Which depression did Aamir Khan’s daughter Ira suffer from:आमिर खान जैसे बड़े कलाकार जिनके पास धन दौलत और सभी तरह के ऐश आराम है इनको देख कर ऐसा लगता है के इनके घर पर किसी एक सदस्य को डिप्रेशन से जूझना पड़ सकता है तो फिर ऐसी कौन सी वजह रही होगी के आमिर खान की बेटी को डिप्रेशन का शिकार होना पड़ा और इस डिप्रेशन की वजह से इरा को मेन्टल तौर पर कितनी परेशानिया उठानी पड़ी होगी हम इस बात का अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते है।
आमिर खान की बेटी ने सोशल मीडिया से किया था अपने डिप्रेशन का खुलासा
आमिर खान की बेटी ने अपने डिप्रेशन के बारे में सोशल मिडिया पर एक लम्बा चौड़ा पोस्ट डाला था इन्होने बताया था के किस तरह से इनको एंजाइटी होने लगी थी। इरा को शुरुवाती लक्षण में धड़कन का बढ़ना साँस का फूलना और घरबराहट महसूस होने लगी थी वो कभी-कभी रोने भी लगती थी। इरा सोना चाहती थी पर सो नहीं पाती थी। इरा ने लगभग पांच सालो तक इस डिप्रेशन को सहा है। वो उदास रहने लगी थी और खुद को अकेला समझने लगी थी उनको ज़िंदगी से बिलकुल भी प्यार नही रहा था वो कुछ भी करती थी पर उनको अच्छा नहीं लगता था हमेशा से मन में सैडनेस रहती है।
इरा कैसे हुआ डिप्रेशन
इरा ने बताया के जब वो 14 साल की थी तब उनको सेक्सशुवल अब्यूस किया गया था इन्होने ये भी बताया के वो लोग उनके करीबी थे जिन्होंने इनका शोषण किया था इरा को लगता है के ये भी एक वजह है उनके डिप्रेशन की वो मानसिक तौर पर कमज़ोर हो गयी थी।
इरा को आते थे पैनिक अटैक
पैनिक अटैक होता क्या है इसमें रोगी के दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है साँस लेने में परेशानी आती है घबराहट महसूस होती है बीपी बढ़ता है पेशंट को ऐसा लगने लगता है के या तो उसको हार्ट अटैक पड़ने वाला है या तो वो मरने वाला है। पैनिक अटैक की अगर टाइमिंग की बात की जाए तो ये दस से तीस मिनट तक रहता है इसके बाद धीरे धीरे खतम होने लगता है फिर तुरत ये नहीं होता है दिमाग कुछ समय के लिए शांत हो जाता है।
पैनिक अटैक में मरीज को ऐसा लगता है के वो किसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गया है और अब वो ठीक नहीं हो पायेगा उसकी ज़िंदगी बेकार है उसे कोई भी किसी भी प्रकार की चीज़ो में इंटरस्ट नहीं रहता है।
पैनिक अटैक आने के बाद लोग इतना डरने लग जाते है के उनका दिमाग से उनका कंट्रोल हट जाता है। अगर आप को पैनिक अटैक नहीं आया है तब आप कभी भी ये महसूस नहीं कर सकते है के पैनिक अटैक में कितनी परेशानी झेलना पड़ती है मरीज़ को। पैनिक अटैक जब बार-बार आने लगते है तब इसे पैनिक डिसॉडर की श्रेणी में गिना जाता है।
क्यों होती है एंजाइटी
जब आपका मन किसी एक सिचुवेशन को पकड़ लेता है और बार-बार उसी के बारे में सोचता रहता है तब ये प्रॉब्लम बढ़ने लग जाती है। आप को पता होता है के ये बात को सोचने से आपको डिप्रेशन हो रहा है पर फिर भी आप उस बात को सोचते रहते है क्यों के आपका दिमाग उस बात को छोड़ने के लिए क्रियाशील नहीं रहता आपका कंट्रोल अपने दिमाग पर नहीं रहता है आपका दिमाग के कंट्रोल आपके शरीर पर होता है।
जब भी इस तरह की प्रॉब्लम आपके साथ हो तब आपको तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाए।