Let go review in hindi:नेटफ्लिक्स की ओर से एक नई ‘स्वीडिश’ फिल्म रिलीज की गई है जिसका नाम ‘लेट गो’ है। बात करें इसके जॉनर की तो यह ड्रामा कैटेगरी में आता है। फिल्म की लंबाई तकरीबन एक घंटा 50 मिनट की है।
बात करें इसकी कहानी की तो यह फिल्म फैमिली के इमोशंस और जिम्मेदारियो को लेकर बनाई गई है,जो पुरुषों की सोच पर सवाल उठाती है।फिल्म का डायरेक्शन ‘जोसेफिन बोर्नबुश’ ने किया है,जिन्होंने इस फिल्म से अपने डायरेक्शनल करियर में डेब्यू किया है।
कहानी- मूवी की स्टोरी ‘गस्तव’ और उनकी फैमिली के इर्द गिर्द घूमती दिखाई गई है जहां पर यह सीख देने की कोशिश की गई है कि अगर किसी फैमिली में सब कुछ ठीक तरह से चल रहा हो तो यह जरूरी नहीं है कि उस फैमिली के रिश्ते भी ठीक हों।
गस्तव जो अपनी वाइफ ‘अस्ट्रीड’ और दो बच्चों ‘अन्ना’ और ‘पॉल’ के साथ रहते है।जिनकी फैमिली बाहर से तो एक अच्छी फैमिली थी लेकिन अन्दर ही अंदर बहुत कुछ उथल पुथल चल रही थी।
जहां पर यह दर्शाने की कोशिश की गई है कि कैसे एक लंबे समय तक चली मैरिज में भी कुछ ऐसे उतार चढ़ाव आ जाते है जिनके बारे में हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते।
Sad, heartwarming, and heartbreaking, Josephine Bornebusch’s Let Go has everything.#LetGo #LetGoNetflixhttps://t.co/JAcfja6icj
— Ready Steady Cut (@ReadySteadyCut) November 3, 2024
गस्तव जोकि दो बच्चों के बाप और पेशे से एक साइकैट्रिस्ट हैं जिन्हे अपनी शादी के १६ साल बाद अपनी एक कलिग से प्यार हो जाता है जिसके लिए वे अपनी पहली बीवी को छोड़ने का मन बना लेते हैं।
हालाकि उनकी वाइफ बहुत स्ट्रांग कैरेक्टर में नज़र आती ही जोकि इस फैसले से बिल्कुल भी सहमत नहीं होती और अपनी फैमिली को टूटने से बचाने के लिए एक ढाल की तरह अड़ी रहती है।क्या अंत तक यह फैमिली हसी खुशी रह पाती है या फिर टूट कर बिखर जाती है ये सब जानने के लिए आपको देखनी होगी यह फिल्म जोकि नेटफ्लिक्स पर हिंदी में उपलब्ध है।
खामियां- वैसे देखा जाए तो फिल्म में बहुत कम ही खामियां दिखाई देती हैं लेकिन फिर अगर बात करनी हो तो इसकी पटकथा में जो पोल डांस वाला एंगल था उसे कुछ ज्यादा ही खींचा गया था।
बात करें मूवी की दूसरी कमी की तो फिल्म में कॉमेडी एंगल्स मिसिंग थी जिन्हें बीच बीच में डाला जा सकता था। क्योंकि फिल्म काफी सीरियस बनी रहती है।
अच्छाइयां- इस फिल्म की खूबियों की जितनी भी तारीफ की जाए उतनी कम है क्योंकि कहानी में जिस तरह से फैमिली रिलेशन शिप को दिखाया गया है वह लाजवाब है,जिसके कई सीन्स में तो आप इतने भावुक हो जाते है कि आंखे नम होने से रोक नहीं पाते।
बात करें इसकी दूसरी खूबी की तो फिल्म का फर्स्ट और सेकंड हाफ दोनों ही अच्छे हैं।अमूमन सेकंड हाफ कमज़ोर होता है लेकिन मेकर्स ने कहानी पर जम कर काम किया है जोकि फिल्म में दिखाई भी देता है।
फाइनल वर्डिक्ट- अगर आप एक फैमिली इमोशंस से भरी हुई फिल्म देखना चाहते है तो इसे बिल्कुल भी मिस न करें।यह फिल्म फिर से आपके दिल में अपनी दुनिया अपनी फैमिली के लिए और भी ज्यादा जुड़ाव पैदा कर देती है।
इसकी पटकथा इतनी लाजवाब है कि फिल्म खत्म होते होते आप यह सोचते है कि काश कुछ देर और यह यूंही चलती रहे। बात करें इसकी न्यूडिटी रेटिंग की तो उसमें किसी भी प्रकार है कोई भी एड्रेस से नहीं दिखाया गया जिसके कारण आप इसे अपनी पूरी फैमिली के साथ इंजॉय कर सकते हैं।
IMDB रेटिंग 7.0