जहां आज के टाइम पर फिल्मों में फिजिक्स को ठीक से नहीं दिखाया जाता सब उल्टा सीधा ही दिखाया जा रहा है वही 11 साल पहले एक ऐसी फिल्म आई थी जिसने साइंस के सभी प्रश्नों के उत्तर दिए थे। जो आज के लोगों को समझना एक तरह से नामुमकिन है इसे एक या दो बार देखने पर समझा नहीं जा सकता बल्कि इसे तीन से चार बार देखने के बाद ही आपको यह फिल्म समझ में आएगी।
इस को बनाने में नोबेल प्राइज जीतने वाले साइंटिस्ट का इस्तेमाल किया गया था उस समय ब्लैक होल के बारे में किसी को नहीं पता था पर इसमें ब्लैक होल को इस तरह से दिखाया गया था जैसे ब्लैक होल की डिस्कवरी ११ साल पहले ही कर ली गई हो यहां एक बाप अपनी बेटी के लिए एक नया ग्रह खोजता है।

ग्रह को खोजते हुए वह स्पेस में पहुंच जाता है। फिल्म को देखने के बाद आप यह बात अच्छी तरह समझ जाएंगे कि सिर्फ धरती पर ही लोग नहीं रहते सिर्फ हम अकेले ही नहीं यहां पर हैं हमारे जैसे और भी लोग किसी दूसरे ग्रह पर रहते हैं ।बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड में बहुत कम ऐसी फिल्में है जिनको देखकर हमें कुछ सीखने को मिले आइये जानते हैं ऑस्कर प्राप्त इस फिल्म के बारे में।
Christopher nolan की Interstellar फिल्म के बारे में
फिल्म को हॉलीवुड के एक बहुत बड़े डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन ने डायरेक्ट किया है। कहानी की शुरुआत होती है फ्यूचर को ढूंढने के लिए जहां पर प्रजेंट में इंसानों का अस्तित्व खत्म होता दिखाई दे रहा है ।नासा के वैज्ञानिक एक ऐसा गृह ढूंढ रहे हैं जहां जिंदगी जी पाना संभव हो इस काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है Interstellar ट्रैवल का।

साइंस फिक्शन स्पेस ट्रैवल देखने वालों के लिए
पर कुछ कैरक्टरों के डायलॉग से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिल्म को 21वीं शताब्दी के अंत में रखकर बनाया गया है मोटा मोटा माने तो साल 2080 या साल 2090 के आसपास की होगी पर यह सिर्फ एक अनुमानित आंकड़ा है ।
अगर आपको साइंस फिक्शन और स्पेस ट्रैवल जैसी फिल्में देखना पसंद है तब इसके बारे में यह सब जानकर आपको इसे देखने की उत्सुकता और बढ़ गई होगी पूरी फिल्म में कहीं पर भी ऐसा कुछ नहीं दिखाया गया है कि यह फिल्म किस टाइम जोन की है हमें यह पता ही नहीं लगता कि यह 21वीं या 22वीं शताब्दी की है।
फिल्म के निर्देशक क्रिस्टोफर नोलन ने इस बारे में बताने से साफ इनकार कर दिया था कि इसको किस टाइम जोन में रखकर बनाया गया है जिससे एक बात तो साफ है के डायरेक्ट यहां पर यह कहना चाह रहे थे कि जो फिल्म में दिखाया गया है वह आज से 5 साल के बाद भी हो सकता है और 75 साल के बाद भी इसका कोई निश्चित टाइम नहीं है।

इंसान धरती को छोड़कर दूसरे ग्रह पर क्यों जा रहे हैं
अगर आपको ऐसा लगता है कि एलियंस ने धरती पर हमला कर दिया है और धरती को छोड़कर इंसान जाना चाहते हैं तो ऐसा नहीं है असल में धरती पर कोरोना वायरस जैसी ही blight नाम की बीमारी ने अपने पैर पसार लिए हैं।
जिससे दुनिया भर में अनाज की कमी और ऑक्सीजन लेवल कम होता जा रहा है जिससे की जनसंख्या लगातार कम हो रही है। दुनिया के ज्यादातर इंसान अनाज की कमी होने की वजह से किसान बन चुके हैं blight एक प्लांटेशन बीमारी है जो अनाज को उगने नहीं देती बीमारी सभी फसलों को खत्म करती जा रही है यही वजह की धरती का ऑक्सीजन लेवल कम होता जा रहा है ।आसान भाषा में अगर इसे समझे तो यह ग्रह अब रहने लायक नहीं रहा।
इंटरस्टेलर फिल्म अमेजॉन प्राइम के ओटीटी प्लेटफॉर्म और जियो हॉटस्टर पर उपलब्ध है दोनों ही जगह हिंदी में आप इसे देख सकते हैं।
READ MORE
Thukra Ke Mera Pyaar Season 2 कन्फर्म रिलीज़ डेट
इंडियाज गॉट लेटेंट विवाद के बाद पहली बार खुलकर बोले समय रैना।







