नेटफ्लिक्स पर एक नया शो आया है, जिसका नाम है “बियॉन्ड गुडबाय”। यह एक जापानी शो है। कैसा है यह शो, क्या आपको इस शो को अपना टाइम देना चाहिए, क्या यह आपका टाइम डिजर्व करता है या नहीं, आइए जानते हैं इस रिव्यू के माध्यम से।
सीरीज में हमें टोटल 7 एपिसोड देखने को मिलते हैं। प्रत्येक एपिसोड की टाइमिंग 35 से 45 मिनट के बीच की है। सीरीज आपको हिंदी में भी देखने को मिल जाएगी, और इसकी हिंदी डबिंग बहुत अच्छे से की गई है। कहानी एक ऐसी लड़की की जिंदगी के बारे में है, जिसकी लाइफ का जो सबसे अच्छा पल होता है, वही इसकी जिंदगी का सबसे खराब पल बन जाता है।
होता कुछ यूं है कि सायको नाम की एक लड़की का बॉयफ्रेंड उसे प्रपोज करने के लिए एक नई जगह पर ले जाता है। पर इसी बीच एक एक्सीडेंट में हीरो की मृत्यु हो जाती है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब इस हीरो का दिल निकालकर किसी दूसरे की बॉडी में ट्रांसप्लांट कर दिया जाता है।
जिस इंसान के शरीर में हीरो के दिल को ट्रांसप्लांट किया जाता है, वह पहले से ही शादीशुदा होता है। अब जब सायको अपने बॉयफ्रेंड की मृत्यु के गम से जूझ रही होती है, तभी उसकी मुलाकात उस इंसान से हो जाती है, जिसके शरीर में सायको के बॉयफ्रेंड का दिल ट्रांसप्लांट किया गया था।
अब ये दोनों लोग आपस में मिलने लगते हैं, और एक-दूसरे से प्यार हो जाता है। अब इन दोनों के जो कॉम्प्लेक्स रिलेशन हैं, वह किसी मोड़ पर आकर रुकता है, और पास्ट में इनकी जिंदगी में कौन-कौन सी घटनाएं घटित हो चुकी होती हैं, यही पूरी कहानी आपको इस शो में देखने को मिलती है।
इस तरह की कहानी हमें बॉलीवुड में भी देखने को मिल जाती है। अभी हाल ही में रणबीर कपूर की एनिमल फिल्म में भी हमें कुछ इस तरह का देखने को मिला था। इसे इस तरह समझ लें कि एनिमल फिल्म का आपको एक सात एपिसोड का वेब सीरीज देखने को मिल रहा है।
शो के पॉजिटिव और नेगेटिव पॉइंट्स
ये एक रोम-कॉम स्टोरी पर आधारित शो है, जो एक डीसेंट वे में आगे बढ़ता है। अगर आपका दिल कमजोर है, तो आप इस शो को देखकर इमोशनल हो सकते हैं, पर यह शो उस तरह का दर्द देने में नाकामयाब साबित रहा है, जो इस इमोशनल लव स्टोरी में होना चाहिए, जो आपके दिल में चुभन पैदा कर दे।
शो में कुछ चीजें आपको लॉजिक से बाहर जाती हुई दिख सकती हैं, पर जब आप उन चीजों को क्रिएटिव वे में लेते हैं, तो इसका बैलेंस बनाया जा सकता है। शो की सबसे बड़ी खूबसूरती यह है कि शो में पास्ट और प्रेजेंट को अच्छे से लेकर चला गया है।
सीरीज की कलर ग्रेडिंग, सिनेमैटोग्राफी, प्रोडक्शन वैल्यू, बीजीएम, सब कुछ अच्छा है। इनमें किसी भी तरह की कोई कमी देखने को नहीं मिलती है। ये उस तरह की सीरीज नहीं है कि शो देखने के बाद कई दिन तक आपको इसके कैरेक्टर्स याद रहें। यह शो इस तरह का है।
कि बस आप देखेंगे, और कुछ टाइम के बाद भूल जाएंगे। शो की सबसे बड़ी कमी है कि यह प्रेडिक्टेबल शो है। सीरीज में आगे क्या दिखाया जाने वाला है, उसे आप आसानी से पहले ही समझ जाएंगे।
और किसी भी प्रेडिक्टेबल शो को देखने में उतना मजा नहीं आता है। शो के 4 से 5 एपिसोड में ही आप पहले ही प्रेडिक्ट करेंगे कि आगे क्या होने वाला है। शायद इस वजह से दर्शक इस सीरीज के 4 से 5 एपिसोड के बाद इसे न देखें।
शो में एंटरटेनिंग फैक्टर की काफी कमी है। पर इसकी स्टोरी का नैरेशन ठीक-ठाक से किया गया है।
निष्कर्ष
बियॉन्ड गुडबाय शो को सबके लिए नहीं बनाया गया है। यह शो सिर्फ उनके लिए है, जिनको स्लो पेस में चलने वाली सीरीज पसंद आती है। फिर भी एक बार आप इस शो को देख सकते हैं। यह सीरीज उतना आपके दिल को नहीं छू पाती है, जिस तरह से और रोमांटिक फिल्में आपके दिलों में जगह बना लेती हैं।
एक अच्छे कॉन्सेप्ट होने के बावजूद शो को उस तरह से प्रेजेंट नहीं किया गया, जिस तरह से किया जाना था। शो में एंटरटेनमेंट की कमी के साथ-साथ प्रेडिक्टेबिलिटी होने की वजह से यह शो शायद दर्शकों पर अपना इंपैक्ट न डाल सके। हमारी तरफ से इस सीरीज को पांच में से ढाई स्टार दिए जाते हैं।
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