Final Destination Bloodlines Review: मौत का पीछा परिवार और रोमांच से भरे हुए मोड़

Published: Fri May, 2025 2:38 AM IST
Final Destination Bloodlines Review hindi

Follow Us On

14 साल के इंतज़ार के बाद “फाइनल डेस्टिनेशन: ब्लडलाइन्स” फिल्म को अमेरिका से दो दिन पहले ही रिलीज़ कर दिया गया है। जिस तरह इसके पहले के पांच भाग में कहानी देखने को मिलती है, कुछ उसी तरह से इस भाग की भी कहानी है।

मरने का एक ख़ास तरीका है, अगर आप मौत को चकमा दे सकते हैं तो अपनी जान बचा पाओगे, अगर मौत को चकमा न दिया तो मारे जाओगे। अगर मैं अपनी बात कहूँ तो 1 घंटा 50 मिनट की यह फिल्म मुझे तो अच्छी लगी है, आप भी इसे देखकर इंजॉय कर सकते हैं।

ज़ैक लिपोव्स्की (Zach Lipovsky) और एडम बी. स्टीन (Adam B. Stein) जो कि इस फिल्म के निर्देशक हैं, इन्होंने यहाँ कुछ नया न करते हुए कहानी को पुराने यूनिवर्स में ही कंटिन्यू किया है।

Final Destination Bloodlines Review Hindi

फिल्म की शुरुआत 1968 के समय से की जाती है। एक कैरेक्टर यहाँ ऐसा दिखाई गयी है, जिसको 1967 में ही मरना था, पर वह अपने दिमाग का अच्छे से इस्तेमाल करके अपनी मौत को चकमा देने में कामयाब रहती है। इसके बाद वह कई दशकों तक खुद को मौत से बचा कर रखती है।

कहानी का ट्विस्ट यह है कि इस लड़की को जिस समय पर मरना था पर वो नहीं मरती है, उस समय इसके पेट में एक बच्चा होता है। अब वह बच्चा जन्म लेता है और इसका वंश आगे बढ़ने लगता है।

प्रैक्टिकली अगर देखा जाए तो यह वंश इस दुनिया में नहीं होना था। अब जो लोग इस समय दुनिया में हैं, वो होना ही नहीं चाहिए थे। मौत जब तक पहली कड़ी, यानी कि उस पहली लड़की को नहीं मारती, तब तक आगे के लोगों को भी यह मार नहीं सकती।

अब इस तरह से मौत इन सबको मारती है, मार भी पाती है या नहीं, या फिर अगली कड़ी जन्म ले लेती है, यह सब जानने के लिए आपको यह फिल्म देखनी होगी जो कि हिंदी डबिंग के साथ सिनेमाघरों में देखने को मिल जाएगी।

Final Destination Bloodlines Review Hindi

निगेटिव और पॉज़िटिव पॉइंट

फिल्म का कॉन्सेप्ट शानदार है। इसके पहले के हर पार्ट में दोस्तों का ग्रुप दिखाया जाता था पर इस बार फिल्म का केंद्र बिंदु एक परिवार है जिसके पीछे मौत पड़ी हुई है। अब यह मौत किस तरह से लोगों की जान लेती है क्या-क्या नए तरीके खोजती है लोगों की जान लेने के लिए ये सब देखना काफी रोमांच से भरा हुआ है।

पहले के पार्ट से अगर तुलना की जाए तो यहाँ और बेहतर विज़ुअल और प्रोडक्शन वैल्यू दिखाई देते हैं। कास्टिंग के साथ एक्टिंग भी सभी कलाकारों ने बखूबी पेश की है। VFX और CGI पर यहाँ बेहतर काम किया गया है।

Final Destination Bloodlines Review Hindi 3

विज़ुअल देखकर ऐसा पता नहीं लगता कि यहाँ कुछ भी CGI की मदद से दिखाया जाने वाला है।फिल्म लोगों को कितनी पसंद आ रही है इसका अंदाज़ा रॉटेन टमाटोज़ की रेटिंग को देखकर लगाया जा सकता है जो कि पूरे 95% की है।

अगर इस भाग से पिछले भाग की तुलना की जाए तो रेटिंग को देखते हुए पिछले भाग को काफी निराशाजनक रेटिंग मिली है।

निष्कर्ष

कहानी शुरू से लेकर अंत तक खुद से बाँधने में कामयाब रहती है। फिल्म में कुछ ऐसे सीन हैं, जिन्हे बच्चों के साथ नहीं देखा जा सकता है। मेरी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते हैं पांच में से तीन स्टार की रेटिंग।

READ MORE

Midnight at the Pera Palace:टाइम ट्रैवल में फंसे 2 कपल्स, हैरी पॉटर जैसी फिल्मों के शौकीन बिल्कुल भी मिस ना करें यह तुर्किश सीरीज

Thukra Ke Mera Pyaar Season 2 कन्फर्म रिलीज़ डेट

Border 2 cast fees:सनी देओल ने बॉर्डर 2 के लिए ली बंपर फीस ,वरुण धवन और अहान शेट्टी नही ले पाए सनी देओल से टक्कर

Author

  • Amir Khan

    हाय! मैं आमिर खान, FilmyDrip के लिए लेखक और सिनेमा का दीवाना हूँ। बॉलीवुड की चमक, फिल्मों की कहानियाँ और सितारों का जलवा मुझे बहुत पसंद है। मैं अपने लेखों में लेटेस्ट फिल्म रिव्यू, मनोरंजन की खबरें और मजेदार विश्लेषण लाता हूँ। चाहे ब्लॉकबस्टर मूवी हो या नए सितारों की कहानी, मैं हर लेख को रोचक और सच्चा बनाने की कोशिश करता हूँ। FilmyDrip के साथ, मेरा मकसद है सिनेमा प्रेमियों को मनोरंजन की दुनिया से जोड़े रखना। मेरे लेख पढ़ें और बॉलीवुड के मज़ेदार सफर का हिस्सा बनें!

    View all posts