Mithya Zee5 Season 2 Review: एक ब्लो एवरेज शो जिसे दर्शक पूरी तरह से रिजेक्ट करने वाले है

Mithya Season 2 Review hindi

ज़ी 5 का नया शो ‘मिथ्या का सीजन 2’ वही से शुरू किया गया है, जहाँ से इसका सीजन 1 खत्म हुआ था। शो के 6 एपिसोड हैं, सभी एपिसोड की आधे घंटे की लंबाई है। ये शो भी अपने पुराने सीजन 1 के जैसा ही है। जूही अधिकारी (हुमा कुरैशी) ने अपनी बुक को पूरा कर लिया है।

किताब और कॉपी का दावा

धुंध नाम की ये बुक पूरी तरह से हिट हो चुकी है। अमित चौधरी (नवीन कस्तूरिया) ऐसा दावा करता है कि ये बुक उनकी कहानी से कॉपी की गई है।

किरदारों का प्रदर्शन

रिया राजगुरु (अवंतिका दासानी) ने इस बार भी पहले सीजन के जैसे अपनी एक्टिंग से बहुत इरिटेट किया है। रिया राजगुरु दोबारा से जूही की ज़िंदगी में लौट कर आती है, अपनी सजा काटने के बाद, और ये दोबारा से जूही की ज़िंदगी में उथल-पुथल मचा देती है।

कुल मिलाकर रिव्यू

अगर हम इसका रिव्यू एक लाइन में करें, तो ये एक औसत से भी कम शो है, जो कहानी पहले सीजन में दिखाई गई थी, उसी कहानी को तोड़-मरोड़ कर दोबारा से हमारे सामने पेश किया गया है। उदाहरण के लिए, ऐसा समझ लें कि रात के बचे हुए चावलों को जीरे का तड़का मार कर हमारे सामने परोसा जाए।

मिस्ट्री की कमी

पहले सीजन में एक मिस्ट्री थी, पर यहाँ पर कुछ भी नहीं था। शो में एक भी ऐसा ट्विस्ट नहीं डाला गया है, जो हमारे दिमाग को हिला दे।

डायरेक्शन और राइटिंग

शो का डायरेक्शन, राइटिंग, स्क्रीनप्ले शो में नीरस दिखाई देता है, फिर भी मेकर्स के ओवर कॉन्फिडेंस को दाद देनी होगी कि इन्होंने इसके तीसरे सीजन का हिंट छोड़ा है।

भावनात्मक गहराई की कमी

शो में डेप्थ, फील, सोल, वाइब, इमोशन, कुछ भी ऐसा नहीं है कि किरदारों के साथ आप खुद को जुड़ा हुआ महसूस कर सकें। आप इस शो के साथ किसी भी तरह से खुद को इन्वेस्ट नहीं कर सकते।

सीजन 3 की ज़रूरत?

पहला सीजन शो का ठीक-ठाक था, मुझे ऐसा नहीं लगता कि अब इसके सीजन 3 की हमें कोई ज़रूरत है। इस बार शो में कुछ अलग दिखाना था, पर कुछ भी नया नहीं दिखाया गया। उसी पुराने एलिमेंट्स का इस्तेमाल करके इसे दोबारा से पेश किया गया। शो को देखकर यही फील होता है कि जल्दी-जल्दी इसे खत्म किया जाए।

अनसुलझे सवाल

नवीन कस्तूरिया की बैक स्टोरी क्या है, वो ऐसा क्यों कर रहा है, इसका क्या मकसद है, किसी भी चीज़ को प्रॉपर क्लियर नहीं किया गया। इस शो से हमें निराशा के सिवा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।

प्रोडक्शन और सिनेमैटोग्राफी

बीजीएम अच्छा है, शो का प्रोडक्शन वैल्यू ठीक-ठाक है, शो की सिनेमैटोग्राफी और लोकेशन अच्छी हैं, पर इतना सब कुछ अच्छा होने से बात नहीं बनती। दर्शक इस शो को पूरी तरह से रिजेक्ट करने वाले हैं।

रेटिंग

हमारी तरफ से ज़ी 5 के इस शो को पांच में से 2 स्टार दिए जाते हैं।

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  • Amir Khan

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