Sir movie review 2024 in hindi:तमिल इंडस्ट्री की फिल्म ‘सर‘ जिसे सिनेमाघरों में पिछले महीने 18 अक्टूबर के दिन रिलीज़ किया गया था। अब फाइनली इस फिल्म को ओटीटी पर हिंदी में रिलीज़ कर दिया गया है जिसके ओटीटी राइट्स ना तो अमेजॉन ने और ना ही नेटफ्लिक्स ने बल्कि उभरते ओटीटी प्लेटफॉर्म आहा ने खरीदे हैं।
video credit : SSS Pictures
साथ ही इस फिल्म को आप एयरटेल एक्सट्रीम टीवी पर भी रेंटल बेस पर देख सकते हैं। फिल्म का डायरेक्शन बोस वेंकटे ने किया है। जिन्होंने इससे पहले इसी साल आई फिल्म कंगुआ में मियासन का किरदार निभाया है।
फिल्म के अभिनेता विमल की बात करें तो इन्होंने इससे पहले बहुत सारी अच्छी अच्छी फिल्में की हुई हैं जिनमें से एक इसी साल 2024 में आई फिल्म पोगुमिदम वेगु थूरामिल्लई थी जिसमें उन्होंने कुमार का किरदार निभाया था। फिल्म की कहानी एक छोटे से गांव मंगोलाई की है जिसमें कुछ लोगों द्वारा पढ़ाई के विरोध के बारे में दिखाया गया है।
कहानी-
फिल्म की स्टोरी 1960 के दशक में बुनी गई है। जिसमें भारत के एक छोटे से गांव की कहानी को दिखाया गया है। जोकि जंगल के बीच में स्थित है। जिसमें देवताओं जैसा अंधविश्वास वाला कांसेप्ट भी देखने को मिलता है।
जिसका फायदा उठाकर मंगोलाई गांव के लोगों पर इस गांव का एक आदमी कुंठिया जो सभी पर अपना हुकुम चलाता है। तो तभी उस गांव में शिवा नाम के किरदार की एंट्री होती है जो कि फिल्म का हीरो है, और गांव में शिक्षा देने के लिए आया है।
क्योंकि कुंठिया गांव के सभी लोगों को डरा कर रखता है क्योंकि वह सभी अशिक्षित हैं। लेकिन साथ ही उसे इस बात का भी अंदेशा होता है कि अगर गांव में सभी लोग शिक्षित हो गए तो उसका राज खत्म हो जाएगा। इसी पर आगे की कहानी चलती है जिसमें कुंठिया जो कि नहीं चाहता कि गांव का कोई भी इंसान पढ़े।
जिसके लिए वह बार-बार स्कूल पर हमला करता है और हर मुमकिन कोशिश करता है जिससे स्कूल बंद हो जाए। हालांकि शिवा इसी गांव में रहने वाले अंजना राव का वंशज है जो इस गांव में नया-नया अपनी फैमिली के साथ आया है और इसी बीच शिवा की बीवी कहीं गायब हो जाती है।
अब क्या इसके पीछे कुंठिया का हाथ है या कोई अलौकिक शक्ति यह सब जानने के लिए आपको देखनी होगी फिल्म जो की वीडियो ऑन डिमांड के साथ-साथ आहा पर भी हिंदी में रिलीज कर दी गई है।
फिल्म की अच्छी चीजें-
मूवी में जिस तरह से एक शिक्षक के व्यक्तित्व को मजबूती से दिखाया गया है वह लाजवाब है। जिससे फिल्म हमें यह सिखाने की कोशिश करती है कि अगर एक शिक्षक चाहे तो उसे दूसरों को शिक्षित करने से कोई नहीं रोक सकता।
बैकग्राउंड म्यूजिक-
फिल्म के बीजीएम की बात करी जाए तो यह काफी सुंदर है। इसके बहुत सारे सीन में सिर्फ बैकग्राउंड म्यूजिक के दम पर ही चार चांद लग जाते हैं।
सिनेमैटोग्राफी-
फिल्म के कैमरा एंगल्स और विजुअल इफेक्ट्स की बात की जाए,तो वे भी काफी नेचुरल हैं। क्योंकि यह गांव जंगल के अंदर है, जिससे बहुत सारे सीन में यह देखने को मिलता है जो काफी रियल फील होता है।
फिल्म की कमियां-
फिल्म की सबसे बड़ी कमी इसका बजट है जोकी काफी कम है। जिससे इसकी प्रोडक्शन क्वालिटी थोड़ी कम लगती है हालांकि यह एक तमिल इंडस्ट्री की फिल्म है जिस कारण से इसकी प्रोडक्शन क्वालिटी से ज्यादा उम्मीदें नहीं लगाई जा सकती। हालांकि भले ही फिल्म का बजट कम हो लेकिन इसके मेकर्स ने हमारे सामने एक बेहतरीन कहानी को रखा है।
फाइनल वर्डिक्ट-
अगर आपको थ्रिलर से भरी फिल्में देखना पसंद है जिसमें थोड़ा ड्रामा और एक्शन मिला-जुला हो तो यह फिल्म आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन होगी। मूवी पूरी तरह से सिंपल और यूनीक कॉन्सेप्ट पर बनाई गई है। जिसे देखकर आप बिल्कुल भी निराश नहीं होंगे।
फिल्मीड्रिप की ओर से इस फिल्म को दिए जाते हैं 5/3 ⭐ ⭐ ⭐.
read more
हॉरर मिस्ट्री और थ्रिलर का डांस से ऐसा संबंध, जिसे देखकर आपको डांस से भी डर लगने लगेगा