Monster Review:बुक मई शो पर एक अवार्ड विनिंग जैपनीज़ फिल्म को रिलीज़ किया गया है वो भी बहुत सी भाषा में डब्ड कर के इस फिल्म का नाम है मॉन्स्टर।
अगर आप एक मॉस दर्शक है और आपको मासेस फिल्मे देखना पसंद है शोशल फिल्मे आपको ज्यादा पसंद नहीं आती है आपको फ़ास्ट फिल्मे देखना पसंद है तो ये फिल्म आपके लिए नहीं बनाई गयी है। अगर आपको क्लासिक फिल्मे देखना पसंद है आप एक अच्छा दिमाग लगाने वाला कंटेंट देखते है। कुछ अलग तरह की फील लेना चाहते है तो इस फिल्म को देख सकते है।
इस फिल्म को देखने के लिये आपको दो घंटे का टाइम देना होगा फिल्म की हिंदी डबिंग की अगर बात की जाये तो वो काफी अच्छे से की गई है। फिल्म को आप फैमिली के साथ भी बैठ कर देख सकते है। फिल्म में एक नॉर्मल सा किस सीन को दिखाया गया है। अगर आप छोटे बच्चे ,या आपके छोटे बच्चे है मतलब के आप माता पिता है।तब आप इस फिल्म को एक बार जरुर देख सकते है।
फिल्म में एक स्ट्रांग पॉइंट आपके सामने रखती है फिल्म की कहानी में एक ऐसी माँ की कहानी को प्रस्तुत किया गया है जिसका बच्चा एक दिन स्कूल जाता है और स्कूल से आने के बाद वो कुछ अजीब-अजीब सी हरकते करने लगता है। अब ऐसा क्यों होता है इसे जानने के लिए आपको इस फिल्म को देखना होगा।
ये फिल्म सिर्फ और सिर्फ समझदार दर्शको के लिए बनाई गयी है सबके लिए ये फिल्म नहीं है। क्युकी इस फिल्म का कंटेंट बहुत ज़ादा मैच्योर है। इस फिल्म को अगर आप कॉन्सेंट्रेट के साथ देखेंगे तो ये फिल्म आपको अंदर से सोचने पर मज़बूर कर देगी के ऐसा भी कुछ हो सकता है क्या। फिल्म में बहुत ज़ादा आपको मनोरंजन देखने को नहीं मिलने वाला है बहुत ज़ादा क्या बिलकुल भी इंटरटेनमेंट देखने को नहीं मिलेगा।
उस बच्चे को लेकर आपको जो चीज़े साइक्लोजिकल वे में दिखाई गयी है फिल्म में बच्चे की माँ की कंडीशन जो आपको दिखाई गयी है टीचर प्रिंसपल सबको देख कर आप सोचने पर मज़बूर हो जाते है। फिल्म का नाम ही मॉन्स्टर है पर इस फिल्म में आपको किसी भी तरह का भूत चुड़ैल देखने को नहीं मिलती है।
इस फिल्म का नाम मॉन्स्टर इस लिए होता है क्युकी ये फिल्म आपसे सवाल करती है के मॉन्स्टर कौन है। फिल्म का पहला हिस्सा एक दम सिम्पल तरीके से चलता है पर जो फिल्म का दूसरा पार्ट है वो थोड़ा सीरियस होता हुआ दिखाई देता है। और जिस तरह से कुछ सीन में स्क्रीन प्ले को प्रजेंट किया गया है उसे देख कर आपका दिमाग जरुर घूमने वाला है। फिल्म के करेक्टर की इस तरह से डेवलोपमेंट की गयी है के ये सोचने पर मज़बूर होंगे के फिल्म में मॉन्स्टर कौन है।
फिल्म की प्रोडक्शन वैलु बढ़िया है और फिल्म की सिनेमाटोग्राफी भी बहुत अच्छे से की गयी है।
बस फिल्म का निगेटिव पॉइंट यही है के फिल्म हद से ज़ादा स्लो दिखाई देती है। अगर आपके अंदर पेशेंस नहीं है तो आप इस फिल्म को नहीं देख पाएंगे हमारी तरफ से इस फिल्म को दस में से आठ स्टार दिये जाते है।