The Greatest of All Time Review hindi :GOAT मूवी एक तमिल भाषा की साइंस फिक्शन फिल्म है। इस का निर्देशन वेंकट प्रभु ने किया है। रिलीज़ से पहले ही इसकी हाइप काफी क्रिएट हो चुकी थी अब ये फिल्म 5 सिप्टेम्बर 2024 को सिनेमा घरो में रिलीज़ कर दी गई है। थालपति विजय की इस फिल्म का बजट लगभग 300 से 400 करोड़ के बीच का है।
The Greatest of All Time Review में फिल्म की कहानी ,एक्टिंग परफॉर्मेंस,म्यूज़िक ,और टेक्नीकल चीज़ो की समीक्षा की गई है।
डायरेक्टर :वेंकट प्रभु
स्क्रीन प्ले :वेंकट प्रभू ,Ezhilarasu Gunasekaran,के चंद्रु
सिनेमॅटोग्रफी:सिद्धार्त नुनी
स्टार :विजय,प्रशांत,प्रभू देवा ,अजमल अमीर ,मोहन
की पॉइंट (key points)
१-GOAT एक तमिल फिल्म है जिसका निर्देशन वेंकेट प्रभु ने किया है
२-ये फिल्म 5 सिप्टेम्बर को रिलीज़ हुई है जिसे दर्शको और थलापति विजय के फैन का दुनिया भर से भरपूर प्यार मिल रहा है।
3-GOAT फिल्म की कहानी,म्यूज़िक,टेक्निकल,सिनेमाटोग्राफी,और बहुत से छोटे बड़े पहलु का रिव्यु किया गया है।
4-फिल्म कितनी सक्सेस रहेगी इस पर भी बात की गयी है।
5-फिल्म को देखने वाले दर्शको की क्या राय बन रही है फिल्म देख कर ,इस पर भी चर्चा की गयी है।
फिल्म की कहानी
भारत के एक बड़े मेगा स्टार अपनी फिल्म GOAT को लेकर आगये है फिल्म में आपको बहुत सारा एक्शन देखने को मिलने वाला है क्युकी GOAT में विजय, गाँधी का करेक्टर प्ले करते नज़र आरहे है। वैसे तो ये एक रिटायर रो का एजेंट है और इन्होने बहुत से सक्सेस फुल मिशन को अंजाम दिया है।
लेकिन गाँधी की ज़िंदगी उस वक़्त बदलती है जब उसका एक पुराना केस इसके सामने एक बार फिर से आ जाता है। अब गाँधी की ज़िंदगी में क्या होता है किस तरह से वो इस केस पर काम करने के लिए अपनी वापसी करता है।
ये सब आपको इस फिल्म में देखने को मिलने वाला है फिल्म की टाइमिंग 2 घंटे 30 के आसपास है। GOAT में ढेर से एक्शन सीक्वेंस के साथ ही बोनस में ट्विस्ट और टर्म देखने को मिलने वाले है।
PIC CREDIT IMDB
फिल्म का फर्स्ट हाफ
फर्स्ट हाफ फिल्म का सेकंड हाफ से थोड़ा छोटा दिखाया गया है। कुछ फिल्मे ऐसे होती जिनकी स्टोरी लाइन में दो से तीन ट्विस्ट आपको देखने को मिलते है। पर थालपति विजय की GOAT देख कर लगता है के ट्विस्ट और टर्म में थोड़ी से स्टोरी को लिया गया है।
फस्ट हाफ को थोड़ा फ़ास्ट रक्खा गया है एक्शन सीक्वेंस भी तेज़ी से होते हुए दिखाए गए है। फिल्म का फर्स्ट हाफ काफी इंगेजिन है फिल्म शुरवात से फ़ास्ट स्क्रीन प्ले को लेकर चलती है। जिससे हमारी एक्सपेक्टेशन इस फिल्म से और भी ज़ादा बढ़ जाती है। GOAT में चेजिंग सीन और फायर सीन की सिनेमॅटोग्राफ़ी बहुत अच्छे ढंग से प्रजेंट की गयी है।
फिल्म का सेकंड हाफ
ये एक स्पाई थ्रलर एक्शन फिल्म है जिसमे हमें विजय और थलापति विजय के फादर का रोल ,थलापति विजय ही करते नज़र आएंगे। ये रो के एजेंट है, और एक स्पेशल मिशन पर होते है। फादर की फिल्म में अलग स्टोरी दिखाई गयी है और इनके बेटे की स्टोरी को अलग दिखाया है।
बाप और बेटे दोनों के अलग -अलग माइंड सेट और प्रिंसपल होते है। डायरेक्टर ने पास्ट और प्रजेंट के सीन को ऐसे हमारे सामने प्रजेंट किये है जिसको देख कर हमें ज्यादा कन्फयूजन नहीं होती है के कौन सा सीन पास्ट का और कौन सा प्रजेंट का है।
