Butcher’s Crossing: घोस्ट राइडर निकोलस केज का नया अवतार।

Butchers Crossing movie review in hindi

Butchers Crossing movie review in hindi:हॉलीवुड के घोस्ट राइडर ‘निकोलस केज’ की फिल्म ‘बूचर्स क्रॉसिंग’ को हिंदी में रिलीज कर दिया गया है।

हालांकि इसे 20 अक्टूबर 2023 में ही इंग्लिश लैंग्वेज के साथ रिलीज किया गया था,पर अब फाइनली इसे हिंदी डबिंग के साथ विओडी पर उपलब्ध करा दिया गया है, जिसके मुख्य किरदार में निकोलस केज नज़र आते है,मूवी की लेंथ 1 घंटे 47 मिनट की है, जिसका जॉनर वेस्टर्न एडवेंचर कैटेगरी के अंतर्गत आता है।

फिल्म बूचर्स क्रॉसिंग‘ का निर्देशन गेबे पोल्स्की ने किया है, जोकि इससे पहले रेड पेंगुइन और रेड आर्मी जैसी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं।

रिव्यू-

फिल्म की कहानी ‘कोलोराडो’ के जंगलों से शुरू होती है जोकी काऊ बॉयज़ के कल्चर को हमारे सामने रखती है, जिसमें बफेलो का शिकार और जंगली जीवों को दिखाया गया है। जिसके मुख्य किरदार में मिलर (निकोलस केज) नज़र आते हैं, जो एक पेशेवर शिकारी ग्रुप के अंतर्गत आता है

और बफैलो का शिकार कर के अपना जीवन यापन करता है। पर कहानी में ट्विस्ट तब देखने को मिलता है, जब इसमें विलियम एंड्रयूज (फ्रेड हैंचिंगर) की एंट्री होती है, जिसे जंगल में शिकारीयों के साथ जाकर वहां के वातावरण को एक्सप्लोर करना है,इस काम के लिए वह पैसे देने को भी तैयार था।

हालांकि शुरुआती मीटिंग में बात नहीं बनती पर कुछ ज्यादा पैसे देकर विलियम सारा मामला सेट कर लेता है और जंगल में कुछ खास भैंसों के शिकार पर निकल पड़ता है जिसका साथ मिलर देता है। अब आगे यह सभी शिकारी किस तरह से उन खास तरह के जानवरों का शिकार करते हैं और कैसे धीरे-धीरे विलियम उन्ही शिकारियों की तरह ही बन जाता है आगे की कहानी में यही दिखाया गया है जिसे जानने के लिए आपको देखनी होगी फिल्म।

अच्छाइयां-

मूवी पूरी तरह से शिकारीयों की लाइफ पर रची गई है जिसमें पूरा का पूरा गांव ही शिकारी है। जिसकी लोकेशंस काफी बढ़िया हैं और देखने में प्रभावपूर्ण नजर आती हैं। जंगल के दृश्यों को ज्यादा से ज्यादा रियलिस्टिक रखने की कोशिश की गई है जिसमें किसी भी तरह के सी जी आई इफेक्ट बहुत ही कम मात्रा में इस्तेमाल किए गए हैं।

खामियां-

फिल्म की सबसे बड़ी कमी इसकी स्टोरी लाइन है जो की देखने में काफी अतरंगी सी लगती है, क्योंकि कैसे कोई आम इंसान एक ऐसे जंगली शिकारियों के साथ मौत का खेल खेलने किसी खूंखार जंगल में उतर सकता है,यह काफी अनरियलिस्टिक महसूस होता है।

कलाकारों की एक्टिंग-

फिल्म के सभी किरदारों ने बढ़िया एक्टिंग की है, फिर चाहे वे फ्रेंड हैंचिंगर हो या फिर निकोलस केज।
शिकार के दौरान जितने भी दृश्य दिखाए गए है सभी ने अच्छे एक्सप्रेशन दिए है।

फाइनल वर्डिक्ट-

अगर आप जंगल और शिकार वाले सब्जेक्ट पर बनी फिल्में देखना पसंद करते हैं, साथ ही निकोलस केज के डाई हार्ड फैन भी हैं,तब आप इस फिल्म को रेकमेंड कर सकते हैं।

फिल्मीड्रिप की ओर से इसे दिए जाते हैं 5/2 ⭐ ⭐.

Author

  • movie reviewer

    हेलो दोस्तों मेरा नाम अरसलान खान है मैने अपनी ब्लॉगिंग की शुरवात न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला लखनऊ से की थी अभी के टाइम पर मै कई मीडिया संस्थानों के साथ जुड़ा हुआ हूँ और अपनी सेवाएं उन्हें प्रदान कर रहा हूँ उनमे से एक फिल्मीड्रीप है मै हिंदी इंग्लिश तमिल तेलगु मलयालम फिल्मो का रिव्यु लिखता हूँ । आशा करता हूँ के मेरे द्वारा दिए गए रिव्यु से आप सभी लोग संतुष्ट होते होंगे धन्यवाद।

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