फिल्म के मुख्य किरदार में कंगना के साथ-साथ अनुपम खेर और श्रेयस तलपड़े भी नजर आते हैं। श्रेयस तलपड़े, जिन्होंने मूवी में अटल बिहारी वाजपेयी का किरदार निभाया है। अगर बात करें अनुपम खेर की, तो उन्होंने इस बार भी अपनी दमदार अभिनय छवि को कायम रखा है। फिल्म में मिलिंद सोमन भी एक अहम भूमिका में नजर आते हैं, भले उनका रोल ज्यादा बड़ा न हो, पर अपनी गहरी छाप छोड़ जाता है।
कहानी पूरी तरह से इंदिरा गांधी की पॉलिटिकल जर्नी पर आधारित है, जिसमें संजय गांधी, जिनकी प्लेन क्रैश के दौरान मृत्यु हो गई थी, इस दृश्य को भी फिल्म में काफी रियलिस्टिक तरीके से दिखाया गया है। साथ ही ‘नसबंदी’ कानून की घटना को भी उजागर किया गया है।
फिल्म की कमियां
कहानी में इंदिरा गांधी के किरदार को लेकर बहुत सारी ऐसी चीजें दिखाई गईं, जो रियलिटी से थोड़ी हटकर हैं, जिनमें कुछ चीजें शामिल हैं, जैसे-
इंदिरा जी का कमजोर व्यक्तित्व-
फिल्म में जिस तरह से इंदिरा जी के व्यक्तित्व को उजागर किया गया है, वह उतना रियल नहीं लगता, जितना वे असल में थीं।
बड़े फैसले लेने की क्षमता को न दिखाना-
इंदिरा जी के बहुत सारे बड़े फैसले लेने वाले सीन्स को फिल्म में इस तरह से दिखाया गया, जिन्हें देखकर ऐसा प्रतीत होता है, जैसे वे बड़े फैसले लेने की क्षमता नहीं रखती थीं। हालांकि, यह पूरी तरह से गलत है, क्योंकि उन्होंने अपनी असल जिंदगी में भारत देश के हित में बहुत सारे बड़े-बड़े फैसले लिए हैं।
बुलेट पॉइंट
सतीश कौशिक का यादगार रोल-
स्टोरी में जिस तरह से सतीश जी को दिखाया गया है, वह काफी शानदार है। जिनकी मृत्यु 9 मार्च सन 2023 को मात्र 66 साल की उम्र में हो गई और वह हमारी बॉलीवुड इंडस्ट्री को अलविदा कह गए। जिन्हें इस फिल्म में देखकर काफी अच्छा महसूस होता है, क्योंकि यह सतीश जी की जिंदगी का आखिरी रोल है।
अच्छाइयां
फिल्म के मेकर्स ने जिस तरह से खालिस्तानी एंगल को हटाया, वह काफी अच्छा फैसला है। क्योंकि अगर इसे नहीं हटाया जाता, तो इससे देश का माहौल बिगड़ सकता था। साथ ही फिल्म इमरजेंसी किसी भी तरह से किसी भी पॉलिटिकल पार्टी को सपोर्ट करती हुई नजर नहीं आती, जिससे यह फिल्म सभी तबकों के लिए उपयुक्त है।
निष्कर्ष
अगर आप ऐतिहासिक चीजों और घटनाओं में रुचि रखते हैं या फिर कंगना के सच्चे फैन हैं, तो फिल्म इमरजेंसी इस वीकेंड आपके लिए एक बेहतर विकल्प है। जिसमें किसी भी प्रकार की अश्लीलता नहीं दिखाई गई, जिस कारण आप इसे फैमिली के साथ भी देख सकते हैं। हालांकि, फिल्म में किसी भी तरह का मिर्च-मसाला दिखाने की कोशिश नहीं की गई है, क्योंकि इसकी पूरी स्टोरी सच्ची घटनाओं पर आधारित है।
फिल्मीड्रिप की ओर से फिल्म को दिए जाते हैं 5/⭐ ⭐ ✨।
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