Gurpeet Ghuggi Furlow review:गुरप्रीत घुग्गी की नई फिल्म फर्लो जो कि आज सिनेमाघर में रिलीज कर दी गई है। यह एक पंजाबी कॉमेडी फिल्म है। कहानी एक फ़र्ज़ी फ़ूड एक्सपेक्टर के इर्द-गिर्द घूमती नजर आती है। जिसे रिश्वत लेना और भ्रष्टाचार से सख्त नफरत है।
इसके मुख्य कलाकार में हमें गुरप्रीत घुग्गी,मनवीर राय,गुरिंदर माखन लव गिल देखने को मिलते हैं।आईए जानते हैं फिल्म के बारे में कैसी है यह फिल्म क्या यह आपके टाइम को डिजर्व करती भी है या नहीं।
कहानी
कहानी की शुरुआत में दो दोस्तों को बात करते दिखाया जाता है जिसमें से एक दोस्त फूड इंस्पेक्टर होता है और इसे कहीं जाना है तो वह अपने दूसरे दोस्त से कह रहा है कि तुम मेरी जगह पर फूड इंस्पेक्टर बनकर चले जाओ और फूड एकसपेक्शन करके आओ।
यह ‘गुरप्रीत घुग्गी’ को फूड इंस्पेक्टर बना कर चला जाता है।जबकि असल में गुरप्रीत घुग्गी का प्रोफेशन एक दर्जी का है। अब नकली फूड इंस्पेक्टर बनकर गुरप्रीत घुग्गी अंदर से बहुत खुश होते हैं। समाज में उनकी इज्जत बढ़ जाती है और लोग इन्हे सलाम ठोकते है।ये सम्मान पा कर एक आम आदमी की तरह ही गुरप्रीत घुग्गी को भी बहुत अच्छा लगता है।
पर कहानी उस टाइम पर एक नया मोड़ ले लेती है जब गुरप्रीत एक बड़ी प्रॉब्लम में फंस जाते हैं। अब वो कौन सी प्रॉब्लम है जिसमें यह नकली फूड एक्सपेक्टर गुरप्रीत घुग्गी फस जाते हैं और हमें किस तरह से कहानी में कॉमेडी का एक नया डोज देखने को मिलता है। यह सब जानने के लिए आपको इस फिल्म को सिनेमाघर में जाकर देखना होगा।
फर्लो कास्ट
फ़र्लो में गुरप्रीत घुग्गी हमें मेंन लीड में दिखाई देते है। इनके साथ ही हरजीत बलिया ,गुरविंदर मकना ने भी बहुत अच्छी एक्टिंग की है। जोकि कहानी को वेल इस्टैबलिश्ड कर कर रखती है। कहीं-कहीं पर ऐसा लगता है की फिल्म थोड़ी ड्रॉप हो रही है पर यह अपनी कहानी और कॉमेडी से इसे बैलेंस में कर लेती है। हनी माटू ने एक बार फिर से इस फिल्म के माध्यम से यह साबित कर दिया कि वह भी कॉमेडी के बादशाह है।
पॉजिटिव ओर नेगेटिव पॉइंट
फिल्म में अच्छाइयों के साथ-साथ बहुत सारी बुराइयां भी हैं कहानी की पकड़ को फिल्म का म्यूजिक बना कर रखता है। अगर इसको कॉमेडी के परपस से देखा जाए तो यह एक आर्ट की तरह बनाई गई है आर्ट इसलिए क्योंकि इसमें कुछ नई कॉमेडी को डाला गया है जिस तरह की कॉमेडी इससे पहले पंजाबी फिल्मो में कम देखने को मिली है।फर्लो से पंजाबी कॉमेडी में कुछ नया करने की कोशिश की गई है।
इसकी डायलॉग डिलीवरी शानदार है सभी डायलॉग वैसे ही देखने को मिलते हैं जैसे कि मित्रा द चलिए ट्रक नी में देखने को मिले थे इसकी कहानी आपको कहीं से भी डिसएप्वाइंट नहीं करेगी।अगर नेगेटिव चीज की बात की जाए तो कहानी में बहुत ज्यादा गैप देखने को मिलते हैं जब भी आप किसी कैरेक्टर से कनेक्ट होने लगते हैं तब वहां पर एक गैप आ जाता है। गैप का मतलब उस सीन से हटाकर दूसरा सीन शुरू कर दिया जाता है।
निष्कर्ष
यह फिल्म आपका टाइम खराब करने वाली नहीं है अगर आपको कॉमेडी पंजाबी फिल्में देखना पसंद है तब आप इसे एक बार देख सकते हैं बहुत टाइम के बात पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में इस तरह की कॉमेडी फिल्म रिलीज की गई है जिसे फिल्मीड्रिप की तरफ से दिए जाते हैं पांच में से ढाई स्टार।
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