Fisaddi web series review in hindi:अमेज़न एमएक्स प्लेयर के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक नई वेब सीरीज रिलीज़ की गई है जिसका नाम ‘फिसड्डी’ है। जिसका जॉनर कॉमेडी और ड्रामा है। सिरीज़ की लेंथ 7 पार्ट की है जिसका हर एक पार्ट 35 से 50 मिनट के बीच का है।
इसका डायरेक्शन ‘प्रशांत भगिया’ ने किया है जिन्होंने इस वेब सीरीज से ही अपने डायरेक्शनल करियर की शुरुआत की है। सिरीज़ की कहानी दो भाइयों की है जिनमें से एक सफल है और दूसरा असफल।
कहानी-
शो की ‘स्टोरी गोल्डी’ (भुवन अरोड़ा) और ‘विमल’ (पूजन छाबरा) दो भाइयों की जिंदगी पर आधारित है जो कि इलाहाबाद में स्थित संगम यूनिवर्सिटी के छात्र हैं। जिसमें इनकी कॉलेज लाइफ पर मेन फोकस किया गया है। जहां पर एक भाई हर फ़ील्ड में आगे रहता है तो वहीं दूसरा भाई निरंतर पिछड़ता ही चला जाता है।
फिर चाहे बात हो क्लास में सबसे आगे रहने की या फिर अच्छे दोस्तों की सभी में बड़ा भाई पीछे ही रहता है। शो में ‘गोपाल दत्त’ जैसे सीनियर कलाकार भी नज़र आते है।जिन्हे आपने टीवीएफ के प्रोडक्शन तले बनी बहुत सी वेब सीरीज में देखा होगा,जिनकी एक्टिंग की जितनी भी तारीफ की जाए उतनी कम है।
फिल्म में सामाजिक परेशानी को भी उजागर किया गया है जिससे हर वयस्क लड़का अपने जवानी के दिनों में गुजरता है।जिसे देख कर आप इसकी कहानी से खुद को रिलेट कर पाते हैं। कई बार यह वेब सीरीज दर्शकों को अपने पुराने दिन भी याद करने पर मजबूर कर देती है।
टेक्निकल एस्पेक्ट-
शो का बैकग्राउंड म्यूजिक काफी बढ़िया जिसमे किसी भी प्रकार की शिकायत नज़र नहीं आती।बात करें कैमरा वर्क की तो सभी सीन्स काफी ब्राइट और क्रिस्प नज़र आते है जिसमें इसे फुल मार्क दिए जा सकते हैं।
बात करें सिरीज़ की प्रोडक्शन क्वालिटी की तो यह एवरेज है।
खामियां-
इस वेब सीरीज की सबसे बड़ी कमी इसकी लेंथ है, जिसे 7 पार्ट में ना रख कर के 4 पार्ट में किया जा सकता था।
इसकी दूसरी सबसे बड़ी कमी,” स्टोरी का एक्जीक्यूशन है,जो काफी ढीला है। जिसमे कॉमेडी सीन्स में भी ज्यादा हसी नहीं आती।
सिरीज़ की तीसरी कमी इसका प्रोडक्शन है जिसने,”टीवीएफ” जैसे प्रोडक्शन को कॉपी करने की कोशिश की है। और कुछ उसी अंदाज़ में शो को बनाया है,जो इसके लिए एक ड्रा बैक है जिससे यह शो अपनी आईडेंटिटी खो देता है।
फाइनल वर्डिक्ट-
अगर आपको हल्की फुल्की नोक झोक और भाई चारे वाली फिल्मे देखना पसंद है तो यह वेब सीरीज आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन है। हालाकि इससे आपको पंचायत सिरीज़ के जैसा एक्सपीरियंस तो देखने को नहीं मिलेगा।
लेकिन फिर भी आप इसे वन टाइम वाच तो कर ही सकते हैं। क्योंकि एक फिल्म या वेब सीरीज को बनाने में काफी एफर्ट लगता है जिसका हमे सम्मान करना चाहिए।
“हमारी तरफ से इस वेब सीरीज को दिए जाते हैं 5/3 ⭐” ।