स्टार्टिंग से हमें लगता है के ये एक नार्मल केस है जिसे एजेंट आसानी से सॉल्व कर लेंगे पर जैसे ही फिल्म में बाप और बेटे का एंगल आना शुरू हो जायेगा आपके चेहरे पर घूसबम्ब आना शुरू होजाएगे। फिल्म का सेकण्ड हाफ फर्स्ट हाल्फ की तुलना थोड़ा स्लो है हम इसे ओके ओके ही बोल सकते है।
अगर आप आईपीएल के फैन है तब थियेटर आप को स्टेडियम की तरह लगने लगेगा क्युकी फिल्म में महेंद्र सिंह धोनी के साथ आई.पी.एल की टीम नज़र आती है।
PIC CREDIT IMDB
GOAT के पॉजिटव पॉइंट
GOAT फिल्म एक फैमिली इंटरटेनमेंट फिल्म है जिसे आप अपने परिवार के साथ बैठ कर देख सकते है। थालपति के स्वैग से भरे हुए डायलॉग एक्शन वो सब एक अलग ही लेवल का हमें देखने को मिलता है। GOAT में वारिसू और लिओ फिल्म के जैसे इमोशन भी है और विक्रम फिल्म की तरह ढेर सारी मारधार ट्विस्ट और टर्म भी देखने को मिलेगा।
रशिया के जितने भी एक्शन सीन है उनकी सिनेमाटोग्राफी को बहुत अच्छे से प्रजेंट किया गया है। पुरानी फिल्मो की तरह ही GOAT फिल्म में हमें डायलॉग बाजी ज्यादा सुनाई देती है नार्मल कॉन्वर्जेशन कम है। कही पर भी ये फिल्म आपको बोर नहीं होने देती है ये एक फुल आफ एंटेरटेनिंग फिल्म है। वो सभी एलिमेंट इस फिल्म में है जिससे ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा सकती है।
GOAT के निगेटिव पॉइंट
फिल्म अपने पहले हिस्से में अच्छे से स्पीड को पकड़ती है सेकण्ड हाफ में वो स्पीड डाउन हो जाती है सेकण्ड हाफ फिल्म का लम्बा है।
सेकंड हाफ में ट्विस्ट और फाइट सीन दोनों ही हमें देखने को मिलते है पर ये एक्शन सीन इतने लम्बे हो जाते है के वो आपको बोर करने लगते है। बैकग्राउंड म्यूज़िक फिल्म का उतना अच्छा नहीं है जितना की बनाया जा सकता था एक्शन सीक्वेंस को जो dynamism मिलना था बीजीएम से,वो पूरी तरह से मिसिंग है।फिल्म के सांग भी उतने अच्छे नहीं है फिल्म में कॉमेडी भी कुछ ख़ास वर्क करती नज़र नहीं आई है।
दर्शकों और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
थलापति विजय के फैन के लिए तो ये फिल्म किसी फेस्टिवल से कम नहीं है बाप बेटे की फाइट लोगो को पसंद आरही है लोगो का मानना है के ये फिल्म 500 करोड़ कमा सकती है वो भी सिर्फ थलापति के नाम से तृषा के दो मिनट के गाने को देख कर दर्शक बोल रहे है
के उनका पूरा पैसा वसूल होगया। धोनी के फैन को इस फिल्म का कलाइमेक्स अच्छा लगंने वाला है। लोग बोल रहे है फिल्म पूरा पैसा वसूल है ,कुछ लोगो को ऐसा भी लग रहा है के फिल्म को थोड़ा लम्बा कर दिया गया जिसकी वजह से इस फिल्म में थोड़ी बोरियत महसूस होने लगती है ।
निष्कर्ष
फिल्म के एक्शन सीक्वेंस बहुत अच्छे है विजय की एक्टिंग सुपर्ब है। विजय ने ये पूरी फिल्म को अपने कंधो पर उठाया है। फिल्म देख कर ही पता लग जाता है के जितनी भी मेहनत की गयी है वो विजय थलापति के ऊपर ही की गयी है
फिल्म की स्टोरी इंगेज करने वाली है ट्विस्ट और टर्म वर्क करते है ।फिल्म की कॉमेडी वर्क नहीं करता है , फिल्म के एक्शन सीन लम्बे है ,फिल्म की लेंथ बहुत ज़ादा लम्बी है ,लगभग बीस मिनट की फिल्म को काटा जा सकता था।
ये भी पढ़े
शक्ल की वजह से लीड रोल नहीं मिले संघर्ष से चमक तक की दिलचस्प कहानी