Anora movie review in hindi:क्या हो जब एक स्ट्रिपर को प्यार हो जाए,ये कहानी है ऐसी ही लड़की अनौरा की जो कि पेशे से एक स्ट्रिप क्लब में काम करती है। जिसकी एक दिन रशिया के अमीरजादे से मुलाक़ात होती है,दोनो एक दूसरे से हर रोज़ मिलने लग जाते है।
और प्यार कर बैठते है।इस अतरंगी फिल्म के नाम की बात करें तो यह ‘अनौरा’ है। जोकि की अपने एडल्ट सीन्स की वजह से दर्शकों में अपनी एक अलग जगह बनाएगी।
फिल्म की लेंथ तक़रीबन २ घंटा १९ मिनट की है,बात करें इसके जॉनर की तो यह कॉमेडी ड्रामा और रोमांस की कैटेगरी में आता है।फिल्म का डायरेक्शन ‘सियान बेकन’ ने किया है जिन्होंने इससे पहले साल २०२१ में आई फिल्म ‘रेड पॉकेट’ की स्टोरी राइटिंग की थी।
कहानी-
फ़िल्म की स्टोरी ‘अनौरा’ नाम की लड़की पर बेस्ड है जो लोगों का मन बहलाती है और स्ट्रिपर क्लब में काम करती है।अपने काम के ही दौरान इसकी मुलाक़ात ‘वान्या’ नाम के लड़के से होती है जोकि रशिया के अमीर घराने से ताल्लुक रखता है।इसी तरह रातें बीतती जाती है और इन दोनो को एक दूसरे से प्यार हो जाता है और ये शादी करने का मन बना लेते है।
लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब इनकी शादी की खबर मीडिया में लीक हो जाती है जिससे वानिया के पिता काफी नाराज़ होते है क्योंकी उसने एक वैश्या से शादी की जिसके कारण समाज और उनके बिजनेस पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा,यह सब रोकने के लिए वे अपने २ आदमियों को वानिया के घर भेजते है।
जिससे वे एक दूसरे को तलाक दे दे।हालाकि तलाक लेने से अनौरा और वानिया साफ मना कर देते है।
क्या अब वानिया के पिता इन दोनो को मारवा देगे या फिर इनकी तलाक हो जाएगी यह सब जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी ये फिल्म जोकि फिलहाल आपके नजदीकी सिनेमाघरों में उपलब्ध है।
खामियां-
फिल्म की सबसे बड़ी कमी इसकी लंबाई है जिसकी लेंथ को काफी खींचा गया है,जिसे एडिटिंग के दौरान छोटा किया जा सकता था।फिल्म की दूसरी कमी इसकी स्टोरी है जोकि काफी प्रेडिक्टिबल है जिसे आपने इससे पहले दर्जनों फिल्मों में देखा होगा।
फिल्म की एक बड़ी कमी इसकी स्टारकास्ट भी जोकि पूरी तरह से नई है जिससे किसी भी तरह का जुड़ाव महसूस नहीं होता।
अच्छाइयां-
मूवी की अच्छाइयों की बात करें तो इसका बैकग्राउंड म्यूजिक काफी यूनीक है जो फिल्म के हर एक सीन के साथ अपने मोमेंट को बदलता है।
अगर बात करें इसके कैमरा एंगल्स को तो इनका कोई खास काम फिल्म नहीं था । स्टोरी डेवलप्मेंट और कैरेक्टर डेवलपमेंट भी अपनी तरह से अच्छे थे ।जिनमे किसी भी प्रकार की कोई कमी महसूस नहीं होती।
फाइनल वर्डिक्ट-
अगर आपको स्लो ड्रामा फिल्मे देखना पसंद है तो आप इस मूवी को रिकमेंड कर सकते हैं।जिसमे किसी भी प्रकार के एक्शन सीन तो देखने को नहीं मिलते पर न्यूडिटी भर भर कर डाली गई है जो इसके फर्स्ट हाफ में पूरी तरह से नज़र आती है।जिसकारण से आप इस फिल्म को फैमिली के साथ तो बिल्कुल भी नहीं देख सकते।