murder mubarak review hindi:मर्डर मुबारक जो की इस हफ्ते नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ कर दी गयी है अंग्रेजी मीडियम ,राबता,और कॉकटेल जैसी फिल्मे बनाने वाले होमी ने इस फिल्म को डायरेक्ट किया है। फिल्म की अवधि है 142 मिनट की ये एक मर्डर मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है जो की एक मर्डर की गुत्थी सुलझाने में लगी रहती है।फिल्म में हमें बहुत से कलाकार एक साथ दिखाई देते है ये कलाकार है सारा अली खान,विजय वर्मा,करिश्मा कपूर,डिंपल कपाड़िया,संजय कपूर,टिस्का चोपड़ा और पंकज त्रिपाठी।
कैसी है मर्डर मुबारक की कहानी
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मर्डर मुबारक की कहानी की अगर हम बात करे तो ये शुरू होती है दिल्ली के एक महंगे क्लब और उस क्लब के अमीर मेम्बरो से इस क्ल्ब में अचानक से क्लब की जिम के एक फिटनेस कोच की लाश पायी जाती है इस क्ल्ब के ही जिम में ,सारा अली खान डिंपल कबाड़िया टिस्का चोपड़ा को ये लाश नज़र आजाती है ।
और इस की खबर पुलिस को दे दी जाती है। पुलिस आती है और अपनी इन्वेस्टीगेशन शुरू करती है पुलिस की भूमिका में हमें पंकज त्रिपाठी नज़र आते है और यही इस केस की गुत्थी को सुलझाने में लग जाते है शक की सूई क्लब के मेम्बरो पर होती है इसकी वजह ये है के जिम कोच जिसका मर्डर हुआ होता है वो इस क्लब के कई मेम्बरो को किसी न किसी वजह से ब्लेकमेल करता है और उनसे पैसे ऐठता है अब उसकी हत्या किसने और क्यों की है ये सब आप को इस फिल्म को देख कर ही पता लगेगा।
क्या है वीक पॉइंट फिल्म में
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सबसे पहली जो बात है फिल्म में बेवजह की गाली गलौज और एडल्ट सीन डाले गये है जिनकी इस फिल्म में कोई भी जरूरत नहीं थी फिल्म के इंट्री सीन पर ही आपको एक एडल्ट सीन दिखाया जाएगा जो की आपको बहुत ज़ादा फूहड़ और बेतुका लगेगा इतने बड़े बड़े एक्टर जिस फिल्म में हो उसमे ऐसे सीन डालना ऐसा लगता है जैसे आप कोई उल्लू टीवी की सस्ती सीरीज देख रहे हो।
तो आप इस फिल्म को परिवार के साथ बैठ कर नहीं देख सकते बेवजह की गालिया,जिनका फिल्म में किसी भी तरह से जरूरत नहीं थी माना आप OTT पर ये सब कुछ दिखा सकते है पर गलियों का लॉजिक भी तो होना चाहिए के कहा पर दिखाना है। फिल्म में सभी ने ओवर एक्टिंग की है जितने भी कलाकार है यहाँ तक के पंकज त्रिपाठी ने भी डायरेक्टर साहब ने क्यों इन सभी कलाकारों से ओवर एक्टिंग करवाई है ये तो डायरेक्टर साहब ही जाने।
मर्डर मुबारक देखते-देखते आप अपने नाख़ून काट सकते है मोबाइल को साफ़ कर सकते है बालो में कलर लगा सकते है वाटसप चैट कर सकते है रील्स भी देख सकते है इससे फिल्म देखने में आप कोई असर नहीं होगा ये फिल्म ऐसी है ही नहीं के आप लगातार नहीं देखे गे तो आपको समझ नहीं आएगी फिल्म कही-कही पर आपको इतनी बोर करती है के आपका फिल्म को निकाल-निकाल कर देखने का मन करेगा।
फिल्म का डायरेक्शन
फिल्म का डायरेक्शन बेहद ख़राब है इसके डायरेक्शन में बिलकुल भी दिमाग नहीं लगाया गया है जिस डायरेक्टर ने अंग्रेज़ी मीडियम जैसी फिल्म बनाई हो उस डायरेक्टर से ऐसी फिल्म की आशा बिलकुल भी नहीं की जा सकती है फिल्म का डायरेक्शन हो स्क्रीन प्ले हो या स्टोरी टेलिंग हो सब के सब बिलकुल भी आप को इम्प्रेस करने वाला नहीं है। फिल्म को देख कर यही लग रहा है ढेर सारे कलाकारों को लेकर प्रोडूसर को चूना लगाने के लिए इस फिल्म का निर्माण किया गया है। कहानी को अगर थोड़ा सा बदला जाता तो ये एक बेहतर फिल्म हो सकती है किसी भी कलाकार को देख कर उसके कैरेक्टर से रिलेट नहीं कर पाएंगे।
मेडोक फिल्म से ऐसी उम्मीद नहीं थी
तेरी बातो में उलझा जिया,भेड़िया,और स्री जैसी फिल्म देना वाला मेडोक फिल्म से ऐसी उम्मीद नहीं थी के वो इतनी बकवास फिल्म हमें देगा मेडोक फिल्म का अगर किसी फिल्म से नाम जुड़ जाता है तब हमें उस फिल्म से उम्मीदे थोड़ी बढ़ जाती है पर इस फिल्म को देखने के बाद लगता है के ये फिल्म मेडोक की है ही नहीं। फिल्म की कास्टिंग बेमतलब है बड़े कलाकारों को लेने का कोई मतलब नहीं अगर आपके पास अच्छी स्टोरी न हो फिल्म से अच्छा इस फिल्म का ट्रेलर है अगर आप ने इस फिल्म का ट्रेलर देख लिया है तो बस ट्रेलर तक ही रहिये फिल्म न ही देखे तो आपके लिये अच्छा है।
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