jerry springer netflix documentary review hindi:जेरी स्प्रिंगर एक अमेरिकी टॉक शो था,जिसको होस्ट जेरी स्प्रिंगर के द्वारा किया जाता था। लंदन में जन्मे जेरी स्प्रिंगर राजनितिक पत्रकारिता के उस्ताद थे।यह शो 1991 से 2018 के बीच चला,इस टाइम पर शोशल मिडिया इतना सक्रिय नहीं था।
आज 2024 में हम देखते है के शोशल मिडिया पर निगेटिव चीज़े कितनी तेज़ी से वायरल होती है।जेरी स्प्रिंगर इस बात को 1991 में ही समझ चुके थे के लोगो पर पॉज़िटिव से ज्यादा निगेटिव चीज़ो का असर जल्दी होता है।
इसी फार्मूले को इन्होने अपने शो में प्रस्तुत किया यही वजह रही की शो की रेटिंग दिन पर दिन आगे बढ़ती गयी। अब नेटफ्लिक्स पर जेरी स्प्रिंगर फाइट्स, कैमरा, एक्शन नाम की डाक्यूमेंट्री रिलीज़ की गयी है जिसमे हमें विस्तार से बताया गया,के किस तरह से इस शो को बनाया जाता था जिससे ज्यादा से ज्यादा दर्शको को अपनी और आकर्षित किया जा सके।आज के इस आर्टिकल में करते है जेरी स्प्रिंगर फाइट्स, कैमरा, एक्शन का फुल रिव्यु।
The Jerry Springer Show is one of the wildest shows in TV history — but according to former producers and guests, what happened behind the scenes was even more shocking.
— Netflix (@netflix) December 11, 2024
Jerry Springer: Fights, Camera, Action, a new two-part documentary series, premiering January 7. pic.twitter.com/Y75jZvnEbP
डॉक्यूमेंट्री की कहानी
डॉक्यूमेंट्री में हमें जेरी स्प्रिंगर की कुछ छिपी रहस्मय चीज़े डिटेल में दिखाने की कोशिश की गयी है। शो के सभी क्रू मेंबर स्ट्रेस से जूझा करते थे क्युकी इसको चलाना इतना आसान नहीं था जितना की देख कर लगता था। प्रोडूसर को अच्छे से पता था के इसमें आग किस तरह से लगाना है।
इसको चलाने के लिए एंकर और प्रोडूसर पर बिलकुल फर्क नहीं पड़ता के शो में बुलाये गए गेस्ट की छवि खराब हो सकती है दिमागी रूप से बीमार लोगो को बुलाना फिर इनको एक्सपोज़ कर के व्यू बटोरना जैसा इसका मेन मकसद बन गया था।
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यहाँ आपको जेरी स्प्रिंगर की निजी ज़िंदगी की भी कुछ परते खुलती दिखती है जैसे के एक बार इनपर शो में आये गेस्ट के साथ फ़िज़कली इन्वॉल्व होने की बात भी करि गयी। जेरी स्प्रिंगर को अच्छे पता था के वो क्या दिखा रहे है एक बार इन्होने अपने शो में कहा भी था के “मै उस देश में नहीं रहना चाहता जिस देश में मेरा प्रोग्राम देखा जाता है।”
इस डॉक्यूमेंट्री को देख कर आपको भारत के न्यूज़ चैनल में दिखाए जाने वाले चीखने चिल्लाने वाले डिबेट को समझने में आसानी रहेगी। खबरों का खेल खबरों से न होकर बस एक रेटिंग रह गया है। क्या यह शो स्क्रिप्टेड था या प्रोडूसर के द्वारा दिखाया जाने वाला सिर्फ दिखावा यह सब जानने के लिए आपको यह डॉक्यूमेंट्री देखनी होगी जो की नेटफ्लिक्स पर हिंदी में उपलब्ध है।
निर्देशन
नफरत और गुस्से की बुनियाद पर बना “जेरी स्प्रिंगर फाइट्स, कैमरा, एक्शन का निर्देशन” “ल्यूक सेवेल”ने किया है। इससे पहले भी इन्होने 2018 Generation Gifted नाम की दो घंटे की डॉक्यूमेंट्री सीरीज बनायीं थी जिसे आईएमडीबी की तरफ से 8.0 की रेटिंग मिली।
जैरी स्प्रिंगर डॉक्यूमेंट्र,इन्होने इस तरह से बनाया है जिसको देख आप को मीडिया के विभिन्न पहलुओं को जानने का मौका मिलेगा जो आज तक हम आम इंसान से छिपा कर रक्खा जाता है। ल्यूक सेवेल के द्वारा किया गया निर्देशन बहुत सहरनीय है।
सिनेमैटोग्राफी और संगीत
शो की सिनेमैटोग्राफी इस तरह से की गयी है जिसे देख कर ऐसा लगता है के इस 48 मिनट के शो में आपने जैरी स्प्रिंगर के सभी एपिसोड देख लिए हो।ये बिलकुल वैसा ही है जैसा, किसी की ज़िंदगी को एक घंटे में परदे पर दिखने जैसा।बैग्राउण्ड वॉइस के साथ जिस तरह से विजुवल को दिखाया जाता है
वह इस शो को और भी आकर्षित बनाता है। एक जगह पर कैमरा ऐंगल रख कर बहुत अच्छी तरह साउंड डिजाइनिंग की गयी है।
पॉज़िटिव और निगेटिव पॉइंट
शो का निगेटिव पॉइंट यह है कि सब कुछ दिखाने के बावजूद कई चीजें छिपाई गई हैं या उन्हें संतुलित रूप से प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है। थोड़ी बहुत निगेटिव चीजों को नजरअंदाज करते हुए यह डॉक्यूमेंट्री आपको मीडिया के विभिन्न पहलुओं को समझने का मौका देती है।
इसे बनाने में की गई रिसर्च देखने में काफी दिलचस्प है।कहानी को इस तरह से पेश किया गया है जिससे आप शुरू से अंत तक जुड़े रहते हैं।
निष्कर्ष
यह शो सिर्फ जेरी स्प्रिंगर पर आधारित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से आपको आज की डिजिटल दुनिया में प्रस्तुत किये जाने वाले शो को देखने और समझने का मौका मिलता है।
जो आपको और अधिक क्रिएटिव बनाता है और किसी भी शो को देखते समय सही और गलत की समझ विकसित करने में मदद करता है।यह कहानी के माध्यम से शुरुआत से अंत तक यह दर्शकों को बांधे रखता है। हमारी तरफ से इसे पांच में से साढ़े तीन स्टार दिए जाते हैं।
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