रेखाचित्रम ने मलयालम बॉक्स ऑफिस पर 75 करोड़ का कलेक्शन कर के यह साबित कर दिया के फिल्म में कुछ तो बात है। सबसे पहले जानते है के फिल्म का मेंन प्लाट क्या है।
कहानी एक पुलिस ऑफिसर विवेक की है ,जिसका कैरेक्टर आसिफ अली प्ले कर रहे है इन्हे गैंबलिंग में फस जाने के कारण ड्यूटी से सस्पेंड कर दिया गया है।अब जब विवेक सस्पेंड हो जाता है तब यह अपने घर पर ही अपने पिता के साथ रहने लगता है और इनका घर के काम में हाथ बटाता है।
फिल्म में विवेक का एक प्यार भी देखने को मिलता है जिसका नाम है रेखा पथरोंसे इस कैरेक्टर में हमें अनसवरा रंजन देखने को मिलती है। रेखा पथरोंसे एक। रिपोर्टर है जो विवेक के बहुत केस में इसकी मदद करती है। जब विवेक का सस्पेंड टाइम पीरियड खत्म हो जाता है
तब यह दोबारा से ड्यूटी ज्वाइन करता है पर मल्कापारा गांव में जहा पहले विवेक को गलत काम के इल्जाम में ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया था अब दोबारा से ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद विवेक यह निर्णय लेता है के वो अब अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी के साथ करेगा।
वही दूसरी और मल्कापारा गांव के रस्ते में जंगल में राजेंद्र अपनी गाड़ी से जा रहा होता है एक जगह पर जाकर राजेंदर अपने ड्राइवर को रोकता है और कहता है के गाड़ी रोक लो फिर जंगल में जाकर दुखी मन के साथ बैठ जाता है। वह दुखी इस लिए होता है क्युकी इसे कैंसर है। राजेंदर को इस बात का पता है के वह अब कुछ दिनों का ही महमान है।
तभी राजेंद्र फेसबुक पर आता है और कुछ रिकॉर्ड करता है। यह बोलता है के साल 1988 में वह और इसके कुछ दोस्त इसी गांव में एक 18 साल की लड़की को दफना देते है वो भी पैसो के लालच में जब यह इस लड़की को दफना रहे थे , तब शायद वो ज़िंदा थी क्युकी इसके हाथ और पैर चल रहे थे हमने इसे ज़िंदा ही दफना दिया था इसके बाद हमें बहुत पैसा मिला हमारी ज़िंदगी पूरी तरह से बदल गयी थी इसी के साथ राजेंद्र अपने आप को गोली मार लेता है।
अब विवेक यह पता लगाता है के वो लड़की कौन थी जिसको इन सब ने मिलकर ज़िंदा दफ़न कर दिया था और आखिर ये सब किसने और क्यों करवाया था वह लाश आज भी जंगल में कही दफ़्न है यही सब आपको इस फिल्म में देखने को मिलने वाला है। कहानी पूरी तरह से थ्रिलर और सस्पेंस से भरी है जो एक पल के लिए स्क्रीन से निगाहे नहीं हटाने देती।
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