khel khel me hindi review:अक्षय कुमार स्टारर फिल्म खेल-खेल में आज 15 अगस्त 2024 को थियेटर्स में रिलीज कर दी गई है,जिसे आज १० अक्टूबर को नेटफ्लिक्स ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ कर दिया गया है।
हालांकि इस फिल्म की सीधी टक्कर दो बड़ी फिल्मों से है जिनमें से पहली फिल्म स्त्री 2 है जो कि स्त्री 1 का रीमेक है और इसकी टक्कर जॉन अब्राहम स्टारर फिल्म वेदा से भी है।
यह दोनों फिल्में खेल-खेल में फिल्म के साथ ही रिलीज की गई हैं। खेल-खेल में फिल्म एक कॉमेडी फिल्म है हालांकि वर्तमान समय की बात करें तो कॉमेडी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अपनी छाप छोड़ जाने में कामयाब नहीं हो रही हैं।
हालांकि इस फिल्म की स्टोरी स्पेनिश फिल्म परफेक्ट स्ट्रेंजर से ली गई है, अपने आप में यह फिल्म परफेक्ट स्ट्रेंजर का सत्ताइसवां रिमेक है हालांकि हिंदी भाषा में या इसका पहला रिमेक है। इसकी ओरिजिनल फिल्म को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी मिल चुका है जो की 2016 में आई थी।
कलाकार- अक्षय कुमार,वानी कपूर, एमी विर्क,तापसी पन्नू, आदित्य सील, फरदीन खान,प्रज्ञा जैसवाल।
डायरेक्टर- मुदस्सर अज़ीज़।
प्रोड्यूसर- भूषण कुमार।
सिनेमेटोग्राफर- मनोज कुमार खटोई।
एडिटर-निनंद खानोलकर।
कहानी-फ़िल्म की कहानी 7 दोस्तों की कहानी पर आधारित है जिसमें सभी दोस्त एक पार्टी में इखट्टा होते हैं और इन सभी के दिमाग में आता है कि क्यों ना कोई ऐसा गेम खेला जाए जो की बिल्कुल अलग कांसेप्ट पर बेस्ड हो तब इन सभी लोगों की दिमाग में आता है
क्यों ना ऐसा गेम खेला जाए जिसमें सभी लोग अपने मोबाइल टेबल पर निकाल कर रख दे और जिस किसी का भी फोन या कॉल या जो भी एक्टिविटी उसके मोबाइल पर आती है वह सभी के सामने की जाए इसी कॉन्सेप्ट पर या फिल्म आधारित है जो दर्शकों को खूब हसा सकती थी लेकिन यह अपॉर्चुनिटी फिल्म के मार्क्स ने को दिए और इसका फायदा सही से नहीं उठा सके ।
फिल्म के लेंथ 2 घंटे 15 मिनट है जिसमें अक्षय कुमार का जादू इस फिल्म को चार चांद लगाने में कामयाब नहीं रहा है क्योंकि फिल्म की लिखावट काफी कमजोर थी कई डायलॉग को देखकर आपको हंसी तो आती है लेकिन आप अपनी हंसी को खुलकर इंजॉय नहीं कर पाते जिसका कारण फिल्म की कमजोर लिखावट है फिल्म कॉमेडी के साथ-साथ इमोशंस पर भी दर्शकों का ध्यान खींचती है
लेकिन उस फील्ड में भी पूरी तरह से कामयाब नहीं हो पाती जिसे देखकर लगता है अक्षय कुमार की लगातार फ्लॉप हो रही फिल्मों का रिकॉर्ड टूट नहीं पाएगा क्योंकि फिल्म में अक्षय कुमार की तरफ से ज्यादा एफर्ट नहीं दिखाई देता उनकी एक्टिंग में कोई भी नया पन नहीं है
जिसे देखकर लगता है अक्षय कुमार ने अपनी एक्टिंग पर काम नहीं किया और वही पुरानी एक्टिंग देखने को मिलती है। अगर बात करें बाकी कलाकारों की तो तापसी पन्नू और फरदीन खान ने फिल्म में अच्छी एक्टिंग की है और अपने रोल को अच्छे से निभाया है फिल्म में मशहूर पंजाबी सिंगर एमी विर्क भी हैं जिन्होंने अपने रोल को ठीक-ठाक निभाया है।
ज्यादातर हमें आजकल की बॉलीवुड की फिल्में देखकर ऐसा लगता है कि फिल्म के कलाकारों की एक्टिंग और फिल्म का बजट तो ठीक था लेकिन फिल्म की कहानी कमज़ोर थी पर इस फिल्म को आपको देखकर ऐसा लगेगा कि फिल्म की कहानी बहुत मजेदार थी जिसे और भी ज्यादा बेहतर तरीके से बनाया जा सकता था लेकिन इसकी खराब डायलॉग राइटिंग और गलत कॉमिक टाइम के सीन की वजह से यह अच्छी फिल्म बनते बनते रह गई।
फिल्म को क्यों देखे-
इस फिल्म को देखने का में रीजन अक्षय कुमार और फरदीन खान है अगर आप अक्षय कुमार की फिल्मों के दीवाने हैं तो आप इस फिल्म को देख सकते हैं हालाकि फिल्म से ज्यादा उम्मीद नहीं लगा सकते क्योंकि आपको फिल्म खट्टा मीठा और हेरा फेरी जैसी अक्षय की कॉमेडी फिल्म में नजर नहीं आने वाली अगर बात करें फरदीन खान की तो काफी समय बाद वह पर्दे पर नजर आए हैं जिनके लिए आप फिल्म देख सकते हैं फिल्म में तापसी पन्नू की बेहतरीन एक्टिंग देखने को मिलती है और साथ ही साथ एमी विर्क के फैन भी इस फिल्म को देख सकते हैं।
फिल्म की खामियां–
फिल्म की खामियों की बात करें तो इसके लिखे हुए डायलॉग काफी खराब है जिन्हें देख कर आपको हंसी नहीं आती और देख कर ऐसा लगता है कि गलत समय पर गलत डायलॉग बोले जा रहे हैं जिनकी सटीक टाइमिंग नहीं बैठ रही। फिल्म में अक्षय कुमार की एक्टिंग में ज्यादा एफर्ट नहीं दिखाई देता और उनकी वही किसी पीटी पुरानी एक्टिंग दिखती है जिससे आपको बोरियत महसूस होती है। फिल्म को देखकर आपको लगता है इसमें और ज्यादा एडिटिंग की जा सकती थी और इसे काट छाट कर थोड़ा और छोटा किया जा सकता था।