in the name of saints and sinners hindi review:Lionsgate play पर रिलीज हुई फिल्म ‘इन द लैंड ऑफ़ सेंट्स एंड सिनर्स’ जो की हिंदी में है। इसकी लेंथ की बात करें तो एक घंटा 46 मिनट की है। फिल्म के लीड रोल में नजर आएंगे ‘मार्कस बार्मेटलर’ जिन्हें आप उनकी दमदार फिल्मों की वजह से जानते हैं जिनमें से एक फिल्म ‘एसासिन क्रीड’ है।
कहानी की बात करें तो इसकी कहानी एक ऐसे हिटमैन (मर्फी) की है जो एक छोटे से गांव में रहता है और वह एक ऐसी एजेंसी के लिए काम करता है इस एजेंसी के मालिक का नाम ‘रॉबर्ट’ है जो लोगों की जान की सुपारी लेता है मर्फी भी इन्ही में से एक है पैसे लेकर किसी की भी जान ले सकता है।
कास्ट- केरी कोंडन,डेसमंड ईस्टवुड, लियम निसन।
डायरेक्टर- रॉबर्ट लॉरेंस।
कहानी- फिल्म की कहानी शुरू होती है एक मॉल के अंदर बम धमाके से जिसमें चार आतंकवादी (कोनन, सिमास, मकेन,विंटो) शामिल होते हैं। इन चारों को यह पता होता है कि वह अब पुलिस के हत्थे चढ़ सकते हैं जिसके कारण ये लोग शहर को छोड़कर एक गांव में बस जाते हैं, इत्तेफाक से इसी गांव में मर्फी भी रहता है। रॉबर्ट के कहने पर एक और आदमी को मर्फी मार देता है हालांकि उसके बाद मर्फी रॉबर्ट के पास जाता है
और उसे बोलता है कि वह अब यह काम नहीं करेगा और इस काम को छोड़ना चाहता है। हालांकि रॉबर्ट या नहीं चाहता की मर्फी काम छोड़ दे कुछ समय के बाद रॉबर्ट मर्फी की बात पर सहमत हो जाता है। यही मर्फी की पड़ोसी ‘रीटा’जो की बहुत अच्छी होती है और उसे खाना बना कर देती है
जिसकी एक छोटी बेटी भी होती है जिससे मर्फी को बहुत लगाओ होता है वह उससे रोज मिलता है एक दिन वह देखता है की इस छोटी बच्ची के गाल पर कुछ चोट की निशान थे वह उसे बच्चों से पूछता है या निशान कैसे आए हालांकि बच्ची कुछ बता नहीं पाती है जिससे कि वह चिंतित हो जाता है और उस बच्ची का पीछा करता है।
इसके बाद उसे पता चलता है की कार्टिस जो की उन आतंकवादियों में से एक है वह उसे मारपीट रहा है तभी मर्फी को गुस्सा आ जाता है हालांकि मर्फी यह काम छोड़ चुका था लेकिन गुस्से में आकर कॉर्टिस को मार देता है। यहीं से फिल्म में बवाल शुरू होता है
और कार्टीस की बहन मैकेल अपने भाई के हत्यारे को ढूंढना शुरू कर देती है इन सब के बाद फिल्म में बहुत सारे ट्विस्ट एंड टर्न शुरू हो जाते हैं जिन्हें जानने के लिए आपको यह फिल्म देखनी होगी जो की लायन गेट प्ले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हिंदी में उपलब्ध है।
खामियां- अगर फिल्म की कमियों की बात करें तो फिल्म में मार्क्स का रोल वही घिसा पिटा है जो उन्होंने बाकी बहुत सारी फिल्मों में निभाया है जिसकी वजह से एक्टिंग में कुछ भी नयापन नहीं फील होता। फिल्म की हिंदी डबिंग बहुत ज्यादा अच्छी न होने के कारण इसको देखने का एक्सपीरियंस थोड़ा खराब कर देती है।
क्यों देखें यह फिल्म- अगर आप मार्कस बार्मेटलर के सीरियस रोल के हैं फैन तो या फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए जिसमें मार्कर गैंगस्टर लुक में नजर आते हैं। फिल्म में कॉमेडी भले ही ना हो पर एक्शन थ्रिलर का तड़का लाजवाब है जो आपको स्क्रीन पर रोके रहने में कामयाब होता है। हालांकि फिल्म में कोई भी एडल्ट सीन नहीं है जिस के कारण इसे आप अपनी फैमिली के साथ भी इंजॉय कर सकते हैं।
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