Gunner movie review:एक सेना का जवान अपने बिगड़ैल बेटे को सबक सिखाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। वह अपनी फैमिली को प्रोटेक्ट करने के लिए हर नामुमकिन चीजें भी कर सकता है जिसका सीधा उदाहरण इस फिल्म में दिखाया गया है।
जिसका नाम ‘गनर’ है। जो 16 अगस्त को सिनेमाघर में रिलीज हुई थी जिसे आज फाइनली 13 नवंबर को अमेजॉन प्राइम ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हिंदी में रिलीज कर दिया गया है।
जिसकी लेंथ एक घंटा 46 मिनट की है फिल्म का जोनर एक्शन और ड्रामा की कैटेगरी में आता है। इसका डायरेक्शन ‘दिमित्रि लोगोथेतिस’ ने किया है जिन्होंने इससे पहले साल 2021 में आई फिल्म ‘द बेस्ट ऑफ टाइम’ को प्रोड्यूस भी किया था।
स्टोरी-
फिल्म की कहानी ‘ली गनर’ नाम के सेना ऑफिसर पर आधारित है जो फिलहाल अपने दो बच्चों ट्रेविस और स्मॉल गनर के साथ अपने पेंट हाउस पर वीकेंड मना रहे है। जहां पर घूमते घूमते हुए जंगल में कहीं दूर पहुंच जाते हैं और वहां का सामना एक ड्रग ट्राइब से होता है जो की जंगल में ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री को चला रहे हैं।
तभी हालात कुछ यूं बनते हैं कि वहां पर एक्सीडेंटली एक बम धमाका हो जाता है। और इसी अफरा तफरी के माहौल में गनर अपने बच्चों से बिछड़ जाता है और उन ड्रग डीलर के हत्थे चढ़ जाता है जो कि उसके दोनों बच्चों को किडनैप करके अपने साथ ले जाते हैं और बदले में वह अपना बचा हुआ माल वापस करने की शर्त रखते हैं।
अपने बच्चों को बचाने के लिए ली गनर किसी भी हद तक जा सकता था क्योंकि वह पहले ही एक बड़े ड्रामा से गुजर रहा था जिसमें उसने अपने बड़े भाई को हालही में खोया था। और अब वह अपने बच्चों को बिल्कुल भी खोने का जोखिम नहीं उठाना चाहता।
क्या गनर अपने बच्चों को सही सलामत घर वापस ला सकेगा। या वह उन ड्रग डीलर को बचा हुआ माल वापस कर देगा जो कि उसके नियमों के सख्त खिलाफ है। इन सब सवालों के जवाब जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी यह फ़िल्म जो की अमेजॉन ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंदी में उपलब्ध है।
टेक्निकल एस्पेक्ट-
फिल्म की सिनेमैटोग्राफी काफी एवरेज क्वालिटी की है अगर बात करें इसके बैकग्राउंड म्यूजिक की तो वह भी काफी खराब है। जिसके कैमरा एंगल्स में स्लो मोशन का यूस भी किया गया है हालांकि या पूरी तरह से सभी सीन्स में फेल रहता है।
खामियां-
अगर फिल्म की कमियों की बात की जाए तो हम आपको बता दें यह काफी सारी हैं जिनमें चाहे वह इसके स्टोरी राइटिंग हो या फिर हिंदी डबिंग हर तरह से यह फिल्म वीक नजर आती है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक काफी खराब है जो किसी 90s के वीडियो गेम जैसा सुनाई देता है।
बात करें कैरेक्टर डेवलपमेंट की तो यह फिल्म उस फील्ड में भी काफी कमजोर दिखाई पड़ती है क्योंकि फिल्म में किसी भी किरदार को अच्छे से डेवलप नहीं किया गया जिसके कारण इमोशनल सीक्वेंस में भी इमोशंस फील नहीं होते।
इसकी प्रोडक्शन क्वालिटी भी काफी खराब है जिसे देखकर आप को कई बार सस्ती बी ग्रेड फिल्मों की याद आएगी। फिल्म के स्टोरी लाइन काफी घिसिपिटी है जिसे आपने इससे पहले दर्जनों फिल्मों में देख रखा होगा।
अच्छाइयां-
फिल्म की अच्छी चीजों की बात करें तो इसमें लुयुक हेम्सवर्थ की मात्र एक्टिंग ही है जिसके लिए आप इस फिल्म को देख सकते हैं।
फाइनल वर्डिक्ट-
अगर आप लुयुक हेम्सवर्थ की फिल्में देखने के शौकीन है और साल 2024 में आई फिल्म लैंड ऑफ बैड को पसंद करते हैं। तो इस फिल्म को आप रिकमेंड कर सकते हैं, हालांकि इससे बहुत ज्यादा उम्मीदें लगाना ठीक न होगा।
हमारी तरफ से इस फिल्म को दिया जाता है 5/2⭐.