Zid ka khel:फर्श से अर्श तक जाने का सफर दिखाती शरद केलकर की नई वेब सीरीज।

Zid ka khel review in hindi

Zid ka khel review in hindi:10 मार्च 2025 के दिन “अमेजॉन एमएक्स” प्लेयर पर “जिद का खेल” वेब सीरीज रिलीज हो चुकी है। जिसके मुख्य किरदारों मे “शरद केलकर” और “मयूर मोरे” जैसे कलाकार नजर आते हैं। यह दोनों ही इससे पहले कई वेब सीरीज में अपनी बढ़िया छाप छोड़ चुके हैं।

जिद का खेल में हमें कुल 8 एपिसोड देखने को मिलते हैं,जिनमें से हर एक की लंबाई 35 से 50 मिनट के बीच है। साथ ही इसके जॉनर की बात करें तो यह सीरीज ड्रामा और बायोपिक की कैटेगरी में आती है। तो चलिए जानते है इसकी कहानी और करते है सीरीज का रिव्यू।

क्या है “जिद का खेल” की कहानी:

साल 2019 में आई फिल्म “गली ब्वॉय” में जिस तरह एक आम इंसान के म्यूजिक रैपर बनने तक के सफर को दिखाया गया था। ठीक उसी तरह जिद का खेल में भी एक आम लड़के की जिद और सपनों को पूरा करने की कहानी को बयां किया गया है।

यह वेब सीरीज सपनों की नगरी मुंबई के “भारत नगर स्लम” में रहने वाले “पवन नागरे” (मयूर मोरे) के इर्द गिर्द घूमती है। जो “बॉम्बे रॉयल गोल्फ कोर्स” में सहायक के तौर पर काम करता है। पवन को बचपन से ही गोल्फ खेलने का शौक था,लेकिन हर मिडिल क्लास लड़के की तरह उस पर भी जिम्मेदारियों का बोझ था।

जिसके चलते उसने अपने इस शौक को दबाकर रखा। पवन की मां घर खर्च चलाने के लिए झाड़ू पोछा करती हैं लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि हालात और बिगड़ते चले जाते हैं।एक दिन पवन की मां को फोन आता है कि अब उन्हें तीन में से दो घरों में काम करने की जरूरत नहीं है।

इससे घर की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। दूसरी ओर पवन की बहन की स्कूल फीस और घर का खर्च बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच कहानी में “राना” (शरद केलकर) की एंट्री होती है जो एक गोल्फ कोच है। राना की मुलाकात पवन से उसी गोल्फ क्लब में होती है और धीरे धीरे उन्हें पता चलता है कि पवन में गोल्फ की गजब की प्रतिभा है। लेकिन पैसों की तंगी और जिम्मेदारियों के कारण पवन चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पा रहा है।

कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब 4 लाख 30 हजार रुपये की इनामी राशि वाली गोल्फ प्रतियोगिता का ऐलान होता है। और पवन मन ही मन इसमें हिस्सा लेना चाहता है। आगे की कहानी इसी सवाल पर टिकी है कि क्या पवन इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले पाएगा? क्या वह इनाम जीतकर अपने परिवार की मुश्किलें कम कर सकेगा? और क्या कोच राना यह सब करने में उसकी मदद करेगा? यह सब जानने के लिए आपको यह सीरीज देखनी होगी।

कहां रह गई कमी:

“जिद का खेल” का प्रमोशन इतना कमजोर रहा कि यह सीरीज अभी तक ज्यादा लोगों तक नहीं पहुंच पाई है। इसे अमेजॉन एमएक्स प्लेयर की बड़ी नाकामी कहा जा सकता है। क्योंकि न तो इसका ठीक से प्रमोशन किया गया और न ही इसे ऐप के होम पेज पर ठीक से हाइलाइट किया गया।

इसके अलावा इसके 8 एपिसोड की लंबाई भी थोड़ी लंबी लगती है। हर एपिसोड 35 से 50 मिनट का है। जो कई बार जरूरत से ज्यादा लंबा लगता है। अगर इसे 30 मिनट के आसपास रखा जाता तो देखने का अनुभव और बेहतर हो सकता था।

पॉजिटिव पहलू:

इस सीरीज में आम इंसान के संघर्ष को जिस खूबसूरती से दिखाया गया है वह दर्शकों को जोश से भर देता है। कहानी के जरिए एक छुपा हुआ संदेश भी मिलता है कि हालात चाहे जैसे हों मेहनत और जिद से सपने पूरे किए जा सकते हैं। शरद केलकर ने कोच राना के किरदार में जान फूंक दी है।

उनका एक सीन “जिसमें वह अपनी पत्नी से बेटी की पियानो क्लास की फीस के लिए पैसे मांगते हैं और पत्नी के मना करने पर उनके चेहरे के फेस एक्सप्रेशन” उनकी शानदार एक्टिंग को बयां करते हैं।मयूर मोरे भी पवन के रोल में बढ़िया लगते हैं और अपने किरदार के साथ पूरा इंसाफ करते हैं।

निष्कर्ष:

अगर आप इस वीकेंड बायोपिक और ड्रामा से भरी एक ऐसी वेब सीरीज देखना चाहते हैं जो आपको आगे बढ़ने की प्रेरणा दे तब “जिद का खेल” को रिकमेंड कर सकते हैं। भले ही यह बॉलीवुड फिल्म गली ब्वॉय जितनी गहरी कहानी पेश न करे। लेकिन इसके किरदार और उनकी जद्दोजहद आपको अंत तक बांधे रखती है।

सीरीज की कहानी आपको एक साफ सुथरा अनुभव देती है जो आपको अपनी जिंदगी में और भी बेहतर और स्ट्रांग इंसान बनने की प्रेरणा देगा। हालांकि वेब सीरीज के मेकर्स द्वारा इसका ज्यादा प्रमोशन न किए जाने के कारण एमएक्स प्लेयर की अप और वेबसाइट पर इस वेब सीरीज को ढूंढना काफी मुश्किल है पर इसे आप सर्च के माध्यम से ढूंढ सकते हैं।

फिल्मीड्रिप रेटिंग: ३/५

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  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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