Zee 5 khoj review Hindi:zee5 के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर खोज परछाइयों के उस पार नाम की एक वेब सीरीज रिलीज की गई है।
22 से 25 मिनट के रन टाइम वाले इसमें 7 एपिसोड देखने को मिलेंगे। शो की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे सीजन वन में ही कंप्लीट कर दिया गया है। आईये करते हैं खोज परछाइयों के उस पार का रिव्यू। क्या यह सीरीज आपका कीमती समय डिजर्व करती है?
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कहानी-
शो में एक ऐसे वकील की कहानी दिखाई गई है जिसकी बीवी लापता है और वह अपनी बीवी की मिसिंग कंप्लेंट करने के लिए पुलिस स्टेशन जाता है।
कहानी में ट्विस्ट आपको उस समय देखने को मिलेगा जब पुलिस वाले इसकी पत्नी को ढूंढ कर लाते हैं लेकिन वकील वेद मना कर देता है कि यह मेरी पत्नी मीरा नहीं है।
वेद का कहना होता है कि यह एक धोखेबाज औरत है जो मीरा का रूप लेकर वापस आई है और इसके पक्ष में बहुत सारे सबूत भी इकट्ठा करके वकील पुलिस को देता है।
Is Meera not Ved's wife or has Ved lost his mind? Inn sawaalon ke answers ki Khoj has begun 🫣😶🌫️#KhojParchaiyoKeUssPaar streaming now, only on #ZEE5 #KhojParchaiyoKeUssPaarOnZEE5 pic.twitter.com/SxMycHP76V
— ZEE5 (@ZEE5India) December 26, 2024
शो के पॉजिटिव प्वाइंट
शो के हर एक एपिसोड के लास्ट में एक ऐसा क्लिप हैंगर छोड़ा गया है जो आपको इसके आगे के एपिसोड को देखने के लिए मजबूर कर देगा।
शो में कोई बहुत बड़ा सस्पेंस ना दिखा कर भी ऐसे छोटे-छोटे इंगेजिंग एलिमेंट डाले गए हैं जो आपको शो से पूरी तरह से जोड़कर रखेंगे। अगर आप एक प्रो ऑडियंस है तो बहुत कुछ आपको पहले ही समझ में आ जाएगा कि आगे क्या होने वाला है।
शो के नेगेटिव पॉइंट –
जिस तरह की इस शो की थीम है उस तरह का इंगेजिंग पावर शो में आपको नहीं मिलेगा। शो का डायरेक्शन पूरी तरह से कमजोर है।
इससे पहले अगर आपने हॉलीवुड फिल्में देख रखी है तो पहले ही एपिसोड से आपको शो का पूरा कॉन्सेप्ट समझ में आ जाएगा। जब वेद मीरा की मिसिंग कंप्लेंट लिखवाने के लिए पुलिस स्टेशन जाता है।
तब इसके पास अपनी पत्नी का एक भी फोटो नहीं होता है यहां तक की इसके पूरे घर में या फिर इसके फोन में एक भी फोटो नहीं होता है। वेद के द्वारा बताई गई पहचान के अनुसार पुलिस वाले एक लड़की को ढूंढते हैं जो मीरा ही होनी चाहिए लेकिन वेद इसे पूरी तरह से नकार देता है।
अगर आपने ओम शांति ओम का क्लाइमेक्स देखा होगा तो जैसा उसमें दिखाया गया है कि नकली शांति असली शांति बनकर अर्जुन रामपाल को इतना डराती है।
कि वह अपना गुनाह खुद कुबूल कर लेता है। यह सब शाहरुख खान का प्लान होता है जिसके अकॉर्डिंग वह नकली शांति को असली शांति बनाकर अर्जुन रामपाल के सामने भेजता है। ऐसा ही क्लाइमैक्स आपको इस शो के एंड में देखने को मिलेगा।
निष्कर्ष:
डायरेक्टर इस कहानी को उस तरह से नहीं बना पाए हैं जैसा इस शो को बनाना चाहिए था। अगर आपको बहुत ज्यादा मिस्टीरियस फिल्में देखना पसंद है तो यह शो आपको इंगेज करके रखेगा।
यह एक एवरेज शो है जिसे आपको बहुत ज्यादा एक्सपेक्टेशंस के साथ नहीं देखना है। बस जो कुछ दिखाया जा रहा है उसे एंटरटेनमेंट के परपज से एक बार देखा जा सकता है। शो को हमारी तरफ से पांच में से दो स्टार की रेटिंग दी जाती है।
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