस फिल्म का डायरेक्शन किया है, इससे पहले अभिषेक सक्सेना ने साल 2014 में आई फिल्म पटियाला ड्रीम्स का निर्देशन किया था। जिसके बाद 2017 में आई फिल्म फुल्लू और साल 2022 में आई फिल्म सरोज का रिश्ता का भी निर्देशन किया है।
आगे उनके फैंस की नज़र उनकी इस फिल्म बंदा सिंह चौधरी पर टिकी हुई है, अब देखना यह है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कितना धमाल मचाती है और कितनी ताबड़तोड़ कमाई का रिकॉर्ड बनाती है।
बंदा सिंह चौधरी फिल्म को मिली टोटल स्क्रीन्स
इस फिल्म की कुल स्क्रीन की बात करें तो पहले दिन यह फिल्म लगभग 2000 स्क्रीन पर रिलीज हुई है, क्या यह 2000 स्क्रीन रिलीज करने का उद्देश्य ऐसी हिस्टोरिकल फिल्मों को दर्शाने का है जिन्हें फैंस काफी ज्यादा पसंद करते हैं। ताकि यह फिल्म ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पहुंच बना सके।
फिल्म में दिखा अरशद वारसी का दमदार किरदार
बंदा सिंह चौधरी फिल्म से पहले अरशद वारसी को दर्शकों द्वारा कॉमेडी रोल में ही पसंद किया गया था लेकिन इस बार इन्होंने कुछ अलग तरह का रोल करने की कोशिश की है, जिसे देखने के लिए फैंस भी काफी एक्साइटेड नजर आ रहे हैं।
वहीं बात करें अगर उनकी पत्नी का किरदार निभा रही अभिनेत्री मेहर विज के बारे में तो यह इससे पहले सलमान खान की सुपरहिट फिल्म बजरंगी भाईजान में भी नज़र आई हैं, जिसमें इन्हें एक मां के किरदार में खासा पसंद किया गया। अब देखना यह है कि, बंदा सिंह चौधरी की पत्नी के किरदार में मेहर विज दर्शकों पर कैसी छाप छोड़ती हैं।
बंदा सिंह चौधरी फिल्म का बजट
बात करें इस फिल्म के बजट की तो इसकी कास्टिंग और शूटिंग के साथ-साथ मार्केटिंग कैंपेन इन सभी को शामिल किया जाए तो कुल मिलाकर 20 करोड़ का अनुमानित बजट नजर आ रहा है। निर्माता द्वारा कम बजट में बनाई गई बंदा सिंह चौधरी फिल्म क्या बॉलीवुड की बड़ी से बड़ी फिल्मों का रिकॉर्ड तोड़ पाएगी, यह तो आने वाला वक्त ही तय करेगा।
आखिर क्या वजह है बंदा सिंह चौधरी के खराब कलेक्शन की?
ऐतिहासिक तथ्यों में कमी
ये फिल्म “बंदा सिंह चौधरी” की असल ज़िंदगी पर आधारित है। पर अगर हम इतिहास के पन्ने उठा कर देखें तो बंदा सिंह चौधरी में सिर्फ 30 से 40 % ही “बंदा सिंह चौधरी” के जीवन की जानकारी दी गयी है। बहुत सी ऐसी चीज़ें फिल्म से गायब हैं।
जिनको अगर डाला जाता तो ‘ग़दर’ फिल्म जैसी भीड़ सिनेमाघरों में देखने को मिल सकती थी। पर अफसोस कि फिल्म की रिसर्च टीम ने अच्छा काम नहीं किया और जल्दबाज़ी में फिल्म बंदा सिंह चौधरी के सुलझे अनसुलझे पहलुओं को दर्शा दिया गया।
कमज़ोर पटकथा
फिल्म की पटकथा काफी कमज़ोर है जिसमें इसके किरदारों का डेवलपमेंट ठीक तरह से नहीं किया गया जिस कारण दर्शक खुद को फिल्म के किसी भी किरदार से जोड़ नहीं पाते। कहीं-कहीं पर फिल्म बोरिंग महसूस कराती है जिसे देख कर लगता है कि कहीं के सीन कहीं भी जोड़ कर दिखाए जा रहे हों।
प्रेडिक्टेबल क्लाइमेक्स
फिल्म का क्लाइमेक्स काफी प्रेडिक्टेबल है जिसे देख कर पहले ही पता लग जाता है कि आगे क्या होने वाला है जो दर्शकों को थ्रिलर महसूस नहीं कराता है।
कमज़ोर स्टोरी राइटिंग
अभिषेक सक्सेना और शाहीन इकबाल से कहीं न कहीं स्टोरी नैरेशन में चूक हुई है, ये चूक सिर्फ जल्दबाज़ी में फिल्म बनाने की वजह से हुई है।
ख़राब प्रमोशन
फिल्म का प्रमोशन इतना ख़राब है कि बहुत से लोगों को पता ही नहीं है कि अरशद वारसी की कोई फिल्म भी इस हफ्ते रिलीज़ हुई है। फिल्म का कोई भी गाना ऐसा नहीं था जो लोगों की जुबान पर चढ़ता। अरशद वारसी जैसे बड़े कलाकार और अरबाज़ खान के प्रोडक्शन में बनने के बाद भी इतना फीका प्रमोशन हो तो भला फिल्म कैसे बॉक्स ऑफिस पर कमाई करेगी।
छोटे शहरों में तो इस फिल्म को स्क्रीन ही नहीं दी गयी है जबकि इसी हफ्ते ‘नवरस कथा कॉलेज’ जैसी कम बजट की फिल्म छोटे शहरों में देखने को मिल रही है। अरशद वारसी की अच्छी फैन फॉलोइंग है, अगर इस फिल्म को छोटे शहरों में एक भी शो दे दिया जाता तो शायद इसके कलेक्शन में हमें थोड़ा सुधार देखने को मिलता।
READ MORE