Meet the Spartans movie review in hindi:तब क्या हो जब स्पार्टन आर्मी का कैप्टन ही गे हो। जी हां हम बात कर रहे हैं फिल्म 300 की जो हमारे दिलों में आज भी जगह बनाए हुए हैं जिसके योद्धा और उसमें दिखाया गया युद्ध आज भी लोगों के दिलों पर छाया हुआ है।
उस जैसी फिल्म ना आज तक बनी है और ना ही कभी भविष्य में बनेगी। लेकिन डायरेक्टर ‘जेसन फ्राइडबर्ग’ के खुराफाती दिमाग में एक ऐसी तरकीब सूझी जिसे करने के बारे में किसी ने ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा। यहां हम बात कर रहे हैं सन 2008 में आई फिल्म ‘मीट द स्पार्टन ‘ की जिन्होंने यह अजब कारनामा करके दिखाया है।
जिसमें फिल्म 300 की स्पूफ फिल्म बनाई है यहां हम बता दें स्पूफ का मतलब किसी सीरियस सीन को कॉमेडी सीन में बदलना होता है। फिल्म की लेंथ की बात करें तो यह मात्र एक घंटा 23 मिनट की है जो आपका ज्यादा वक्त जाया नहीं करती फिल्म आपको खूब हंसाती और गुदगुदाती है। बात करें इसके जॉनर की तो यह कॉमेडी कैटेगरी में आता है।
स्टोरी-
वैसे तो फिल्म में ज्यादा कोई नई स्टोरी नहीं है क्योंकि इसमें 300 फिल्म के हर सीन्स को रीक्रिएट किया गया है जिसमें कॉमेडी का तड़का मार कर दर्शकों के सामने पेश किया है। लेकिन यहां पर फिल्म के मेकर्स को दात देनी होगी क्योंकि फिल्म का हर एक दृश्य रियल लोकेशन पर शूट किया मालूम देता है।
जैसा कि आप जानते हैं इस स्पार्टन सेना की एक कहानी थी जिसमें वहां के राजा अपने 300 सैनिकों के साथ ज़र्कसीज़ की सेवा के साथ लड़ने के लिए आगे आते हैं और यही नहीं वह अंत तक लड़ते हैं और जीत का परचम लहराते हैं, यह वह कहानी है जो कथाओं में लिखी गई है और असली है। इसी को लेकर मीट द स्पार्टनस फिल्म की कहानी गढ़ी गई है।
३०० फिल्म में स्पार्टा की रानी जितनी ज्यादा अच्छी और अपने राजा के लिए वफादार थी। मीट द स्पार्टनस फिल्म में उन्हें उतना ही ज्यादा करप्ट दिखाया गया है हालांकि या सब कुछ कॉमिक वे में दिखाया जाता है जिसे देखकर आपको खूब हंसी आती है।
जब राजा युद्ध पर जाता है-
300 मूवी में जब स्पार्टा के राजा युद्ध के लिए निकलते हैं तो काफी गंभीर माहौल दिखाया जाता है और उनकी पत्नी राजा से कहती है कि वह उनका इंतजार करेगी।
तो वही मीट द स्पार्टनस फिल्म में इसका उल्टा दिखाया जाता है। राजा जैसे ही अपने 300 सैनिकों के साथ युद्ध के लिए निकलते हैं वैसे ही उनकी रानी आराम फरमाने लगती हैं।
ज़र्कसीज से सामना-
फिल्म 300 में जब स्पार्टन राजा का सामना ज़र्कसीज से होता है तो वह उन्हें कहता है कि वह उसके पैरों की धूल को चाट ले तो वह स्पार्टन राजा पर दया कर देगा और उन्हें जिंदा छोड़ देगा।
तो वहीं मीट द स्पार्टनस फिल्म में इसका उल्टा दिखाया जाता है और जर्कसीज काफी मजाकिया अंदाज में स्पार्टन राजा से कहता है की उनके जूते पर कुछ लगा हुआ है जिससे वे झुक जाते हैं।
टेक्निकल एस्पेक्ट-
फिल्म के मेकर्स की जितनी भी तारीफ की जाए उतनी कम है उन्होंने हु बहू 300 फिल्म के हर एक सीन को बहुत अच्छे से रीक्रिएट किया है जिन्हें देखने पर अंदाजा नहीं लगा पाते कि यह स्पूफ सीन है या असली। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक बढ़िया है जो पुराने ज़माने के मिस्र कलचर को दर्शाता है।
खामियां-
फिल्म की कमियों की बात करें तो इसकी सबसे बड़ी कमी यह है की जिन दर्शकों ने फिल्म 300 को नहीं देखा वह इसे बिल्कुल भी समझ नहीं सकेंगे क्योंकि इसके सभी सीन्स फिल्म 300 से इंस्पायर है। फिल्म की दूसरी बड़ी कमी इसके कॉमेडी एंगल्स में है जो की इतिहास की कहानी को एक मजाकिया रूम में आपके सामने रखते हैं जो की बिल्कुल भी सही नहीं।
फिल्म में न्यूडिटी और वल्गैरिटी का लेवल काफी ज्यादा है जिससे सभी प्रकार के दर्शक इस फिल्म को नहीं देखेंगे जिससे इसकी रेटिंग पर काफी फर्क पड़ेगा।
अच्छाइयां-
फिल्म की अच्छाइयों की बात करें तो इसमें सबसे पहले इसके मेकर्स आते हैं जिन्होंने इस सब्जेक्ट पर फिल्म बनाने का इतना बड़ा रिस्क उठाया जोकि सराहनी है। हालांकि वे कुछ ज्यादा ही आगे निकल गए जो की बिल्कुल भी सही नहीं।
फिल्म के दूसरी अच्छाई की बात करें तो इसका कैरेक्टर डेवलपमेंट है जिस पर बहुत अच्छे से वर्क किया गया है। फिल्म में दिखाए गए सभी केदार 300 फिल्म के ओरिजिनल किरदारों से हूबहू मैच करते हैं। फिल्म जबरदस्त कॉमेडी एलिमेंट्स से भरी हुई है जो कि हर आने वाले अगले सीन में दिखाई देते हैं।
फाइनल वर्डिक्ट-
अगर आपको कॉमेडी फिल्में देखना पसंद है जिनमे थोड़ी बहुत वल्गैरिटी भी हो तो भी आपका काम चल सकता है तब आप इस फिल्म को खुले दिल से रिकमेंड कर सकते हैं यह आपको बिल्कुल भी निराश नहीं करेगी। फिर चाहे कॉमेडी हो या वल्गैरिटी, फिल्म आपको जमकर हंसाने वाली है। जिसके सामने मिस्टर बीन की कॉमेडी फिल्में भी पीछे रह जाती हैं।
हमारी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5/⭐ ⭐ ⭐.
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