फिल्म की स्टोरी ‘क्लेयर’ नाम की एक सिंगल मदर और उसकी बेटी ‘रॉबिन’ की जिंदगी पर बुनी गई है। रॉबिन जो कि एक हाई स्कूल की स्टूडेंट है, उसका एक दिन अचानक से काफी खतरनाक कार एक्सीडेंट हो जाता है। रॉबिन की मां क्लेयर फटाफट हॉस्पिटल पहुंचती है जहां उसे डॉक्टर से पता चलता है कि उसकी बेटी ‘कोमा’ में जा चुकी है और अब इसका ठीक होना किसी मिरेकल की तरह ही माना जाएगा। यह सब सुनकर क्लेयर काफी दुखी हो जाती है, और अपनी बेटी का हाथ थामकर ईश्वर से प्रार्थना करने लगती है।
तभी रॉबिन अचानक से जिंदा हो जाती है जिसे देखकर सभी हक्का-बक्का रह जाते हैं। क्योंकि डॉक्टर का मानना था कि यह बच्ची दोबारा कभी रिवाइव नहीं कर सकती। इतना सब होने के बाद यह दोनों खुद को संभालते हुए अपनी जिंदगी नॉर्मल तरह से जीने लगती हैं।
इसके कुछ दिनों के बाद क्लेयर अपनी बेटी में कुछ अजीब बदलाव महसूस करती है जिससे उसे शक हो जाता है कि कुछ ना कुछ गड़बड़ है। तभी क्लेयर अपने फैमिली फ्रेंड डॉ. रामोना को पूरी बात बताती है जिसे सुनकर डॉक्टर कंफर्म करते हैं कि रॉबिन पर एक शैतानी साया है जो किसी छोटी बच्ची का है और ‘हेयर आफ्टर पोजीशन’ में एक्जिस्ट करता है। क्लेयर इन सब के बारे में अपने एक्स हसबैंड ‘ल्यूक’ से भी बात करती है जिसे वह इग्नोर कर देता है।
इसके बाद क्लेयर खुद ही इन सब चीजों को ठीक करने का जिम्मा उठाती है और ढेर सारे ठंडे पानी को टब में भरकर उसमें बैठ जाती है जिससे कि वह भी हेयर आफ्टर पोजीशन में जा सके। जहां पर जाने के बाद उसे दो छोटी बच्चियों को पानी में डूबते हुए दिखाई देती हैं जिनमें से एक रॉबिन थी और दूसरी बच्ची कौन थी यह जानने के लिए आपको देखनी पड़ेगी फिल्म जो कि फिलहाल आपके नजदीकी सिनेमाघरों में उपलब्ध है।
टेक्निकल एस्पेक्ट
इस फिल्म का प्रोडक्शन नॉर्मल क्वालिटी का है जो कि इसे देखने पर समझ आ जाता है। मूवी में हॉरर एलिमेंट्स को लाइट रखने की कोशिश की गई है। फिल्म के सभी कलाकारों ने अच्छी एक्टिंग की है।
खामियां
फिल्म की कहानी बिल्कुल बेजान है, जिसमें ना तो हॉरर एलिमेंट्स को डार्क थीम के साथ सजाया गया है और ना ही कैरेक्टर डेवलपमेंट करने की कोशिश की गई है। जिसके कारण फिल्म में ना कोई पेस है ना ही इमोशंस हैं। यह मूवी सभी एलिमेंट्स में बुरी तरह से फेल हुई है।
फाइनल वर्डिक्ट
अगर आपको ‘एनाबेल’ और ‘द कंजरिंग’ जैसी फिल्मों से ज्यादा डर महसूस होता है और आप हल्की-फुल्की डरावनी फिल्म देखना चाहते हैं तो आप इस फिल्म को थियेटर्स में देख सकते हैं क्योंकि फिल्म में कोई भी न्यूडिटी या वल्गर सीन नहीं है।
लेकिन इसके उलट अगर आपको ‘ईविल डेड’ जैसी डार्क हॉरर फिल्में देखना पसंद है जिसमें दिखाया गया खून-खराबा आपको उत्तेजित करता है तो यह फिल्म देखना आपके लिए घाटे का सौदा होगा।
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