September 5 Review: इज़राइल के 11 खिलाडी बंदी कैसे बचेगी इनकी जान

September 5 review hindi

Tim Fehlbaum के निर्देशन में बनी सेप्टेम्बर 5 को 13 दिसम्बर 2024 को सिनेमा घरों में रिलीज किया गया था यह एक ऐतिहासिक ड्रामा थ्रिलर है। अब फाइनली इसे वीडियो ऑन डिमांड पर रिलीज कर दिया गया है। यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है। आइये जानते हैं कैसी है यह फिल्म क्या ये फिल्म क्या आपको इस फिल्म को अपना कीमती टाइम देना चाहिये या नहीं।

कहानी

शायद आप लोग न जानते हों पर इजराइल और फिलिस्तीन में हमेशा से एक इजराइल के एक विशेष हिस्से को लेकर लड़ाई चलती रहती है. ऐसा ही एक बार 1972 के म्यूनिख समर ओलंपिक के दौरान हुआ था। इस ओलंपिक में कुछ आतंकवादी मिलकर इजराइल के 11 खिलाड़ियों को बंदी बना लेते हैं।

फिर एक अमेरिकन स्पोर्ट चैनल इन सब चीजों को लाइव रिकॉर्डिंग करता है।आतंकवादी ये चाहते हैं कि उनके कुछ लोग जो इजराइल में कैद हैं उन्हें छोड़ दिया जाए।इन आतंकवादियों को जर्मन पुलिस की ओर से पकड़ने की कोशिश की गई थी पर दुर्भाग्यवश वो यहाँ फेल रहे।

अब किस तरह से इन 11 खिलाड़ियों को आतंक के इस साये से छुटकारा मिलता है,मिलता भी है या इन्हें मार दिया जाता है यही सब आपको यहाँ इस कहानी में देखने को मिलेगा। जिसके लिए यह फिल्म देखनी होगी।

क्या है खास

यह पूरी फिल्म असल जिंदगी पर आधारित है तो यहाँ आपको जो भी देखने को मिलने वाला है वह सब कुछ असल में घटित हो चुका है। इस पूरे अटैक को स्पोर्ट न्यूज चैनल और वहां काम कर रहे लोगों के द्वारा दिखाया गया है,कि किस तरह से एक स्पोर्ट चैनल ने इस पूरे इवेंट की कवरेज की थी। इस स्पोर्ट चैनल का नाम था ABC Sports American Broadcasting Company यह न्यूज कवर करना इतना आसान नहीं था।

इसमें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।यहां हर एक चीज बड़ी बारीकी के साथ पेश की गई है जिसे देख ऐसा लगता है कि मेकर्स ने फिल्म के लिए काफी रिसर्च की होगी।

अगर आप एक्शन या मसाला फिल्मों को देखने के शौकीन हैं तो यह उस तरह की कहानी नहीं है।यही एक वजह बनेगी कि शायद सेप्टेम्बर 5 मास ऑडियंस को बोर भी करे। यहां पर ज्यादा तर लोगों को आपस में बात करते ही दिखाया गया है। यहां हमें पत्रकारिता का महत्व जानने को मिलेगा कि असल में यह कैसे काम करती है। पीटर सارسगार्ड,जॉन मैगारो,बेन चैपलिन,लियोनी बेनेस्क की अदाकारी काफी शानदार है।

सेप्टेम्बर 5 को दर्शकों और समीक्षकों का बहुत प्यार मिला साथ ही इसे कई अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किया गया।

सभी कैरेक्टर दर्शकों को खुद में आसानी से इंगेज करते हैं।टेक्निकल एक्स्पेक्ट से अगर देखा जाए तो यह काफी मजबूत नजर आती है।

निष्कर्ष

यह एक अच्छी फिल्म है अगर आपको भी मेरी तरह सच्ची घटना पर आधारित फिल्में देखने का शौक है तब आप इसे देख सकते हैं। सबसे बड़ी बात यहाँ ये देखने को मिलेगी कि उस समय के पत्रकारों को किस तरह से सरकार के दबाव में काम करना पड़ता था।

मेरी तरफ से इसे दिए जाते हैं 5/3 स्टार

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  • Amir Khan

    हाय! मैं आमिर खान, FilmyDrip के लिए लेखक और सिनेमा का दीवाना हूँ। बॉलीवुड की चमक, फिल्मों की कहानियाँ और सितारों का जलवा मुझे बहुत पसंद है। मैं अपने लेखों में लेटेस्ट फिल्म रिव्यू, मनोरंजन की खबरें और मजेदार विश्लेषण लाता हूँ। चाहे ब्लॉकबस्टर मूवी हो या नए सितारों की कहानी, मैं हर लेख को रोचक और सच्चा बनाने की कोशिश करता हूँ। FilmyDrip के साथ, मेरा मकसद है सिनेमा प्रेमियों को मनोरंजन की दुनिया से जोड़े रखना। मेरे लेख पढ़ें और बॉलीवुड के मज़ेदार सफर का हिस्सा बनें!

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