ब्लिंक फिल्म की सबसे अच्छी बात ये है कि अब ये फिल्म हिंदी में डब होकर अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ कर दी गयी है। जो हिंदी दर्शकों के लिए सोने पे सुहागा से कम नहीं। ब्लिंक एक टाइम ट्रैवल फिल्म है, जिसे साइंस फिक्शन भी कहा जा सकता है। कहानी शुरू होती है अपूर्वा नाम के लड़के से, जो कि अपने एग्जाम में फेल हो गया है, और इस बात को उसने अपने घरवालों से छिपा कर रखा है।
अब वो भारत के एक मध्यम वर्गीय परिवार के लड़के की तरह छोटी-मोटी जॉब के साथ स्ट्रगल कर रहा है। अपूर्वा को एक दिन एक ऐसा इंसान मिलता है, जो इसकी ज़िंदगी को उलट-पुलट कर के रख देता है। तब शुरू होती है एक टाइम ट्रैवल की दुनिया। अब ये टाइम ट्रैवल किस तरह का है, अपूर्वा भूतकाल में जाता है या भविष्यकाल में, इन सब बातों को जानने के लिए आपको इस फिल्म को देखना होगा।
जो कि अमेज़न प्राइम वीडियो पर हिंदी में देखने को मिल जाएगी। फिल्म का रनिंग टाइम 2 घंटे 11 मिनट है। अगर इस फिल्म का रिव्यु एक लाइन में किया जाए, तो यह एक डीसेंट वॉच फिल्म है, जो आपके इंटरेस्ट को बनाए रखती है।
पॉज़िटिव पॉइंट
8 करोड़ के छोटे से बजट में बनी यह फिल्म 50 दिन सिनेमाघरों में पूरा करने के बाद प्राइम वीडियो पर 1 मिलियन (एक करोड़) का वॉच टाइम बटोर चुकी है। फिल्म का कॉन्सेप्ट अच्छा है। पर इसे ऐसा भी नहीं कहा जा सकता कि ये आउटस्टैंडिंग है। कम बजट में तैयार होकर भी 2 घंटे 11 मिनट तक यह फिल्म आपको होल्ड करके रखती है। जब एक अजनबी इंसान की फिल्म में एंट्री होती है, तब यह फिल्म आपके इंटरेस्ट को एक नंबर ऊपर ले जाती है।
सभी एक्टर्स का काम अच्छा है। फिल्म का दूसरा हिस्सा काफी मज़ेदार है, जो आपको एक अच्छी फीलिंग देने में सफल साबित होता है।
निगेटिव पॉइंट
फिल्म के शुरुआती 15 से 20 मिनट फिल्म उतनी इंटरेस्टिंग नहीं लगती। बस और फिल्मों की तरह ही डायलॉग और बातें आपको देखने को मिलती हैं, पर इसके बाद फिल्म की रफ्तार खरगोश की तरह तेज़ हो जाती है। फिल्म का बजट कम होने के कारण स्पेशल इफेक्ट्स, वीएफएक्स उतने अच्छे नहीं हैं, ये नॉर्मल सी बात है।
फिल्म में एक्शन और गुस्से वाले सीन्स में एक्टर्स की एक्टिंग बेहद खराब है, जिसे देखकर बिल्कुल भी फील नहीं होता कि ये सब रियलिस्टिक तरीके से हो रहा है। प्रोडक्शन वैल्यू कम होने की वजह से ये आपको टीवी सीरियल जैसा भी लग सकता है। फर्स्ट हाफ थोड़ा कमज़ोर है, जिसे देखकर उतना मज़ा नहीं आता।
निष्कर्ष
एक टाइम ट्रैवल के हिसाब से कम बजट में तैयार की गई इस फिल्म को आप अपने टाइम को दे सकते हैं। फिल्म कुछ अच्छे कॉन्सेप्ट्स के साथ मीनिंगफुल कंटेंट दिखाती है। मास मसाला फिल्मों से ये फिल्म कहीं बेहतर है। फिल्म का बीजीएम ठीक-ठाक है, जिसे थोड़ा और इंटरेस्टिंग बनाया जा सकता था। इसे आप अपनी फैमिली के साथ बैठकर देख सकते हैं। हमारी तरफ से इस फिल्म को दिए जाते हैं पांच में से तीन स्टार।
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