Deepawali Bonus movie review:ये फिल्म दीपावली के बोनस के जैसी ही है। ये फिल्म दीपावली का बोनस भी है और धमाका भी क्या आप इस फिल्म को दीपावली के पावन पर्व पर फैमिली के साथ बैठ कर इंजॉय करने को तैयार है।आइये जानते है कैसी है ये फिल्म जिसे आईएमडीबी की तरफ से 9.5 स्टार मिले है।
दीपावली बोनस की कहानी
कहानी शुरू होती है बोनस से जो हमें ये याद दिलाता है के दीपावली आने वाली है ये बोनस एक ऑफिस में काम करने वाले इंसान पर फ़ोकस है। जो अपने बहुत से सपने फैमली और ज़िम्मेदारियों के बीच फसा हुआ है। इस कैरेक्टर को निभाने वाले विक्रांत है जिनको देख कर आपको लगे गा के ये इंसान बहुत भावात्मक और कन्फ्यूज़ है।
विक्रांत का कैरेक्टर अपने छोटे -छोटे स्ट्रगल के साथ रिलेट कराता है जैसे ऑफिस में बॉस का प्रेशर घर वालो का एक्सपेक्टेशन दिवाली पर कुछ ख़ास कर के दिखाने की ज़िद कहानी में दिवाली के दिन पर इसके पास एक अजीब ट्विस्ट वाला बोनस आता है।यही से कहानी में एक्शन,इमोशन,कन्फ़्युज़न शुरू हो जाता है।
एक्टिंग
विक्रांत ने फिल्म में अपनी एक्टिंग से इम्प्रेस किया है ये अपनी एक्टिंग के दम पर पूरी फिल्म को एक नई राह देते नज़र आते है। विक्रांत अपनी एक्टिंग से आपको हसाते भी है और रुलाते भी। रियथ्विका पन्नीरसेल्वम की एक्टिंग भी फिल्म मे काफी प्रभावशाली है।
इन्होने प्यार और गुस्से दोनों को अच्छे से बैलेंस किया है। हरीश उथमन की एक्टिंग कहानी को सीरियस बनाने का काम करती है।ये फिल्म तो छोटी है पर फिल्म में छोटी छोटी चीज़ो और डिटेलिंग में अच्छे से काम किया गया है।
फिल्म के बहुत से ऐसे सीन है जो हमारी रोज़ाना की ज़िंदगी से रिलेट होते है। जैसे रविवार शाम सोमवार की सुबह का डर लाती है।
डायलोग
फिल्म के डायलोग आपको हसाते भी है और कही-कही सोचने पर मजबूर भी करते है। मतलब इमोशनल पंच और जोक का बोनस है पर खुशियों की कोई गारंटी नहीं है।ये फिल्म एक लाइट और असल ज़िंदगी का टच देती है।
म्यूज़िक सिनेमाटोग्राफी
म्यूज़िक और सिनेमॅटोग्रफी की बात की जाए तो बीजीएम मारिया जेराल्ड का है जो फिल्म को एक नया सा फील देता है सिनेमाटोग्राफी गौतमसेतुराम की है और इन्होने दीपावली के सीन को बखूबी दिखाया है जो अपने आप में बहुत आकर्षण दिखता है। फिल्म देखते टाइम लगता है ।
के आप असल में दीपावली के दिन को देख कर मज़े ले रहे हो। लाइट और कलर ग्रेडिंग को इस तरह से हमारे सामने प्रस्तुत किया गया है,जिसे देख ऐसा लगता है के दीपावली का दिन एक दिन का ना होकर कई दिनों तक होता ।
डायरेक्शन
फिल्म का निर्देशन जयाबल जे ने किया है जिसे बहुत अच्छे से किया गया है। इन्होने फिल्म के कैरेक्टर आर्ट और ड्रामा पर बहुत फोकस किया है। इन्होने फिल्म के हर एक सीन से दर्शको को इमोशनली जोड़ने की कोशिश की है
फिल्म को देख कर हमें रियल लाइफ जैसी फीलिंग आती है।आप काफी सीन में विक्रांत के सीन से खुद को रिलेट कर पाते है जिससे कहानी डीप और मीनिंग फुल लगती है। कही-कही पर फिल्म स्लो होती नज़र आती है जिसे थोड़ा फ़ास्ट किया जा सकता है।
दीपावली बोनस आपकी ज़िंदगी में इमोशनल और रियालटी लेकर आरही है। बस आपको थोड़ा पेशेंस रखना होगा ये स्लो फेस पर इमोशनल फील कराती है हमारी तरफ से इस फिल्म को पांच में से तीन स्टार दिए जाते है।
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