Varun Badola Biography:अगर आप 25+ है तो आप वरुण बडोला को बहुत अच्छी तरह से जानते होंगे बाय नेम नहीं तो बाय फेस ज़रूर।साल 2001 में शुरु हुआ सीरियल ‘देश में निकला होगा चाँद’ 25+ वालों की अच्छी यादों में से एक है और इस सीरियल के मुख्य कलाकार या आप कह सकते है कि इसके हीरो थे वरुण बडोला जिन्होंने देव का किरदार निभाया था और इस सीरियल की हीरोइन थीं संगीता घोष जो परमिंदर कौर के किरदार में थीं
इस सीरियल को लोगों के द्वारा बहुत पसंद किया गया था और हम सबके बीच वरुण की पहचान देव के रूप में बन गयी थी।उसके बाद इनहोने कई फिल्मों में बतौर एक्टर भी काम किया है और फिल्मों के डायलॉग भी एज ए राइटर लिखे हैं इसके अलावा वॉइस डबिंग आर्टिस्ट भी है।इतने सारे टैलेंट होने के बाद भी इस कलाकार ने लाइफ में वो बुलंदी नहीं हासिल की जो इन्हें मिलनी चाहिए थी। एक टैलेंटेड पर्सनेलिटी होने के बाद भी इस कलाकार ने अपने जीवन में बैंकरप्ट होने के दिन भी देखे हैं।
आज अपने इस आर्टिकल में हम वरुण बडोला के जीवन के शुरुआती संघर्ष से लेकर कामयाबी के बाद तक के संघर्ष के बारे में जानेंगे के कैसे इन्होंने एक एक्टर की तरह शुरुआत की और फिर कई टीवी शोज और फिल्मों के साथ साथ कई फिल्मों के डायलॉग भी लिखे लेकिन फिर भी जीवन में बहुत जादा फाइनेंशिली बुरे दिनों का सामना किया।
वरुण बडोला बायोग्राफी –
इनका जन्म दिल्ली में 7 जनवरी 1974 में हुआ था और अब इस कलाकार की ऐज 50 साल हो चुकी है। इनकी फैमिली की बात करें तो माता पिता के साथ दो बड़ी बहनें हैं जिनमें से एक का नाम है अलका, जो कुमकुम और कुबूल हैनाम के टीवी शो में काम कर चुकी हैं और ये एक मैरिड वीमेन हैं।इनके अलावा इनकी दूसरी बहन का नाम है कालिंदी ये प्रोफेशन से रेडियो जॉकी है। इनका परिवार मुख्य रूप से उत्तराखंड के गढ़वाल का रहने वाला है।
वरुण बडोला का शुरुआती जीवन –
इनका जन्म तो देल्ही में हुआ लेकिन पिता के काम की वजह से फिर इनकी फैमिली इलाहबाद जाकर रहने लगी कुछ समय बिताने के बाद वापस देल्ही आगये और इनकी शिक्षा यहीं से पूरी हुई।सरदार पटेल विद्यालय से इन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और देल्ही कॉलेज से ही ग्रेजुएशन भी किया।
वरुण बडोला मैरिज –
इनकी फैमिली में जीवन साथी का नाम साल 2004 में जुड़ गया था जब उनकी शादी राजेश्वरी सचदेव से हुई जो एक सिंगर, डांसर और एक्ट्रेस भी है। इन दोनों ने एक कपल की तरह नच बलिये 2 में पार्टिसिपेट किया इसके आलावा कई सीरियल्स और शोज में भी काम किया है। इन दोनों का एक बेटा है जिसका नाम है देवाज्ञा और बेटी जिसका नाम है अंजलि
एक्टिंग की दुनिया का सफर –
इन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1994 में बनेगी अपनी बात नाम के एक शो में मुख्य भूमिका से की थी। प्यार में कभी-कभी,कोशिश,देश में निकला होगा चांद, कुटुंब, अस्तित्व,रब्बा इश्क ना होवे,सोनी महिवाल,सोनू स्वीटी,गीली गीली गप्पा,सावधान इंडिया,ये रिश्ता क्या कहलाता है, बंदूक और गुलाब,कोहरा, अनदेखी,फिक्सर, इंटरनेट वाला लव और न जाने कितने शो अपने नाम किये है।
इसके अलावा वहुत सारे रियलिटी शो जैसे चलती का नाम अंताक्षरी,कॉमेडी का किंग कौन,बॉक्स क्रिकेट लीग,हंसी के फटके,कहो न यार है, कुछ कर दिखाना है,उस्तादों के उस्ताद, ये है जलवा, नच बलिये,झूम इंडिया, कॉमेडी सर्कस आदि में काम किया है।
इन्होंने 2003 में करियर की पहली फिल्म में काम किया था जिसका नाम था हासिल उसके बाद 2004 में चरस उसके बाद मैं मेरी पत्नि और वो,मिकी वायरस,जय हो,मिशन रानीगंज,अज़हर, लेकर हम दीवाना दिल,ठोस, अभी सात घंटे बाकी है,धोखा धडी सैया,रश्मि रॉकेट जैसी फिल्मों में काम किया है।
इतना टैलेंटे लेकिन फिर भी हुए बैंकरप्ट –
वरुण ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि भले ही वो काम करते है लेकिन लगातार काम न करने की वजह से कई बार उन्हें जीवन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। उनका कहना है कि एक बार तो ये सिचुएशन थी कि उनके अकाउंट में 2 लाख से भी कम पैसे थे और इतने में उन्हें 7 मेंबर्स की एक फैमिली का खर्च उठाना था। उनका कहना है कि, हम एक्टर्स को पूरे साल काम नहीं मिलता और यही वजह है कि हमे लाइफ में हर तरह की सिचुएशन से गुज़रना होता है।
एक्टर के साथ राइटिंग और वॉइस आर्टिस्ट टैलेंट भी है वरुण में –
आप में से शायद बहुत से लोग ये नहीं जानते होंगे कि वरुण एक अच्छे एक्टर के साथ साथ राइटिंग स्किल और वॉइस डबिंग आर्टिस्ट का हुनर भी रखते है। इन्होंने अपहरण के लिए डायलॉग भी लिखें है और अभी हाल ही में आने वाली फिल्म जिसका नाम है गोट और इस फिल्म के हीरो है थलपति विजय। ये एक तमिल फिल्म है जिसकी हिंदी डब के लिए विजय थलपति को अपनी आवाज इसी कलाकार ने दी है।
अब इस फिल्म के आने के बाद ये जानना इंट्रेस्टिंग होगा के विजय को वरुण कि हिंदी डब वॉइस कितनी शूट करती है। क्या इनके करियर को नई बुलंदियों तक पहुंचा पायेगा इनका ये वॉइस आर्टिस्ट टैलेंट.