Who is the mystery girl of Bramayugam movie:फिल्म की कहानी १७वी शताब्दी की दखाई गई है जब पुर्तगाली सेना से बच कर थेवन और कुरान भाग कर कहीं दूर आजाते है और जंगल में छुप जाते है तभी कुरान को एक औरत दिखाई पडती है और कुरान उस औरत के सम्मोहन में फस जाता है थेवन कुरान को समझाता है के वो औरत एक रक्षिनी है पर कुरान उसके सौंदर्य में फस जाता है और उसके पीछे पीछे चला जाता है अगले ही सीन में हमें दिखाया जाता है के कुरान का वो औरत खून चूस कर मार देती है।
फिल्म में आखिर ये मिस्ट्री गर्ल कौन थी इस बात की व्याख्या नहीं की गई है पर लोगो को फिल्म देखने के बाद वो औरत कौन थी इस उसके बारे में जानने की उत्सुकता अधिक बन गयी है।
Photo Credit – Instagram
प्रचीन काल की कहानियों में उस औरत का नाम यक्षी था जिसको श्रीदेवी या चिरु थेवि भी कहा जाता था वो एक कोठे वाली औरत थी जिसे आज की भाषा में वैश्या या कॉल गर्ल कह कर भी पुकारा जाता है। चिरु थेवि के बहुत पैसे वाले क्लाइंट हुआ करते थे और चिरु थेवि अपने क्लाइंट से उनके सारे पैसे ऐठ कर उनको कंगाल कर देती थी एक दिन चिरु थेवि को कुंजू रमन नामक एक आदमी से प्यार हो गया था जो इस की पालकी उठाता था पर कुंजू की तो पहले से शादी हो चुकी थी तब कुंजू ने इसका ऑफर ठुकरा दिया और कहा के मै तुमको प्यार नहीं करता क्यूंकि मेरी पहले से ही पत्नी है।
तब चिरु थेवि ने कुंजू रमन की पत्नी को मारने की योजना बनाई पर इस बात की जानकारी कुंजू रमन को पहले से ही पता चल गयी कुंजू रमन अपनी पत्नी को बहुत प्रेम करता है और वो उसे चिरु थेवि के हाथो मरता नहीं देख सकता तब कुंजू रमन चिरु थेवि से कहता है ठीक है मै तुम्हारी बात मानता हूँ मै तुम्हारे साथ ही रहूँगा तब एक दिन कुंजू रमन चिरु थेवि के साथ रात में सोया हुआ रहता है तब कुंजू रमन चिरु थेवि को नींद में ही मार देता है।
Photo Credit – Instagram
इसके बाद चिरु थेवि का जन्म यक्षी के रूप में होता है जो की जंगल में रहती है तब ये यक्षी जंगलो में गुजरने वाले राहगीरों के रास्ते में आकर उनको सम्मोहित कर लेती थी और इन इंसानों को अपने साथ ले जाकर इनका खून पी लिया करती थी।
यक्षी कुंजू रमन को भी सताने लगी थी तब कुंजू रमन और उसकी पत्नी ने यक्षी से तंग आकर एक डील करी जिसमे वो कुंजू रमन के साथ एक साल तक सो सकती थी इस बारे में बहुत से लोगो के अलग अलग मिथ्य है गूगल पर रिसर्च करने पर हमें बस यक्षी के बारे में इतना ही मिला अब ये सही है या गलत इसका फैसला आप कर सकते है।
Photo Credit – Instagram
फिल्म में खुले तौर पर कास्टिज़म पर ज्यादा जोर दिया गया है जहा कुट्टी को ब्राह्मण दिखाया गया है वही घर के खाना बनाने वाले नौकर को थेवन को नीची जात का दिखाया गया है फिल्म में साफ़ तौर पर ये दिखाया गया है के कैसे उस टाइम से हमारे देश में ऊंच नीच जात पात का भेद भाव रहा है जहा फिल्म में कुट्टी हमेशा कुर्सी पर ही बैठा दिखाई दिया है वही रसोइया और थेवन दोनों जमीन में ही बैठते है और सोते भी जमीन में ही है ये दोनों कुट्टी की आँखों में आंखे डाल कर बात भी नहीं कर सकते है।
ये नेटफ्लिक्स की फिल्म है या उल्लू की फिल्म के शुरवात में भयंकर एडल्ट सीन