Bobby Aur Rishi Ki Love Story:अमरेश पुरी के पोते की दिल दुखाने वाली फिल्म,ट्रेलर बिरयानी फिल्म खिचड़ी

Bobby Aur Rishi Ki Love Story

Bobby Aur Rishi Ki Love Story movie review in hindi:जिस तरह से सभी ओटीटी प्लेटफार्म एक के बाद एक लव स्टोरी पर बनी फिल्में और वेब सीरीज लेकर आते जा रहे हैं। ठीक उसी प्रकार डिज्नी प्लस हॉटस्टार अपनी पिछली सुपरहिट वेब सीरीज ठुकरा के मेरा प्यार रिलीज करने के बाद,अब अपने सब्सक्राइबर्स के लिए लेकर आया है एक नई फिल्म “बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी“।

जिसे देखने के लिए आपको इसे मात्र एक घंटा 37 मिनट देने होंगे,इसका जॉनर लव और ड्रामा की कैटेगरी के अंतर्गत आता है। फिल्म के मुख्य किरदारों में ‘कावेरी कपूर’ और ‘वरधन पुरी’ जैसे कलाकार देखने को मिलते हैं। कावेरी जिन्होंने इस फिल्म से अपना ओटीटी पर डेब्यू किया है,तो वहीं वरधान पुरी जोकी बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार ‘अमरीश पुरी’ के पोते हैं।

जो इससे पहले साल 2019 में आई फिल्म यह साली आशिकी का मुख्य किरदार निभा चुके हैं साथ ही इन्होंने यशराज प्रोडक्शन के साथ इश्कजादे, दावत-ई-इश्क और शुद्ध देसी रोमांस में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया है। आईए जानते हैं कैसी है या फिल्म और करते हैं इसका डिटेल मूवी रिव्यू।

Bobby Aur Rishi Ki Love Story

pic credit imdb

फिल्म की स्टोरी

फिल्म की कहानी शुरू होती है काउंसलर के रूम से जहां पर हमें दो शख्स बैठे हुए दिखाई देते हैं जिनमें पहला शख्स वरधान पुरी (ऋषि) है और दूसरी कौशल्या प्रजापति (कावेरी कपूर/बॉबी) इन दोनों को ही मैरिज काउंसलर द्वारा समझाया जा रहा है। और क्यों समझाया जा रहा है?

यह जानने के लिए फिल्म की कहानी ले जाती है हमें कुछ साल पहले फ्रांस में। जहां पर ऋषि अपनी एम बी ए की पढ़ाई कर रहा है। ऋषि की मुलाकात कौशल्या प्रजापति नाम की लड़की से होती है, जोकि ‘कल्चर एनालॉजी इन फ्रांस’ की पढ़ाई कर रही है।

Bobby Aur Rishi Ki Love \

pic credit imdb

दोनों में बातें होती हैं मुलाकाते होती हैं और यह रिश्ता प्यार में बदलते बदलते रह जाता है। पर अचानक कुछ समय बाद ऋषि और कौशल्या फिर से एक फेयरवेल के दौरान टकरा जाते हैं। साथ ही ऋषि फटाफट कौशल्या को परपोज भी कर देता है लेकिन अब कौशल्या उससे शादी नहीं करना चाहती।

अब आखिर क्यों कौशल्या यह शादी नहीं करना चाहती और क्या अंत तक इन दोनों की शादी हो पाती है या नहीं इसे जानने के लिए आपको देखनी होगी ये फिल्म।

मूवी के टेक्निकल एस्पेक्ट

फिल्म की अधिकतर शूटिंग फॉरेन कंट्री में ही की गई है, जिनमें फ्रांस जैसा रसूखदार देश शामिल है। और जिस तरह से इसे को फ्रांस में शूट किया गया है, इसके सभी सीन स्क्रीन पर काफी साफ सुथरे और ब्राइट नजर आते हैं। मूवी का बैकग्राउंड म्यूजिक काफी अच्छा है,जिसमें से एक गाने को बॉलीवुड के दिग्गज संगीतकार ‘शान’ ने अपनी आवाज दी है।

फिल्म के नेगेटिव पॉइंट

बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी की सबसे खराब बात कावेरी कपूर की आवाज है जो हुबहु छोटे बच्चों जैसी सुनाई देती है। फिल्म के हर एक सीन में जब कावेरी डायलॉग बोलती हैं,हर बार आपको इरीटेशन फील होती है। मूवी में इस क़दर ठुस ठुस के गाने डाले गए हैं,

जैसे मानो गोल गप्पे में तीखी चटनी। इसकी अगली बड़ी कमी यह है,कि फिल्म शुरू होने के बाद शुरुआती ६० मिनट तक स्क्रीन पर सिर्फ दो ही कलाकार नज़र आते हैं। मूवी का डायरेक्शन ‘कुनाल कोहली’ ने किया है जो की काफी खराब है, फिल्म को देखकर ऐसा लगता है कि इन्होंने या तो इसकी स्टोरी राइटिंग नहीं की है या फिर डायरेक्शन। क्योंकि कुनाल का पूरा ध्यान टीवी शोज में जज बनने पर ही टिका हुआ है।

पॉजिटिव पॉइंट

फिल्म में वरधन पुरी की एक्टिंग के अलावा कुछ भी अच्छा दिखाई नहीं देता, हालांकि भले ही वह रणबीर कपूर जैसी एक्टिंग करने की कोशिश करते हुए दिखाई देते हों,लेकिन फिर भी स्क्रीन पर डिसेंट नज़र आते हैं। हालांकि आने वाले समय में वरधन पुरी कंट्रोवर्शियल फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘नौटंकी’ में भी दिखाई देंगे।

फाइनल वर्डिक्ट

जिस तरह से आज मंगलवार के दिन फिल्म बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी को रिलीज किया गया। शायद इसके मेकर्स यह बात अच्छे से जानते थे,की इसे वीकेंड पर लाने के बाद भी कोई नहीं दिखेगा। अगर आप अपनी छुट्टी को एंजॉय कर रहे हैं,तो इस फिल्म से पूरी तरह से दूर रहें। क्योंकि ना ही इसमें इमोशंस हैं और ना ही फील, और अगर बात करें डेप्थ की, तो आप अपना सर पकड़ लेंगे।

क्योंकि जिस तरह से इस एक घंटा 37 मिनट की फिल्म में 9 से 10 गाने डाले गए हैं। वह इसे और भी ज्यादा इरिटेटिंग बनाते हैं। जिसमें किरदारों के नाम पर सिर्फ दो ही लोगों को पूरी फिल्म में दिखाया गया है। अब डायरेक्टर साहब पैसे बचा रहे थे या फिर इसे देखने वाले दर्शकों का समय। यह तो कुनाल कोहली ही बता सकते हैं। समय से मेरा मतलब था” जब कोई इस फिल्म को देखेगा ही नहीं तो उसका वक्त क्या खराब होगा”।

फिल्मीड्रिप रेटिंग: 5/1 ⭐

Author

  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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