कन्नड़ एक्शन थ्रिलर फिल्म “मैक्स” को सिनेमाघरों में कन्नड़ के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, हिंदी और मलयालम में रिलीज़ किया गया है। किच्चा सुदीप की इस फिल्म का निर्देशन किया है विजय कार्तिकेय ने।
आइए जानते हैं 2 घंटे 12 मिनट की यह फिल्म आपके समय को डिज़र्व करती है या नहीं?
पुष्पा 2, बेबी जॉन और मुफासा की वजह से हिंदी बेल्ट में इसे बहुत कम शो दिए गए हैं। उत्तर भारत के छोटे शहरों में तो यह फिल्म लगी ही नहीं है और मेट्रो सिटीज़ में, जहां इसके शो लगे हैं, वहां ज्यादातर यह कन्नड़ भाषा में ही चल रही है।
कहानी
फिल्म की कहानी इंस्पेक्टर अर्जुन उर्फ मैक्स के इर्द-गिर्द घूमती है। मैक्स एक पुलिस स्टेशन में 2 महीने बाद वापस आता है। अब इंस्पेक्टर अर्जुन को एक ऐसा काम अंजाम देना है, जिसे इसे 12 घंटे में पूरा करना है। अगर वह इस काम को नहीं करता, तो एक बहुत बड़ी मुसीबत पैदा होने वाली है। अब वह काम क्या है, क्या मैक्स इसे पूरा कर पाता है, यह सब आपको फिल्म देखने के बाद ही पता लगेगा।
किच्चा सुदीप की यह फिल्म “विक्रांत रोना” की तरह है। हालांकि उनकी हर फिल्म एक्शन से भरपूर होती है, लेकिन इस बार वह कुछ नया लेकर आए हैं।
पॉजिटिव पॉइंट
मैक्स फिल्म में किच्चा सुदीप की परफॉर्मेंस देखने के बाद इनके अंदर तेलुगु के सभी सुपरस्टार नज़र आते हैं। किच्चा सुदीप को जिस तरह से एक्शन सीक्वेंस में प्रेजेंट किया गया है, वह आपको शायद अल्लू अर्जुन की याद दिला दे। इसका क्लाइमेक्स पैसा वसूल है। इस पूरी फिल्म को किच्चा सुदीप अपने कंधों पर ढोते हुए दिखाई दे रहे हैं।
नेगेटिव पॉइंट
फिल्म का बीजीएम बी. अजनीश लोकनाथ का है, जो इतना प्रभावी नहीं है, जितना बनाया जा सकता था। कहानी का पहला हिस्सा थोड़ा धीमा है, जो इसे तैयार करने में थोड़ा वक्त लेता है। फिर भी इंटरवल तक आते-आते कहानी में रुचि बनी रहती है। फिल्म में कई सीन ऐसे हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि इन्हें पहले भी कहीं देखा गया है।
टेक्निकल एस्पेक्ट
बीजीएम में थोड़ी कमी पाई गई, वहीं सिनेमैटोग्राफी, कलर ग्रेडिंग, फिल्म की प्रोडक्शन वैल्यू, वीएफएक्स और सीजीआई ठीक-ठाक हैं।
निष्कर्ष
यह एक फुल पैसा वसूल फिल्म है, जो जियोहॉटस्टार रिलीज़ का इंतज़ार किए बिना, सिनेमाघर में जाकर देखने पर आपको एक अच्छा अनुभव दे सकती है।
हमारी टीम ने यह फिल्म कन्नड़ भाषा में देखी है, जिस कारण हम इसकी हिंदी डबिंग कैसी है, इस बारे में नहीं बता सकते। कहानी को देखकर ऐसा लगता है कि फिल्म को अपने बजट को रिकवर करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। कहानी में काफी खून-खराबा है, बच्चों के साथ इस फिल्म को देखने से बचें। हमारी तरफ से इसे दिए जाते हैं पांच में से तीन स्टार।
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